फर्जी आरसी प्रकरण हुआ सेशन कोर्ट में ट्रांसफर, वीसी से हुई आरोपितों की पेशी
कोर्ट ने आगामी सुनवाई के लिए 21 नवंबर की तारीख दी है। जिस पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। मामले के अनुसार जून माह में गुरुग्राम एसटीएफ एसआइटी ने चोरी की गाड़ी के साथ चरखी दादरी निवासी प्रवीण को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले का पर्दाफाश होता चला गया।
रोहतक, जेएनएन। रोहतक में चोरी की लग्जरी गाडिय़ों की फर्जी तरीके से आरसी बनाने का मामले का ट्रायल अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितू वाइके बहल की कोर्ट में भेज दिया गया। पकड़े गए आरोपितों की वीरवार को कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी कराई गई। कोर्ट ने आगामी सुनवाई के लिए 21 नवंबर की तारीख दी है। जिस पर ट्रायल शुरू हो जाएगा। मामले के अनुसार जून माह में गुरुग्राम एसटीएफ एसआइटी ने चोरी की गाड़ी के साथ चरखी दादरी निवासी प्रवीण को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले का पर्दाफाश होता चला गया।
जांच में पता चला कि यह पूरा गिरोह है, जो लग्जरी गाडिय़ों को चोरी कर फर्जी तरीके से महम एसडीएम कार्यालय में उनकी आरसी तैयार करा लेते थे। इस मामले में गिरोह के सरगना महम निवासी अमित, सीसरखास गांव निवासी रमेश, एसडीएम कार्यालय के क्लर्क अनिल कुमार, ऑपरेटर सोमबीर, टाइपिस्ट रमेश बामल और धर्मवीर समेत कई आरोपितों को गिरफ्तार किया था। मामले में कई आरोपित अभी फरार चल रहे हैं।
एसटीएफ की तरफ से महम कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई थी, लेकिन भ्रष्टाचार का मामला होने के कारण इस केस को सेशन कोर्ट में भेज दिया गया। जहां से अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश रितू वाइके बहल की कोर्ट में भेजा गया। सभी आरोपितों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी कराई गई।