नामांकन से पहले नपा प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार शुरू, प्रधान पद के लिए होगी कांटे की टक्कर
जय सिगलाउकलाना मंडी चुनाव आयोग द्वारा नगरपालिका चुनाव घोषित कि ए जाने के बाद चुनाव लडऩे
जय सिगला,उकलाना मंडी : चुनाव आयोग द्वारा नगरपालिका चुनाव घोषित कि ए जाने के बाद चुनाव लडऩे वाले सभी प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है। हालांकि इन प्रत्याशियों ने पिछले 7-8 महीनों से ही चुनाव के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर रखी है लेकिन जैसे ही चुनाव आयोग द्वारा चुनाव तिथि की घोषणा हुई तो प्रत्याशियों की कार्यवाही सक्रिय हो गई। नपा चुनाव के लिए 27 दिसंबर का दिन निर्धारित किया गया है और 30 दिसबर को मतगणगना की जाएगी। चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों के नामांकन के लिए 11-16 दिसंबर का समय निश्चित किया गया है और 18 दिसंबर को नामांकन वापिस लेने और चुनाव चिन्ह आबंटन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। जानकारी के अनुसार नगरपालिका उकलाना में 13 वार्ड है जिसमें 13 जनप्रतिनिधियों का चुनाव क्षेत्र की जनता द्वारा किया जाएगा। वहीं,13 वार्डों में शामिल सभी मतदाता एक प्रधान पद के लिए सीधे तौर पर चुनाव करेंगे और प्रधान का चयन करेंगे। वहीं,प्रधान पद के लिए सीधे चुनाव होने की प्रक्रिया के बाद चुनावी मैदान में अनेक प्रत्याशी अपनी-अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हो चुके हैं। इनमें से पूर्व पार्षद महेंद्र सोनी,युवा भाजपा नेता संदीप गोयल,समाजसेवी एवं लोटस स्कूल डायरेक्टर कपिल नारंग,समाजसेवी रेनू गोयल,पूर्व पार्षद राजेश बंसल,निशा शर्मा,जगदीश असीजा के नाम नगरपालिका के प्रधान के लिए चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों के रूप में सामने आए हैं। इनमें से सक्रियता दिखाते हुए कुछ प्रत्याशियों ने चुनाव नामांकन से पूर्व ही क्षेत्र में अपना चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है। जिसके तहत अपने चुनावी प्रचार के इश्तहार लेकर डोर-टू-डोर लोगों से मिला जा रहा है और उनसे वोटों की अपील की जा रही है। चुनाव प्रचार की इस कार्यवाही में पूर्व पार्षद महेंद्र सोनी,युवा भाजपा नेता संदीप गोयल,समाजसेवी कपिल नारंग और रेणु गोयल का नाम सबसे आगे चल रहा है। इनकी प्रचार कार्यशैली को देखकर लगता है कि निश्चित रूप से ये प्रत्याशी इस बार प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ेंगे और अपना चुनाव नामांकन दाखिल करेंगे। बॉक्स:
प्रधान पद के लिए इस बार होगी कांटे की टक्कर चुनावी मैदान में प्रधान पद के लिए इस बार कांटे की टक्कर होने वाली है। क्योंकि प्रधान पद का चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशी अपने-2 क्षेत्र में महारत रखते हैं। इसी प्लस प्वाइंट के चलते क्षेत्र के लोगों में ये प्रत्याशी अपना-2 दबदबा बनाए हुए है। कहीं पर युवा प्रत्याशी की युवा शक्ति भारी पड़ रही है तो कहीं पर पूर्व पार्षद की वर्षों पुरानी समाजसेवा भारी पड़ रही है। कहीं पर नए चेहरे को देखने की ललक तो कहीं पर पहली बार महिला प्रधान को देखने की चाह दिखाई दे रही है। लेकिन इस बात का अंदाजा चुनाव नामांकन के बाद होने वाले चुनाव प्रचार के दौरान देखने को मिलेगा।