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15 साल पहले भी चौ. भजनलाल के घर खंगाले थे कागजात, दोबारा सर्वे से सियासत में हलचल

प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई के घर व दुकान पर आयकर विभाग की कार्रवाई को उससे जोड़ कर देखा जा रहा है। इससे पहले भी इस परिवार पर छापे लगते रहे हैं

By manoj kumarEdited By: Published: Wed, 24 Jul 2019 05:09 PM (IST)Updated: Thu, 25 Jul 2019 02:57 PM (IST)
15 साल पहले भी चौ. भजनलाल के घर खंगाले थे कागजात, दोबारा सर्वे से सियासत में हलचल
15 साल पहले भी चौ. भजनलाल के घर खंगाले थे कागजात, दोबारा सर्वे से सियासत में हलचल

हिसार, जेएनएन। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भजनलाल और आदमपुर से विधायक कुलदीप बिश्नोई के घर 15 साल बाद फिर से छापा पड़ा है। 2004 में कुलदीप बिश्नोई के सभी ठिकानों पर ईडी ने छापा मारा था। उस छापे के बाद अब दोबारा से आयकर विभाग ने छापा मारा है। इसकी कार्रवाई बुधवार सुबह से चल रही है। छापे से हिसार के साथ प्रदेश की राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।

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कार्यकर्ता जहां लगातार विरोध कर छापेमारी को गलत बता रहे है। वहीं रात को आदमपुर में कुलदीप बिश्नोई के आवास व दुकान के बाहर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। हंगामे के दौरान पुलिस व आयकर अधिकारियों से भव्य को छोडऩे की बात कही। माहौल गर्म होने पर अब पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। वहीं रात करीब सवा दस बजे भव्य को आयकर टीम हिसार के लिए लेकर निकल ली।

प्रदेश में आने वाले समय में विधानसभा चुनाव नजदीक है। इससे पहले कुलदीप बिश्नोई के घर व दुकान पर आयकर विभाग की कार्रवाई को उससे जोड़ कर देखा जा रहा है। इससे पहले भी इस परिवार पर छापे लगते रहे है। 2004 में ईडी, 1998 में आयकर, विजिलेंस, क्राइम ब्रांच के छापे लगे।

उससे पहले शराब बंदी के दौरान छापेमारी की गई थी। अब विभाग की तरफ से 15 साल बाद दोबारा से जांच की जा रही है। छापे के साथ ही राजनीति हल तेज हो गई है। कांग्रेस नेताओं की तरफ से इस छापेमारी को राजनीति द्वेष भावना से प्रेरित बता रहे है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सिर्फ दबाव बनाने के इरादे से किया जा रहा है।

आदमपुर में माहौल गर्म

छापेमारी की सूचना मिलने के बाद कुलदीप के समर्थक आदमपुर के आवास के बाहर जमा हो गए। कार्यकर्ताओं की तरफ से लगातार पुलिस व आयकर अधिकारियों से भव्य को बाहर निकालने की मांग उठाई जा रही है। उनकी तरफ से पुलिस से बहस भी की गई। माहौल गर्म होने पर डीएसपी अमरजीत सिंह और इंस्पेक्टर जगदीश राय मौके पर पहुंच गए। उनकी तरफ से लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। वह भव्य को देखने पर अड़े रहे। उसके बाद कार्यकर्ताओं को शांत करने और किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसको लेकर भारी पुलिस को मौके पर तैनात कर दिया गया।


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