फसलों पर अमृत बनकर बरस रही धुंध, किसानों के खिले चेहरे, होगी अच्छी पैदावार
प्रदेश में कई जगह बरसात के बाद भिवानी क्षेत्र में ठंड के तेवर तेज हो गए हैं। साथ ही धुंध ने भी ठंड बढ़ा दी है। यह धुंध फसलों के लिए वरदान मानी जा रही है। गेहूं सरसों जौ चना आदि फसलों में इसका लाभ होगा।
भिवानी/ढिगावामंडी, जेएनएन। अब धुंध पड़नी शुरू हो गई है और ये सिलसिला अब कई दिन तक जारी रहने की उम्मीद है। प्रदेश में कई जगह बरसात के बाद भिवानी क्षेत्र में ठंड के तेवर तेज हो गए हैं। साथ ही धुंध ने भी ठंड बढ़ा दी है। रविवार को रात से ही भिवानी क्षेत्र में धुंध छाई रही। यह धुंध फसलों के लिए वरदान मानी जा रही है। गेहूं, सरसों, जौ, चना आदि फसलों में इसका लाभ होगा। पानी से सिंचाई नहीं होने की सूरत में भी धुंध से इसकी पूर्ति होती रहेगी। इससे फसल को बढ़ने में मदद मिलेगी।
वाहनों की रफ्तार को भी लगे ब्रेक
क्षेत्र में कोहरे व धुंध के प्रकोप के कारण वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वाहनों की गति पर कोहरे व धुंध के कारण ब्रेक लग गया। जिस कारण वाहन चालकों को बहुत सावधानी से अपने वाहनों को चलाना पड़ा। रविवार को धुंध व कोहरे के साथ शीत लहरों का भी प्रकोप बना रहा जिस कारण लोगों को अलाव का सहारा लेते देखा गया। धुंध से जहां आमजन के लिए परेशानियां बढ़ी हैं, वहीं यह गेहूं सरसों के लिए एक रामबाण साबित हो रही हैं। मौसम में बदलाव होने से रबी सीजन की फसलों में लाभ होने से किसानों ने राहत की सांस ली हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धुंध से गेहूं के पौधों में फुटाव ज्यादा होगा और पैदावार बढ़ेगी। फसलों पर ओस की बूंदें जमने लगी है। अब फसलों की स्थिति सुधर जाएगी। मौसम अनुकूल रहने पर अच्छा उत्पादन मिलने की उम्मीद है ।
______
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धुंध और सर्द हवाओं से गेहूं के पौधे के फुटाव के लिए अच्छी साबित होगी। गेहूं के पौधे के अंदर टिलरिंग ज्यादा होगी। जिससे हर टिल्लर पर एक बाली निकलेगी। जितने निकलेंगे उतनी ही ज्यादा पैदावार होगी। यह मौसम फिलहाल गेहूं के लिए बहुत बढिय़ा है। किसान रतन सिंह, रघुवीर साहब, महावीर श्योराण, मनोज, होशियार सिंह, बद्री प्रसाद नंबरदार, महिपाल आदि ने बताया कि इन दिनों पड़ रही धुंध ओस गेहूं सरसों की फसलों के लिए वरदान साबित हो रही हैं।
______
कृषि अधिकारी चंद्रभान श्योराण ने बताया कि गेहूं सरसों की बिजाई हो चुकी है। किसान फसलों को पानी दे रहे हैं। धुंध ओस के कारण फसलों की पैदावार भी अच्छी होने की संभावना हैं। धुंध ओस से कई प्रतिशत तक पानी की कमी पूरी हो जाएगी।