मूंगफली और सोयाबीन के उत्पाद तैयार कर अधिक मुनाफा कमा सकते हैं किसान
किसान सोयाबीन व मूंगफली का उत्पादन तो कर लेते हैं लेकिन उनके खाद्य उत्पाद तैयार करने की तकनीकी व सही जानकारी के अभाव में उचित दाम हासिल नहीं कर पाते। इसलिए किसान विश्वविद्यालय से सोयाबीन व मूंगफली के उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण हासिल कर अधिक लाभ कमा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में तीन दिवसीय सोयाबीन व मूंगफली के मूल्य संवर्धन उत्पाद विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ। प्रशिक्षण का आयोजन विस्तार शिक्षा निदेशक डा. आरएस हुड्डा के मार्गदर्शन व देखरेख में किया जा रहा है।
प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए संस्थान के सह निदेशक (प्रशिक्षण) डा. अशोक गोदारा ने कहा कि किसान सोयाबीन व मूंगफली का उत्पादन तो कर लेते हैं, लेकिन उनके खाद्य उत्पाद तैयार करने की तकनीकी व सही जानकारी के अभाव में उचित दाम हासिल नहीं कर पाते। इसलिए किसान विश्वविद्यालय से सोयाबीन व मूंगफली के उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण हासिल कर अधिक लाभ कमा सकते हैं। डा. सुरेंद्र सिंह ने मूंगफली व सोयाबीन की आहार महत्ता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सोयाबीन व मूंगफली और इनके उत्पाद संतुलित आहार का अभिन्न अंग हैं।
डा. डीके शर्मा ने इन दोनों को अपने दैनिक आहार में शामिल करने पर जोर दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने घरेलू स्तर सोयाबीन व मुंगफली से दूध व अन्य उत्पाद तैयार करने की विधि से अवगत कराया। साथ ही प्रतिभागियों को घर पर ही इनके उत्पाद तैयार करने के लिए एक असाइनमेंट भी दिया। उन्होंने कहा कि इनके उत्पाद तैयार करने के लिए घर पर ही मौजूद मिक्सर, ग्राइंडर व अन्य सामान का उपयोग किया जा सकता है।
20 प्रशिक्षणार्थी ले रहे प्रशिक्षण
इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में प्रदेश के विभिन्न जिलों के 20 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान मूंगफली व सोयाबीन से विभिन्न उत्पाद तैयार करने की विधियों पर विज्ञानी अपने व्याख्यानों से प्रतिभागियों को अवगत करवाएंगे और इनसे अधिक लाभ कमाने के बारे में जानकारी देंगे। प्रशिक्षण में वैज्ञानिक प्रतिभागियों के साथ प्रशिक्षण संबंधी उनके अनुभवों को लेकर विचार-विमर्श भी करेंगे।