नहीं मिल पाएगी सुविधा, हरियाणा में त्योहारी सीजन में चलाए जाने वाली 10 स्पेशल ट्रेनें रद
रेलवे ने त्योहारी सीजन को देखते हुए 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक ट्रेन चलाने का फैसला लिया था। इससे एक दिन पहले भी रेलवे ने पंजाब होकर जाने वाली आठ ट्रेनें रद कर दी थी। दूसरे दिन रद होने वाली ट्रेनों में किसान एक्सप्रेस भी शामिल है।
हिसार, जेएनएन। त्योहार स्पेशल ट्रेनें दूसरी दिन भी पटरी पर नहीं दौड़ रही। किसान आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने बुधवार और वीरवार को 10 त्योहार स्पेशल रेलसेवाओं को रद कर दिया है। साथ ही डिब्रूगढ़-लालगढ़-डिब्रूगढ़ रेलसेवा का मार्ग परिवर्तन कर दिया है। यह ट्रेन पिछले काफी दिनों से परिवर्तित मार्ग वाया हनुमानगढ़- सादुलपुर-हिसार-भिवानी बाईपास-रोहतक होकर संचालित हो रही है। अगर आंदोलन लंबा खींचा तो रेलवे आने वाले समय में और ट्रेनें रद कर सकता है।
ज्ञात हो कि इससे एक दिन पहले भी रेलवे ने पंजाब होकर जाने वाली आठ ट्रेनें रद कर दी थी। दूसरे दिन रद होने वाली ट्रेनों में किसान एक्सप्रेस भी शामिल है। रेलवे ने त्योहारी सीजन को देखते हुए 20 अक्टूबर से 30 नवंबर तक ट्रेन चलाने का फैसला लिया था। इन ट्रेनों में रिजर्वेशन के बाद ही सफर किया जा सकता है।
यह ट्रेनें रहेंगी रद
नंबर ट्रेन तारीख
02422 जम्मूतवी-अजमेर 21.10.20 को
02421 अजमेर-जम्मूतवी 22.10.20 को
04888 बाडमेर-ऋषिकेष 21.10.20 को
04887 ऋषिकेष-बाडमेर 22.10.20 को
04519 दिल्ली-बङ्क्षठडा 21.10.20 एवं 22.10.20 को
04520 बङ्क्षठडा-दिल्ली 21.10.20 एवं 22.10.20 को
02471 श्रीगंगानगर-दिल्ली 21.10.20 एवं 22.10.20 को
02472 दिल्ली-श्रीगंगानगर 21.10.20 एवं 22.10.20 को
09613 अजमेर-अमृतसर 21.10.20 को
09612 अमृतसर-अजमेर 22.10.20 को
मार्ग परिवर्तित ट्रेनें
गाड़ी संख्या 05909 व 05910 डिब्रूगढ़-लालगढ रेलसेवा परिवर्तित मार्ग वाया रोहतक-भिवानी -हिसार-सादुलपुर-हनुमानगढ़ होकर संचालित होगी।
आंशिक रद रेलसेवा
1. गाड़ी संख्या 00901 व 00902, बांद्रा टर्मिनस-जम्मूतवी पार्सल स्पेशल रेलसेवा 20.10.20 को बांद्रा टर्मिनस से प्रस्थान करेगी। वह रेलसेवा अंबाला कैंट स्टेशन तक संचालित होगी अर्थात यह रेलसेवा अंबाला कैंट-जम्मूतवी स्टेशनों के मध्य आंशिक रद रहेगी।
-------रेलवे ने किसान आंदोलन को देखते हुए दूसरे दिन 10 ट्रेनों को रद करने का फैसला लिया है। जब तक पंजाब में ट्रैक क्लीयर नहीं हो जाते तब तक ट्रेनें चलनी मुश्किल हैं।
- जितेंद्र मीणा, सीनियर डीसीएम, बीकानेर मंडल