यूरिया की किल्लत से किसान परेशान, कृषि विभाग मौन, डिमांड तीस हजार और आवक मात्र छह हजार
चरखी दादरी में में यूरिया की कम आवक के कारण किसानों को कस्बे के एकमात्र सरकारी खाद बीज बिक्री केंद्र पर यूरिया की जानकारी मिली। 13 गांवों के हजारों किसानों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने केंद्र का घेराव कर खाद देने की मांग की।
बाढड़ा, जागरण संवाददाता। रबी सीजन की फसलों के लिए बहुतायत तौर पर प्रयोग होने वाली यूरिया की किल्लत ने किसानों की नींद उड़ा दी है। उपमंडल क्षेत्र में यूरिया संकट से परेशान किसानों ने कस्बे के सहकारी समिति केंद्र पहुंचकर जमकर बवाल मचाया। पुलिस व सहकारी समिति प्रबंधक ने मुश्किल से चार सौ बैगों का वितरण करवाया। उपमंडल क्षेत्र में गेहूं, सरसों की बिजाई के समय से ही डीएपी की कमी के कारण किसानों ने परेशानी से बिजाई की वहीं अभी तक यूरिया की मात्र पांच हजार बैग आने से किसानों के सामने नई समस्या आ गई है।
प्रबंधक ने कहा-ज्यादा भीड़ होने से बढ़ी दिक्कत
कस्बे में यूरिया की कम आवक के कारण किसानों को शुक्रवार सुबह कस्बे के एकमात्र सरकारी खाद बीज बिक्री केंद्र पर यूरिया की जानकारी मिली तो क्षेत्र के 13 गांवों के हजारों किसानों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने केंद्र का घेराव कर खाद देने की मांग की। सहकारी खाद बीज बिक्री केंद्र प्रबंधक जयबीर श्यामकलां ने भीड़ ज्यादा होने व यूरिया के मात्र 450 बैग होने की समस्या को देखते हुए पुलिस को मौके पर बुलाकर महिलाओं व पुरुषों की लाइनें लगवाकर देर सायं तक उनको दो दो बैग दिलवाए।
चार सौ बैग पहुंचे जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान
इस दौरान खाद लेने के लिए पहुंची महिला सुमित्रा देवी, राजवंती, संतोष, अमीलाल, अमर सिंह, रामकिशन श्योराण, आनंद, प्रदीप कुमार इत्यादि ने बताया कि उनको पिछले दो सप्ताह से यूरिया के लिए भटका पड़ रहा है। सरकार ने एक सप्ताह पहले यूरिया की जो खेप भेजी वह डिमांड की मात्र पांच फीसद थी। जिसके बाद किसानों को आश्वासन दिया गया था कि उनको जल्द ही दस हजार बैग और भेजे जाएंगे। लेकिन दस दिन के बाद भी मात्र चार सौ बैग पहुंचे जो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
दो-दो बैग किए वितरित
इस बारे में बाढड़ा पैक्स प्रबंधक जयबीर श्यामकलां ने बताया कि यूरिया खाद पाने के लिए ज्यादा भीड़ आने से कुछ माहौल खराब हो गया था जिसको बाद में दुरुस्त कर सबको दो दाे बैग वितरित किए गए।
डिमांड तीस हजार, आवक मात्र छह हजार
उपमंडल क्षेत्र में गेहूं सरसों की बिजाई के बाद प्रथम सिंचाई कार्य शुरु हो गया है जिसमें सबसे अधिक यूरिया का प्रयोग होना लाजिमी है। उपमंडल की आठ सहकारी समितियों के अलावा दो दर्जन निजी खाद बीज बिक्री केंद्रों पर प्रथम चरण के छिड़काव के लिए तीस हजार बैगों की डिमांड है। लेकिन प्रशासन मात्र छह हजार बैग ही भेज पाया है जिससे किसानों में हड़कंप मचा हुआ है। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष विजय खोरड़ा, जगदीप सांगवान, इनेलो हलकाध्यक्ष सत्यवान शास्त्री ने कहा कि भाजपा सरकार पूंजीपतियों के दबाव में कृषि व्यवस्था को बर्बाद करने पर तुली है।
जल्द यूरिया की खेप पहुंचेगी: दलाल
प्रदेश के कृषि कल्याण एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है। कई क्षेत्रों में आपूर्ति समय पर न होने से भीड़ बन गई है। आज से पहले सरकारी व फिर निजी बीज केंद्रों पर यूरिया की आपूर्ति आरंभ हो गई है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध करवाई जाएगी।