Move to Jagran APP

Emergency 1975 : नेता को बोला था, माफी मांग लो बेटे की जिंदगी खराब होने से बच जाएगी

तेलियान पुल पर पूर्व पार्षद स्व. अर्जुन देव आर्य को किया था बेटे विजय कुमार सहित गिरफ्तार। विजय की भाभी व भतीजी दिल्ली में हुई थीं गिरफ्तार भाभी के परिवार ने भी किया था आंदोलन

By manoj kumarEdited By: Published: Tue, 25 Jun 2019 05:04 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2019 05:04 PM (IST)
Emergency 1975 : नेता को बोला था, माफी मांग लो बेटे की जिंदगी खराब होने से बच जाएगी
Emergency 1975 : नेता को बोला था, माफी मांग लो बेटे की जिंदगी खराब होने से बच जाएगी

हिसार [अमित धवन] सन 1975 की बात है। तेलियान पुल पर कुछ लोगों की भीड़ इमरजेंसी के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी। भारतीय जनसंघ के महासचिव एवं पूर्व पार्षद अर्जुन देव आर्य इमरजेंसी के बारे में लोगों को बता रहे थे। उसी दौरान पुलिसकर्मी आए और उनको पकड़ लिया। गिरफ्तार करने पर भीड़ भड़क गई और नारेबाजी तेज हो गई।

loksabha election banner

थाने में पुलिस को पता चला कि जो लोग पकड़े गए हैं, उनमें स्व. अर्जुन देव का बेटा विजय कुमार भी है। बस इसी रिश्ते को हथियार बनाकर पुलिसकर्मियों ने उन पर दबाव बनाना चाहा। कहा- माफी मांग लो, बेटे को छोड़ देंगे। उसकी जिंदगी खराब होने से बच जाएगी। वह बोले- उन्होंने और उनके बेटे ने गलत काम नहीं किया है। गलत के खिलाफ आवाज उठाई है। माफी नहीं मांगेंगे।

फिर क्या था पुलिस ने उनको जेल में डाल दिया। यह कहानी है हिसार के स्व. अर्जुन देव आर्य के परिवार की, जिन्होंने इमरजेंसी में गिरफ्तारियां दीं।  पिता-पुत्र हिसार तो बहु और तीन साल की भतीजी को दिल्ली में गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया।

आर्य बाजार निवासी विजय कुमार कहते हैं- 4 जुलाई 1975 को स्व. अर्जुन देव आर्य ने तेलियान पुल पर आंदोलन किया था। उस समय सभी नेता बैग में माला रखते थे और जहां भी भीड़ दिखती तो वहीं आंदोलन शुरू हो जाता था। मकसद था लोगों को इमरजेंसी के बारे में बताते हुए विरोध से जोडऩा। जैसे ही उनके आंदोलन का पता चलता, पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लेती थी। गिरफ्तारी के बाद स्व.  आर्य करीब दो माह तक जेल में बंद रहे थे।

मायके के 13 लोगों के साथ गिरफ्तार हुई थी सुमित्रा

इमरजेंसी में हर तरफ आंदोलन चल रहे थे। विजय ने बताया कि उनकी बड़ी भाभी सुमित्रा अपनी तीन साल की बेटी के साथ दिल्ली भाई की शादी में गई थी। शादी के अगले दिन ही उनके मायके के परिवार ने इमरजेंसी का विरोध शुरू कर दिया था। पुलिस ने दिल्ली में ही सुमित्रा, उनकी चचेरी बहन एवं सेक्टर 13 निवासी पुष्पा सहित परिवार के 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। वह करीब एक माह से ज्यादा समय तक तिहाड़ जेल में बंद रही थी।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.