शिक्षकों के सवालों पर उखड़े एडीसी
मिलन समारोह के दौरान दागे गए सवाल एडीसी के लिए नासूर बन गए, जब प्राइवेट स्कूल संचालक उसी सवाल पर अड़े रहे।
संवाद सहयोगी, हिसार : मिलन समारोह के दौरान दागे गए सवाल एडीसी के लिए नासूर बन गए, जब प्राइवेट स्कूल संचालक उसी सवाल पर अड़े रहे। अतत: एडीसी एएस मान इतना बिगड़ गए कि उक्त प्राइवेट स्कूल संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कह डाली। सहमा स्कूल संचालक सवाल करना भूल गया और अपने चेहरे पर मायूसी के साथ सीट पर बैठ गया। यह सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा था और उसी क्षण एक और शिक्षिका ने भी मिलते-जुलते प्रश्न को दोहरा डाला। इतना सुनते ही डीपीसी देवेंद्र की शक्ल लाल पड़ गई और तमतमाते हुए प्रधानमंत्री से सवाल का जवाब मांग लेने की नसीहत दे डाली। आखिर ऐसा कौन सा सवाल था, जिससे अधिकारी इतना आवेश में आ गया। शाम के करीब साढ़े चार बजे सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों का मिलन समारोह चल रहा था। इस मिलन समारोह के अंतर्गत 100 सरकारी स्कूल के छात्र एवं 100 प्राइवेट स्कूल के छात्र एक-दूसरे के स्कूल में जाकर व्यवहारिक ज्ञान को समझना था। यह व्यवहारिक ज्ञान की पाठशाला के आयोजन अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान कर रहे थे। तभी एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने जिला प्रशासन पर शीतकालीन अवकाश में प्राइवेट स्कूलों को जबरन बंद करवाने के आरोप लगा दिए, जिस पर शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने सवाल का जवाब प्रधानमंत्री कार्यालय से लेने की बात कह डाली।
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योजना को लेकर असमंजस में दिखे शिक्षक
जिला सभागार में चल रही बैठक में प्राइवेट और सरकारी स्कूल के शिक्षक योजना को लेकर असमंजस में दिखाई दिए, जिनमें भाषा समस्या, टॉपिक, दूरी सहित वित्तीय संबंधित कई सवाल थे। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से योजना से संबंधित मेल को प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में भेज दिया गया था। लेकिन मेल से अनजान सभी हेड टीचर बैठक पहुंच गए और अधिकारियों से सवालों के जवाब लिए।
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30 जनवरी तक रिपोर्ट करनी होगी पेश
जिला प्रशासन ने प्राइवेट और सरकारी स्कूल संचालकों को निर्देश दिए है कि वे मिलन समारोह योजना से संबंधित तमाम रिपोर्ट 30 जनवरी तक जमा करवा दें। रिपोर्ट में सभी क्रियाओं की वीडियो, फोटो और लिखित दस्तावेज प्रमाण के तौर पर जिला प्रशासन को भेजनी होगी। हालांकि प्रशासन ने योजना से संबंधित तमाम क्रियाओं को दोनों स्कूल के प्राचार्यो के अधीनस्थ छोड़ा है। वे जब भी चाहे इस योजना को शुरू कर सकते हैं। यह योजना उन्हें करीब पांच दिन चलानी होगी।
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भविष्य में दोनों पार्टनरों को विशेष कार्यक्रम भी स्कूल में बनाने होंगे
अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान ने बताया कि भविष्य में विशेष कार्यक्रम जैसे दिवाली, पार्टी, स्पोर्ट्स डे सहित अनेक कार्यक्रम दोनों पार्टनर एक-दूसरे स्कूलों में जाकर बनाएंगे। ताकि दोनों स्कूलों के मुखिया के बीच हिचकिचाहट दूर हो। ताकि टीचर से लेकर विद्यार्थी भी एक-दूसरे में घुले-मिले और बेहतरीन टिप्स ले बेहतर शिक्षा परिणाम प्राप्त कर सकें। इससे संबंधित भी रिपोर्ट सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बनानी होगी, जोकि जिला प्रशासन को देनी होगी।
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बैठक में पहुंचे 175 स्कूल के हेड टीचर
लघु सचिवालय स्थित जिला सभागार में आयोजित मिलन समारोह में करीब 175 स्कूलों के हेड टीचर बैठक में पहुंचे, जबकि शेष स्कूलों के हेड टीचर बैठक से अनुपस्थित रहें। बैठक में पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत ¨सह सहरावत ने जहां उपस्थित हेड टीचरों से विद्यार्थियों को बेहतर सुरक्षा को लेकर फस्ट एड की सुविधा रखने का आह्वान किया तो सर्व शिक्षा अभियान के जिला प्रोजेक्ट को-ओर्डिनेटर देवेंद्र ने प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को ग्रामीण लाइफ से टच करवाने के लिए हेड टीचरों को प्रेरित किया।