छह घंटे तक मोबाइल टावर पर चढ़कर किसान का हंगामा
शहर में रेड स्क्वायर मार्केट में चला हंगामा।
फोटो - 52, 53
जागरण संवाददाता, हिसार: शहर में रेड स्क्वायर मार्केट में बुधवार सुबह एक व्यक्ति मोबाइल टावर पर चढ़कर उसकी जमीन से कब्जा छुड़वाने की मांग करता रहा। करीब छह घंटे तक वह टावर पर चढ़ा रहा। टावर पर वह लगातार अपनी जमीन से कब्जा छुड़वाने की मांग के साथ वह टावर से कूदने की बात भी कह रहा था। इस दौरान उसकी आवाज सुनकर वहां भीड़ लग गई। मौके पर मौजूद लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी तो डोगरान मोहल्ला पुलिस चौकी से पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। लेकिन पुलिस भी उसे टावर से उतारने में विफल रही। इस दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उसे उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया और डीसी से मिलवाने की बात कहीं तो वह व्यक्ति उतरने को राजी हो गया। जिसके बाद पुलिस उसे थाना ले गई। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह दौलतपुर गांव का निवासी 59 वर्षीय कुलदीप है। उसने बताया कि वह खेती करता है। उसने बताया कि उसके परिवार में उसकी पत्नी धनवंती और उसकी बेटी अंजू व बेटा नवीन है। उसने दावा कि उसके नाम छह कनाल जमीन है। लेकिन उसने आरोप लगाया कि उसके परिवार के ही लोगों ने करीब नौ साल से उसकी जमीन पर कब्जा किया हुआ है। उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी भी दी गई। उसने कहा कि उसने करीब 20 शिकायतें डीसी, एसडीएम और सीएम विडो में दी है। लेकिन कोई कार्रवाई उसकी शिकायत पर नहीं की गई। उसने बताया कि बार-बार जमीन को कब्जामुक्त करवाने की शिकायत करने पर भी कार्रवाई न होने पर वह परेशान हो गया था। इसलिए वह बुधवार सुबह करीब तीन बजे पैदल ही अपने गांव से हिसार के लिए निकल गया। सुबह पांच बजे के करीब वह रेड स्कवायर मार्केट स्थित मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उसने बताया कि वह सुबह करीब 11 बजे तक टावर पर चढ़ा रहा। बाद में उसे वहां मौजूद एक व्यक्ति ने डीसी से मिलवाने और मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद व नीचे उतरा। उसने बताया कि इस मामले में वह पीएम को भी शिकायत दे चुका है। पुलिस का कहना है कि वह इससे पहले भी मोबाइल टावर पर चढ़कर हंगामा कर चुका है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि कुलदीप नौ अप्रैल 2021 को भी गांव के ही मोबाइल टावर पर चढ़ गया था। उस दौरान भी उसने इसी बात को लेकर हंगामा किया था। वहीं मामले में कुलदीप का कहना है कि पुलिस व प्रशासन उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है।