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सांसद ने कहा था डीसीएम जमीन की पैमाइश करें, अफसरों ने नहीं की, अब ऊर्जा मंत्री ने 72 घंटे में करने के दिए आदेश

जागरण संवाददाता हिसार मिल गेट स्थित डीसीएम टेक्सटाइल मिल जमीन प्रकरण सोमवार को दूसरी बा

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 02:53 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 06:18 AM (IST)
सांसद ने कहा था डीसीएम जमीन की पैमाइश करें, अफसरों ने नहीं की, अब ऊर्जा मंत्री ने 72 घंटे में करने के दिए आदेश
सांसद ने कहा था डीसीएम जमीन की पैमाइश करें, अफसरों ने नहीं की, अब ऊर्जा मंत्री ने 72 घंटे में करने के दिए आदेश

जागरण संवाददाता, हिसार: मिल गेट स्थित डीसीएम टेक्सटाइल मिल जमीन प्रकरण सोमवार को दूसरी बार किसी बड़े जनप्रतिनिधि के सामने उठाया गया है। लघु सचिवालय में आयोजित कष्ट निवारण समिति में वार्ड आठ से पार्षद भूप सिंह रोहिल्ला ने ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला व प्रशासन को बताया कि प्रशासन ने डीसीएम मिल के पास जमीन पर बने लोगों की दुकानें तो तुड़वा दीं, मगर वहां मिल के संरक्षण में पड़ी 16 एकड़ सरकारी जमीन को लेकर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन मिल के साथ मिलीभगत कर जमीन उनको देना चाहता है। इसको लेकर डीसी अशोक कुमार मीणा ने कहा कि यह मामला तो दिशा की बैठक में भी उठा था। सांसद ने कहा भी था कि पैमाइश कराएं। क्या अभी तक पैमाइश नहीं की गई। अधिकारियों ने बताया नहीं, ऐसे में ऊर्जा मंत्री ने डीसी से बात कर तीन दिन यानि 72 घंटे में जमीन की पैमाइश कराने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही बरवाला में नगर पालिका में हुए जमीन गड़बड़ी मामले में पुलिस द्वारा एफआइआर दर्ज न करने का मामला भी उठाया गया। जिसमें ऊर्जा मंत्री ने 5 दिसंबर तक रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने यह भी पार्षद को साफ किया कि जो सरकारी जमीन है, वह किसी को नहीं लेने दी जाएगी। कष्ट निवारण समिति की बैठक में ऊर्जा मंत्री ने कुल 16 मामलों में सुनवाई की, जिसमें सात मामलों का समाधान हो गया।

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ज्ञानपुरा जलघर की गुणवत्ता को जांचेगी विजिलेंस

ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह ने गांव ज्ञानपुरा में 2015 में बने जलघर की निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की विजिलेंस से जांच करवाने के निर्देश दिए हैं। ज्ञानपुरा की पंचायत द्वारा समिति के समक्ष शिकायत की गई थी कि गांव में बने जलघर में ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है, जिसके कारण 2 साल में ही वाटर टैंक की दीवार व तली टूट गई। इस कारण ग्रामवासियों को खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है। इस शिकायत के संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि 2015 में निर्मित व 2016 में चालू हुआ यह जलघर नियमों के अनुसार बनवाया गया था। पिछले दिनों ग्रामीणों ने इसके नाले को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिसके लिए पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया गया है। इस पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में गड़बड़ियों व भ्रष्टाचार का मामला बहुत गंभीर है, इसलिए इस मामले की विजिलेंस जांच करवाई जाए, जिससे असलियत का पता चल सके।

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बिजली विभाग के जेई, एसडीओ फोन नहीं उठाते: रामफल बूरा

बिजली मंत्री के सामने घिराय से रामफल बूरा ने बताया कि उनके गांव में महात्मा गांधी स्कीम के तहत कालोनी बनी हुई है। जहां बिजली के तार लोगों के सिर से छूते हैं। बिजली विभाग के एक्सईएन को शिकायत की तो उन्होंने कहा जेई या एसडीओ से मिलो और जब एसडीओ व जेई को फोन किया तो वह फोन ही नहीं उठाते। ऐसे में एक्सईएन को कहा तो उन्होंने कहा हम कुछ नहीं कर सकते। ऐसे में ऊर्जा मंत्री ने साफ कर दिया कि पहले तो कालोनी से तार ऊंचे कराएं। फिर मंत्री ने कहा कि अगर अधिकारी फोन नहीं उठाते और समस्याओं को टालते हैं तो मुझे बताएं, हमारे पास कई मार्ग हैं।

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आदमपुर गांव में नशे का दुकानों से चल रहा कारोबार

आदमपुर गांव से आए लोगों ने बिजली मंत्री को बताया कि गांव में चिट्टा, शराब और कई प्रकार के नशे के कारोबार चल रहे हैं। इस मामले में भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट ने भी बताया कि इन नशेबाजों के कारण लड़कियों को घर के बाहर आने-जाने में दिक्कत हो रही है। असमाजिक तत्व उन्हें छेड़ते हैं। ऐसे में ऊर्जा मंत्री ने गांव में पेट्रोलिग पार्टी और पुलिस तैनात कर नशे पर लगाम लगाने के निर्देश दिए हैं।

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स्वर्ग आश्रम के सामने जलभराव पर तीन विभागों से तलब किया स्पष्टीकरण

बरवाला के मोहन गोयल, प्रवीन कुमार आदि ने शिकायत रखी कि पिछले काफी दिनों से नेशनल हाइवे पर बने स्वर्ग आश्रम के सामने गंदा पानी इकट्ठा हुआ है लेकिन इसकी निकासी के संबंध में जनस्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर व नगर पालिका द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इस मामले को लेकर ऊर्जा मंत्री ने तीनों विभागों से स्पष्टीकरण तलब किया है। इसके साथ ही एसडीएम से जांच कराई जाएगी।

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डाकखाना प्रकरण में 17 लाख रुपये का निकला गबन, आरोपी बेटा फरार

गांव नंगथला के चार व्यक्तियों द्वारा डाकघर के खाते में जमा करवाई गई रकम हड़पने के संबंध में पूर्व में रखी गई शिकायत में खुलासा हुआ कि इस मामले में 17 लाख रुपये का गबन किया गया है। इसमें गबन करने वाले डाकघर कर्मचारी की, इसी माह मृत्यु हो गई, बेटा फरार है जिसको पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही हैं। इसके साथ ही इस मामले में डाकघर द्वारा अपनी जिम्मेदारी समझते हुए रितिका, ममता व किरण के पैसों का भुगतान जल्द करवाने का आश्वासन दिया।

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फसल जलने की जांच के लिए होगा लाई डिटेक्शन टेस्ट

गांव किरोड़ी की भतेरी ने गांव के कुछ व्यक्तियों पर आरोप लगाया कि उन्होंने उसके दो एकड़ खेत में खड़ी गेहूं की फसल को जहरीले स्प्रे से खराब कर दिया। शिकायत करने पर उसके परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। इस संबंध में पिछली बैठक के दौरान पुलिस ने आरोपों में कोई सच्चाई नहीं होने की बात कही गई थी जिस पर इस मामले की जांच के लिए डीएसपी, डीडीए व समिति सदस्यों सुरेश नैन व केएल रिणवा की एक कमेटी बनाई गई थी। रिणवा ने बताया कि यह मामला काफी उलझा हुआ है। गांव वाले पीड़ित के पक्ष में हैं। हम सभी का मत है कि लाई डिटेक्शन टेस्ट करवाना चाहिए।

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बैठक में ये रहे उपस्थित

बैठक में बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग, हांसी के विधायक विनोद भ्याणा, उपायुक्त अशोक कुमार मीणा, मेयर गौतम सरदाना, पुलिस अधीक्षक शिवचरण, हांसी पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त उत्तम सिंह, पूर्व मंत्री प्रो. छत्तरपाल सिंह, जजपा जिलाध्यक्ष जयपाल बांडाहेड़ी आदि अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।


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