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स्कूल की टंकी पर चढ़ गए फतेहाबाद के डीसी, स्कूलों को सीधे लफ्जों में दे डाली चेतावनी, जानिये क्या है मामला

फतेहाबाद के डीसी ने गांव झलनिया व अन्य गांवों में बने सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया। पानी की टंकी की सफाई हुई है या नहीं इसकी जांच भी की। कई जगह सफाई की कमी दिखी तो स्टाफ सदस्यों को आदेश भी दिए।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Mon, 19 Jul 2021 04:42 PM (IST)Updated: Mon, 19 Jul 2021 04:42 PM (IST)
स्कूल की टंकी पर चढ़ गए फतेहाबाद के डीसी, स्कूलों को सीधे लफ्जों में दे डाली चेतावनी, जानिये क्या है मामला
फतेहाबाद में टंकी पर चढ़कर सफाई की जांच करते उपायुक्त।

जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। कोरोना संकट कम हुआ तो जिले में सभी स्कूलों को खोल दिया गया है। फिलहाल केवल नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं ही लग रही हैं। 23 जुलाई से छठीं से आठवीं तक की कक्षाएं भी लगने जा रही हैं। लेकिन, स्कूलों में पूरी व्यवस्था नहीं है। इसके लिए अब जिला प्रशासन भी जांच करने में जुट गया है।

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स्कूल खुले हुए तीन दिन हो गए हैं। ऐसे में फतेहाबाद के डीसी ने सोमवार को गांव झलनिया व अन्य गांवों में बने सरकारी स्कूलों का निरीक्षण किया। पानी की टंकी की सफाई हुई है या नहीं, इसकी जांच भी की गई। कई जगह सफाई की कमी दिखी तो स्टाफ सदस्यों को सफाई के प्रति ध्यान रखने के आदेश भी दिए गए। डीसी महावीर कौशिक गांव झलनिया सहित अनेक स्कूलों का निरीक्षण किया। स्कूल में विद्यार्थियों को उपलब्ध करवाई जा रही विभिन्न सुविधाओं के साथ-साथ साफ-सफाई, पाने के पानी की व्यवस्था आदि का जायजा लिया।

स्कूलों को दिए ये निर्देश

डीसी ने स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए प्रबंधों का भी जायजा लिया। उपायुक्त ने स्वयं पानी की टंकियों का अवलोकन किया। उन्होंने स्कूल स्टाफ को सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने, जल संचयन करने, स्कूल में पर्याप्त मात्रा में विद्यार्थियों के लिए स्वच्छ पेयजल, बिजली आदि का उचित प्रबंधन करने बारे आवश्यक दिशा निर्देश दिए। 

पानी में दिक्कत दिखी तो मंगवाई सीढ़ी

गांव झलनिया के सरकारी स्कूल का निरीक्षण डीसी ने किया तो पानी में दिक्कत दिखी। इसके बाद स्कूल प्रबंधक से लकड़ी की सीढ़ी मंगवाई। डीसी खुद इसी सीढ़ी के सहारे पानी की टंकी पर चढ़े और टंकी का ढक खोलकर जांच की। लेकिन यहां पर पानी की टंकी की सफाई करवाई हुई थी। अगर पानी की टंकी की सफाई नहीं मिलती तो स्कूल प्रबंधक पर गाज भी गिर सकती थी। 

47 स्कूलों ने नहीं भेजी शिक्षा विभाग को रिपोर्ट

शिक्षा विभाग की तरफ से एक एप तैयार की गई है। स्कूल में कितने बच्चे आए इसकी जानकारी इस एप के माध्यम से देनी होती है। जिले में स्कूल खुले हुए यह तीसरा दिन था, लेकिन सोमवार को भी जिले के 47 स्कूलों ने रिपोर्ट तक नहीं भेजी। ऐसे में आने वाले समय में इन स्कूल प्रबंधकों पर कार्रवाई भी हो सकती है। वहीं जिले में धीरे-धीरे स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। सोमवार को सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में 75.05 फीसद विद्यार्थियों की संख्या रही। इनमें से सरकारी स्कूलें में 34.53 फीसद तो प्राइवेट स्कूलों में 40.52 फीसद विद्यार्थियों की संख्या रही। ऐसे में हर स्कूल में 50 फीसद ही विद्यार्थियों को बुलाना था। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या भी बढ़नी शुरू हो जाएगी। 

आंकड़ों पर डालें नजर

जिले में सरकारी स्कूल : 151

इन स्कूलों को एप पर दिखानी थी हाजिरी : 116

स्कूल संचालकों ने भेजी रिपोर्ट : 85

कितने स्कूलों ने नहीं भेजी रिपोर्ट : 31 

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थी बुलाए गए : 28431

सोमवार को नौवीं से बारहवीं तक आए विद्यार्थी : 9820

सोमवार को सरकारी स्कूलों में रही फीसद     : 34.53 फीसद

अब प्राइवेट स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 

जिले में प्राइवेट स्कूल  : 163

एप पर इतने स्कूलों को भेजनी थी रिपोर्ट : 46

इतने स्कूलों ने भेजी रिपोर्ट            : 30

इन स्कूलों ने नहीं भेजी रिपाेर्ट         :  16

इन स्कूलों में विद्यार्थियों को आना था    : 5429

इन स्कूलों में रही विद्यार्थियों की संख्या   : 2200

विद्यार्थियों की रही फीसद              : 40.52 फीसद

प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर स्कूलों पर होगी कार्रवाई

उपायुक्त फतेहाबाद महावीर कौशिक ने कहा कि मैंने अनेक स्कूलों का निरीक्षण किया है। पानी की टंकी की जांच भी की गई। सभी स्कूल संचालकों को आदेश दिए गए हैं कि कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो कार्रवाई की जाएगी।

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