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जर्मनी से शादी में शामिल होने आए, शादी हुई स्थगित, अब होम क्वारंटाइन मे रह रहे

बहादुरगढ़ के लाइनपार क्षेत्र के मूल निवासी एक युवक जर्मनी में साफ्टवेयर डेवलेपर हैं। पत्नी और दो बेटियों के साथ वही रहते हैं। बाकी परिवार यहां है। चारों फरवरी में यहां पर आए थे।

By Manoj KumarEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 07:00 AM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 09:49 AM (IST)
जर्मनी से शादी में शामिल होने आए, शादी हुई स्थगित, अब होम क्वारंटाइन मे रह रहे

बहादुरगढ़, जेएनएन। बहादुरगढ़ के लाइनपार क्षेत्र के मूल निवासी के युवक जर्मनी में साफ्टवेयर डेवलेपर हैं। पत्नी और दो बेटियों के साथ वही रहते हैं। बाकी परिवार यहां है। चारों फरवरी में यहां पर आए थे। शादी समारोह में शामिल होने के साथ ही होली यहीं पर मनाने की चाहत थी। मगर बीच में कोरोना आ गया। परिवार को शादी भी स्थगित करनी पड़ी।

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इधर, स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिलते ही टीम उनके घर पहुंची। उन्हें होम क्वारंटाइन किया गया। सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ हैं, मगर नियम का पालन कर रहे हैं। निगरानी के समय से ही अपने घर पर हैं। बाहर नहीं निकल रहे। छुट्टियां मनाकर वापस लौटने के लिए फ्लाइट कैंसिल कर दी है। अब 14 अप्रैल के बाद तय करेंगे कब वापस जाएंगे।

युवक बता रहे हैं कि कैसे उनका परिवार बिता रहा है क्वारंटाइन का समय...हम लोग फरवरी में आए थे। मेरे साथ मेरी पत्नी, बेटी (4) और दूसरी बेटी (आठ माह) की हैं। मुख्य तौर पर यहां शादी में शामिल होना था। मगर कोरोना के कारण इसे टाल दिया। अब शादी बाद में होगी।

जब आए, तब इतनी दिक्कत नहीं थी। मगर बाद में रोजाना खबर आने लगी तो हमारे घर भी स्वास्थ्य टीम पहुंच गई। सभी के बारे में पूछा। हमने पूरी जानकारी दी। उसके बाद हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने की सलाह दी गई। बार-बार फोन करके भी पूछा गया। अभी तक हम चारों के अलावा परिवार के किसी भी सदस्य को कोई परेशानी नहीं हुई। बेटियां छोटी हैं, इसलिए उनका टेंपरेचर देखने के लिए थर्मामीटर पहले से था। जिस दिन से होम क्वारंटन किया गया।

उसी दिन से हमने रोजाना सभी का टेंपरेचर चेक किया। ऐसे वक्त में परिवार के साथ स्वेदश में हैं, इससे क्वारंटाइन अवधि का पता ही नहीं लगा। अगर जर्मनी में होते तो क्या पता क्या परेशानी होती। यहां परिवार को ङ्क्षचता होती, वह अलग। देश और प्रदेश में सरकार ने जिस तरह लॉकडाउन किया, उससे कोरोना फैलने से रुक पाया। जब तक सरकार न कहे, तब तक लोग इस नियम का इसी तरह पालन करें। घरों में ही रहें, क्योंकि कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं। इससे बचने का यही तरीका है कि दूरी बनाए रखें। इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है।


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