हरियाणा में कोवैक्सीन के ट्रायल में विदेशी भी शामिल, इक्वाडोर के राजदूत ने पत्नी सहित ली डोज
Covaxine Trial हरियाणा में कोवैक्सीन के ट्रायल में अब विदेशी भी शामिल हो रहे हैं। राज्य में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारियों के बीच रोहतक पीजीआइ में कोवैक्सीन का ट्रायल जारी है। रोहतक पीजीआइ में इक्वाडोर के राजदूत ने पत्नी के साथ वैक्सीन की डोज ली।
रोहतक, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारी के बीच को-वैक्सीन का ट्रायल जारी है। अब स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में विदेशी भी शामिल हो रहे हैं। रोहतक पीजीआइएमएस में चल रहे को-वैक्सीन के तीसरे एवं अंतिम फेज के ट्रायल में बतौर वालंटियर सात विदेशी नागरिकों ने वैक्सीन लगवाई है।
भारत में इक्वाडोर के राजदूत हेक्टर गोंजालो कुएवा जैकॉम ने पत्नी सहित वैक्सीन की डोज ली। उनके साथ तीन क्यूबा के नागरिक व उनके दो ड्राइवर भी ट्रायल के लिए पहुंचे। सभी को प्रारंभिक जांच के बाद वैक्सीन की डोज दी गई। अब दूसरी डोज 28 दिन बाद दी जाएगी। खास बात यह है कि सभी विदेशी नागरिकों ने खुद ही वैक्सीन के ट्रायल में शामिल होने के लिए पहल की है।
रोहतक पीजीआइएमएस में चल रहा है वैक्सीन के तीसरे फेज का ट्रायल
इक्वाडोर के राजदूत हेक्टर गोंजालो ने बताया कि वह भारत की स्वदेशी वैक्सीन से आश्वस्त हैं कि सही दिशा में ट्रायल हो रहे हैं। इसके अभी तक के परिणाम भी बेहतर रहे हैं। उम्मीद है कि भारत के साथ ही उनके देश इक्वाडोर के नागरिकों के लिए भी फायदेमंद रहेगी। वह फिलहाल, दिल्ली के एयरोसिटी में रह रहे हैं, यही वजह है कि भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) की ओर से तैयार की जा रही वैक्सीन के ट्रायल में शामिल हुए।
दिल्ली में रहते हुए एम्स की बजाए पीजीआइएमएस रोहतक में पहुंचने पर कहा कि ट्रायल का पता चलने पर पीजीआइएमएस प्रशासन से संपर्क किया था। बता दें कि पूरे देश में विभिन्न सेंटर पर 25800 वालंटियर पर ट्रायल किया जाना है। पीजीआइएमएस रोहतक को एक हजार वालंटियर की जिम्मेदारी मिली है।
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'' इक्वाडोर के राजदूत ने हमसे संपर्क किया था। हमें खुशी है कि वैक्सीन के ट्रायल के लिए भारतीय के साथ ही दुनियाभर के नागरिक भी उत्साह दिखा रहे हैं। हमारा भी उत्साह इस वजह से बढ़ा है। वर्तमान और पहले दो चरणों में अभी तक कोई साइड इफेक्ट नहीं आए हैं। जल्द ही वालंटियर शामिल करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।
- डा. सविता वर्मा, प्रिंसिपल इंवेस्टिगेटर, को-वैक्सीन, रोहतक पीजीआएमएस।