बीमारी से मरे लोगों की हादसे में मौत दिखाकर एक करोड़ का किया फर्जी बीमा क्लेम
संवाद सहयोगी हांसी कैंसर पीड़ितों की मौत को दुर्घटना दिखाकर बीमा कंपनियों से करोड़
संवाद सहयोगी, हांसी : कैंसर पीड़ितों की मौत को दुर्घटना दिखाकर बीमा कंपनियों से करोड़ों रुपये के क्लेम लेने के मामले प्रदेश में लगातार सामने आ रहे हैं। हांसी में भी बीमारी से हुई मौत को दुर्घटना दिखाकर करोड़ों रुपये का बीमा क्लेम करने का हाईप्रोफाइल मामला सामने आया है। जिला पुलिस ने इस मामले में प्रारंभिक जांच के बाद नागरिक अस्पताल में तैनात डाक्टर व बीमा एजेंट सहित दस लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
अपोलो म्यूनिक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से बांडाहेड़ी की संतोष, जमालपुर निवासी संजय व कापड़ो निवासी सुनील की मौत होने पर करीब एक करोड़ का बीमा क्लेम मांगा गया था। बीमा कंपनी के अधिकारियों ने क्लेम देने की प्रक्रिया शुरू की तो कई खामियां सामने आईं। जिन लोगों की मौत हुई थी, वह किसी बीमारी से ग्रस्त थे और उनकी बीमारियों को छुपाया गया। इसके अलावा उनकी मौत होने पर उसे दुर्घटना दिखाया गया। कंपनी ने तुरंत क्लेम देने की प्रक्रिया को रोक दिया व पुलिस में शिकायत दी। हांसी जिला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने भी मामले प्रारंभिक जांच की तो फ्रॉड होने के कई सुराग हाथ लगे, जिसके बाद पुलिस ने आखिर सिविल अस्पताल के एमओ सहित दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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डाक्टर, एजेंट सहित दस लोगों का गैंग
बीमा कंपनियों को चूना लगाने वालों में बीमा एजेंट से लेकर डाक्टर तक सब शामिल हैं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस झूठे बीमा क्लेम के खेल में हांसी के नागरिक अस्पताल में तैनात एमओ डा. विजय मलिक, बीमा कंपनी का एजेंट मनोज कुमार व इसके अलावा हिसार के बांडाहेड़ी निवासी ओमप्रकाश, हांसी निवासी अमित गोयल, खरड़ निवासी सुनिल कुमार, बांडा ब्रह्मण गांव निवासी महेंद्र सिंह, भिवानी के जमालपुर गांव निवासी अनिल कुमार, जींद के कापड़ो निवासी जोगा सिंह शामिल हैं। इन सभी दस आरोपितों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
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मृतकों की हादसे में मौत दिखाई गई। किसी की खेत में काम करते वक्त हुए हादसे में मौत दिखाई तो किसी की अन्य हादसे में। इसके बाद कंपनी को लगा कि ये पूरा का पूरा मामला ही फ्रॉड है। तीनों मृतकों का क्लेम कंपनी ने रोक दिया है व पुलिस को मामले में जांच के लिए लिखा था। अब मामले की जांच पुलिस को करनी है। इस खेल में डाक्टर से लेकर बीमा एजेंट तक सब शामिल हैं।
- विनीत जैन, चीफ मैनेजर, अपोलो म्यूनिक हेल्थ इंश्योरेंस
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पुलिस के पास इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से शिकायत आई थी कि किसी बीमारी से मरे लोगों की दुर्घटना में मौत दिखाकर बीमा क्लेम मांगा गया है। आर्थिक अपराध शाखा ने मामले में प्रारंभिक जांच की थी, जिसमें कई संदिग्ध तथ्य निकलकर सामने आए हैं। जांच को फिर से शुरू किया जाएगा व अन्य लोगों के भी मामले में संलिप्त होने की संभावना है।
- रामफल, प्रभारी, आर्थिक अपराध शाखा।