200 रुपये के लिए दोस्त की चाकू गोदकर हत्या, पिता बोला- बुझा दिया इकलौता चिराग
रोहतक में दसवीं कक्षा के छात्र रोहित ने निकेतन से 200 रुपये ले रखे थे जिनके लिए दोनों ने फोन पर भी गाली-गलौज हो गई। निकेतन रोहित के घर आया और चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक के सुनारिया कलां गांव में 200 रुपये के लिए दोस्त ने घर में घुसकर 10वीं के छात्र रोहित को चाकू से गोद डाला। पीजीआइ में उसकी मौत हो गई। रोहित (18) ने हाल ही में दसवीं की परीक्षा दी थी। गांव का ही उसका दोस्त निकेतन घर पर आया।
उसने रोहित को आवाज लगाई। रोहित ने दरवाजा खोला तो दोनों के बीच बातचीत होने लगी। इसी दौरान निकेतन ने रोहित पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। जान बचाने के लिए रोहित घर में घुस गया, लेकिन आरोपित ने घर में भी कई वार किए और फरार हो गया। पुलिस और एफएसएल ने भी मौके का मुआयना किया। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि रोहित ने निकेतन से 200 रुपये ले रखे थे, जिनके लिए दोनों ने फोन पर भी गाली-गलौज हो चुकी थी। पुलिस ने निकेतन को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बुधवार की है।
पिता बोला - पता होता तो बेटे को अकेला छोड़कर अंदर नहीं जाता, बुझा दिया इकलौता चिराग
रोहतक : बेटे को बड़े लाड-प्यार से पालकर बड़ा किया था। उसी पर आस टिकी थी कि बुढ़ापे का सहारा बनेगा, लेकिन क्या पता था कि दरवाजे पर दोस्त नहीं, बल्कि दोस्त के रूप में उनके बेटे का कातिल है। अगर जरा सा भी आभास होता तो दरवाजे पर बेटे को अकेला छोड़कर अंदर नहीं जाता। दोस्त बनकर आरोपित ने उनके इकलौते बेटे को मौत के घाट उतार दिया। यह कहना था कि रोहित के पिता अशोक और परिवार के अन्य लोगों का। दरअसल, रोहित अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी कोई बहन भी नहीं है। उसके पिता अशोक खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। मंगलवार शाम जब आरोपित ने आकर उनका दरवाजा खटखटाया तब रोहित, उसकी मां सुमन और पिता घर के अंदर बैठे थे।
रोहित दरवाजा खोलने के लिए आया, जिसके साथ में उसका पिता भी था। लेकिन जैसे ही दरवाजे पर रोहित के दोस्त को देखा तो वह अंदर चला गया। उसे लगा कि रोहित का दोस्त है जो किसी काम से आया होगा। उसके पिता के अंदर जाते ही आरोपित ने चाकू से हमला कर दिया। जिस तरीके से आरोपित ने कई वार किए उससे साफ है कि रोहित को लेकर आरोपित ने मन में काफी दुश्मनी पाल रखी थी।
बेटे के हत्यारे को पकडऩे के लिए पीछे दौड़ा पिता
आरोपित से बचने के लिए रोहित घर के अंदर की तरफ भागा, लेकिन आरोपित ने तब भी उस पर वार किए। चिल्लाने की आवाज सुनकर रोहित का पिता उनकी तरफ दौड़ा, जिसके बाद आरोपित वहां से वापस भागा। उसके पिता ने आरोपित को पकडऩे के लिए गली में पीछा भी किया, लेकिन वह भागने में कामयाब हो गया। यह पूरा घटनाक्रम गली में एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गया है। पुलिस ने कैमरे की डीवीआर अपने कब्जे में ले ली है। प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया कि आरोपित के साथ रोहित की फोन पर भी कहासुनी हुई थी।
रिश्तेदार नहीं हो सके अंतिम संस्कार में शामिल
बुधवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शाम के समय रोहित के शव का अंतिम संस्कार किया गया। जिसमें परिजनों के अलावा गांव के लोग शामिल हुए हैं। हालांकि अंतिम संस्कार के दौरान भी ग्रामीण एक-दूसरे से दूरी बनाकर ही खड़े हुए हैं। इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से नजदीकियों को छोड़कर दूर-दराज का कोई भी रिश्तेदार अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका।
बेटे को याद कर बेहोश हो रही मां
इकलौते बेटे की मौत का पता चलते ही उसकी मां सुमन का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेटे का नाम लेकर बेहोश हो रही है। परिवार के अलावा आसपास की महिलाएं भी बामुश्किल दिलासा देकर उन्हें शांत कर रही है।
==शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है। 200 रुपये का विवाद था। निकेतन पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
----इंस्पेक्टर बलवंत सिंह, थाना प्रभारी शिवाजी कॉलोनी।
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