रोहतक में महिला एएसआइ ने निगला जहर, मौत
सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। प्राथमिक जांच में बीमारी से परेशान होने की बात सामने आई है। स्वजनों की तरफ से दिए गए ब्यान पर इत्तेफाकिया कार्रवाई की जा रही है।
जेएनएन, रोहतक : सदर थाने में तैनात महिला एएसआइ ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मूलरूप से भिवानी की रहने वाली 37 वर्षीय एएसआइ पपीता काफी समय से सदर थाने में तैनात थी। जो अपने पति के साथ पीडब्ल्यूडी क्वार्टर में रहती थी।
शुक्रवार देर रात एएसआइ ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। कुछ ही देर में एएसआइ की हालत बिगड़ने लगी। पता चलने के बाद परिवार के सदस्यों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर शनिवार तड़के एएसआइ ने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि एएसआइ काफी दिनों से बीमार चल रही थी। इस वजह से वह काफी परेशान थी।
सदर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शमशेर सिंह ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। प्राथमिक जांच में बीमारी से परेशान होने की बात सामने आई है। स्वजनों की तरफ से दिए गए ब्यान पर इत्तेफाकिया कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उधर, एएसआइ की आत्महत्या का पता चलते ही पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी मामले की जानकारी ली।
गौरतलब है कि करीब एक माह पहले पिछले माह भी पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल 38 वर्षीय सतेंद्र मलिक ने सुखपुरा चौक के पास स्थित अपने कमरे में कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सतेंद्र मलिक रोहतक पुलिस की स्वैट टीम में भी बतौर कमांडो तैनात रह चुके थे। उस मामले में पारिवारिक विवाद की बात सामने आई थी। एक माह के अंदर पुलिसकर्मी की आत्महत्या का यह दूसरा मामला है।