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कोरोना वायरस से इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल बाजार महंगा

इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और मोबाइल एसेसरीज की चीन से सप्लाई बंद 20 से 30 फीसद बढ़े दाम।

By Manoj KumarEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 01:37 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 01:37 PM (IST)
कोरोना वायरस से इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल बाजार महंगा

जेएनएन, हिसार: चीन के वुहान से फैले कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इलेक्ट्रॉनिक्स सामान और मोबाइल एसेसरीज की सप्लाई भी बंद हो गई है। सप्लाई बंद होने से और डिस्ट्रीब्यूटरों पर पड़ा स्टॉक लगातार कम होने के कारण चीन से आने वाले कई तरह के सामान के दाम 20 से 30 फीसद तक बढ़ गए हैं। दाम बढऩे से काम में धीरे-धीरे मंदी आती जा रही है। शहर में इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल की करीब 200 दुकानें है, जिनमें प्रतिदिन दो करोड़ रुपये का कारोबार होता है। लेकिन चीन से आने वाले सामान की तीन से चार महीने में सप्लाई शुरू नहीं हो पाई तो उपरोक्त सामान बेचने वाले भारतीय डिस्ट्रीब्यूटर्स का स्टॉक खत्म हो जाएगा और उपरोक्त सामान के बाजार पर भी इसका विपरीत असर देखने को मिलेगा। शहर में पुष्पा कॉम्प्लेक्स स्थित सौरव मोबाइल के संचालक सौरव ने बताया कि उनका काम तो चीन से आने वाले फैंसी मोबाइल कवर पर ही निर्भर है, लेकिन वहां से सप्लाई बंद हो गई है। नया माल नहीं आने से ग्राहकों को उनकी पसंद के मोबाइल कवर नहीं मिल रहे, जिससे 30 फीसद काम कम हो गया है। मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स सामान पर भी ऐसा ही असर देखने को मिल रहा है।

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दो-तीन माह में शुरू नहीं हुई सप्लाई तो दोगुने होंगे दाम

चीन में दिसंबर में कोरोना वायरस फैला था, जिससे चीन में 1200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चीन से जनवरी की शुरूआत से उपरोक्त सामान की सप्लाई बंद है। इससे मैन्यूफैक्चरिंग पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी भी बढ़ी है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, मोबाइल असेसरीज सहित घरों के सजावट का सामान जिनमें फैंसी लाइट्स, एलईडी, एसी, रेडियो पैन ड्राइव समेत ताले और स्कूली बैग भी महंगे हो गए हैं। साथ ही चीन की एक मोबाइल कंपनी के नए मॉडल का रेट भी 500 रुपये बढ़ाकर बेचा जा रहा है। पहले यह मोबाइल 10 हजार रुपये में मिलता था, वहीं अब इसका रेट ऑनलाइन 10500 रुपये हो गया है।  हालांकि चीन में जनवरी महीने में अवकाश रहता है। इस कारण भारतीय बाजार पर अभी सिर्फ फरवरी महीने का ही असर दिख रहा है। लेकिन अगर चीन से आने वाला सामान आने वाले दो से तीन महीने सप्लाई नहीं होता तो उपरोक्त सामान के रेट दोगुने हो सकते है।

शहर में मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स की 200 दुकानें

शहर में मोबाइल की करीब 100 दुकानों पर प्रतिदिन 80 लाख रुपये, 100 इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों पर करीब एक करोड़ रुपये के करीब व्यापार होता है। लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते चीन से इलेक्ट्रॉनिक्स सामान व मोबाइल एसेसरीज की सप्लाई बंद हो गई है, जिससे इस सामान के रेट बढ़ गए है। पहले जहां किसी 10 से 12 हजार के एंड्रायॅड फोन की स्क्रीन 1500 रुपये में मिल जाती थी, वहीं अब यही मोबाइल स्क्रीन 2 हजार रुपये तक उपलब्ध करवाई जा रही है।

इस सामान के दाम बढ़े -

सामान - पहले - अब (कीमत रुपये में)

हेडफोन - 450 से 2000 - 580 से 2500

चार्जर - 150 से 700 - 200 से 750

मोबाइल बैटरी - 250 से 1500 - 300 से 1500

मोबाइल स्क्रीन - 500 से 3000 - 600 से 3500

मोबाइल स्क्रीन गार्ड - 70 से 150 - 90 से 200

मोबाइल चिप - 150 से 500 - 180 से 550

स्कूल बैग - 250 से 1000 - 300 से 1200

ताले - 50 से 500 - 80 से 550

ट्रॉली बैग - 3000 से 5000 - 3200 से 5500

रेडियो पैन ड्राइव - 410 से 800 - 450 से 850

मोबाइल कवर - 50 से 500 - 60 से 600

एसी - 25000 से 100000 - 28000 से 120000

एलईडी - 8000 से 50000 - 9000 से 55000


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