Agriculture Bill 2020 Protest: किसान हरियाणा में 20 को करेंगे चक्का जाम, 25 को बंद का ऐलान
Agriculture Bill 2020 Protest भाकियू ने कृषि विधेयकों के विरोध में 20 को चक्का जाम व 25 सितंबर को बंद का आह्वान किया है। यह घोषणा हिसार में किसान नेता चढूनी ने की है।
जेएनएन, हिसार। Agriculture Bill 2020 Protest: भारतीय किसान यूनियन के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी कृषि विधेयकों के विरोध में 20 सितंबर को चक्का जाम व 25 सितंबर को बंद का आह्वान किया है। चढूनी हिसार में भारतीय किसान संघर्ष समिति के धरने मेंं पहुंचे और कहा कि किसान अपनी मांगों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरनाम सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा 3 विधेयक लाए गए हैं। यह विधेयक किसान विरोधी हैं। इसको लेकर आज पूरे देश का किसान धरना प्रदर्शन कर रहा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने बताया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य, किसान कर्जा मुक्ति को लेकर पूरे देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। आज 18 और कल 19 तारीख को आंदोलन की रूपरेखा बनाकर 20 तारीख को सभी सड़कों को जाम किया जाएगा। 25 सितंबर को पूरा देश बंद किया जाएगा।
इससे पूर्व, धरना स्थल पर पहुंचने पर गुरनाम सिंह का किसानों ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए। दिग्विजय चौटाला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कहा कि चौटाला परिवार जो कह रहा है कि किसानों पर नहीं देवीलाल के परिवार पर लाठियां बरसाई है तो आंदोलन के दौरान पीपली में उन्हें तो कहीं पर भी देवीलाल के परिवार के सदस्य दिखाई नहीं दिए। गुरनाम सिंह ने कहा कि क्या वह कहीं छुप कर बैठे थे । यह सिर्फ राजनीतिक स्टंट है और उन्होंने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और किसानों के धरने का समर्थन करना चाहिए।
बता दें, पंजाब में भी किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब ने 24 सितंबर से 26 सितंबर तक 48 घंटों के लिए राज्यभर में रोल रोकने का फैसला लिया है। देश की 250 किसान मजदूर जत्थेबंदियों पर आधारित तालमेल संघर्ष कमेटी के आह्वान पर 25 सितंबर को पंजाब बंद की कॉल भी की गई। किसानों ने कहा कि बाजार भी खोलने नहीं दिए जाएंगे।
ट्रैक्टरों के साथ किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
उधर, आज झज्जर में शुक्रवार को किसान उत्पादक संघ, प्रगति शील किसान संगठन, सहकारी किसान संगठन से जुड़े हुए विभिन्न गांवों के प्रतिनिधियों ने अलग अंदाज में ट्रैक्टर पर पहुंचते हुए मंडी में जोरदार प्रदर्शन किया। फिर सभी एक-साथ यहां से लघु सचिवालय तक पहुंचे, जहां पर उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को प्रेषित एक ज्ञापन सौंपते हुए अपनी ओर से आभार भी जताया।