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ताकि हो पर्यावरण की रक्षा : बेटी की सगाई में शगुन के तौर पर दिए एक हजार पौधे

हिसार के बरवाला क्षेत्र में एक व्‍यक्ति ने अपनी बेटी की शादी के लिए शगुन के तौर पर एक हजार पौधे दिए। इसकी पूरे क्षेत्र में इसकी सराहना हो रही है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 12 Nov 2017 10:25 AM (IST)Updated: Sun, 12 Nov 2017 10:34 AM (IST)
ताकि हो पर्यावरण की रक्षा :  बेटी की सगाई में शगुन के तौर पर दिए एक हजार पौधे
ताकि हो पर्यावरण की रक्षा : बेटी की सगाई में शगुन के तौर पर दिए एक हजार पौधे

जेएनएन, बरवाला (हिसार) :  प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है और लोग केवल भाषणबाजी से पर्यावरण बचाने की बात कर रहे हैं। वहीं कई ऐसे भी लोग हैं, जिनको पर्यावरण की वास्‍तब में चिंता है और वे इसके लिए पहल करने में पीछे नहीं रहते। ऐसे ही लोगों में शामिल हैं सतपाल भ्याण, जोगेंद्र और रानी। जोगेंद्र की सगाई टीका की रस्म अदायगी हुई। सगाई की रस्म में वधू पक्ष ने वर पक्ष से शगुन का एक रुपया और एक हजार फलदार पौधे दिया। इसे वर पक्ष ने सहर्ष स्‍वीकार किया।

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ये पौधे सगाई में आए ग्रामीणों को दिए गए तो ग्रामीण एक बार तो चौंक गए। उन्हें बताया गया कि यह पौधे दहेज में देने के लिए लाए गए हैं, तब ग्रामीणों के चेहरों की खुशी देखने लायक थी। अब इन पौधों से गांव की हरियाली और बढ़ेगी। ग्रामीणों ने नंबरदार उमेद सिंह के बेटे जोगेंद्र सिंह व परिजनों की खूब सराहना की। जोगेंद्र की बरात रविवार को सरसौद जाएगी। यहां उनका विवाह सतपाल भ्याण की बेटी रानी के साथ होगा, जो कि गणित विषय से एमएससी है।

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जोगेंद्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर हिसार में एक शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर के पद पर कार्यरत है। जोगेंद्र ने बताया कि यह निर्णय दोनों परिवारों की सहमति से लिया गया है। उन्होंने कहा कि इससे गांव कि हरियाली बढ़ेगी और लोग ओर अधिक स्वच्छ हवा में सांस ले सकेंगे। साथ में ये पौधे फल भी देंगे।


भात में दी पांच सिलाई मशीन, गांव में खुलेगा सिलाई केंद्र

शगुन की रस्‍म के दौरान जोगेंद्र के मामा की तरफ से भात में पांच सिलाई मशीन व दरी बनाने के यंत्र दिए गए। इससे गांव में ओमप्रकाश जैन भवन में सिलाई केंद्र खोला जाएगा, ताकि गांव की लड़कियां स्वावलंबी हो सकें और उनके कौशल विकास हो। यह सिलाई केंद्र ओमप्रकाश जैन द्वारा समर्पित भवन में खोला जाएगा।

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