रक्षा बंधन पर मुफ्त यात्रा के चलते रोडवेज बसों में भीड़ अधिक होने पर खिड़की में लटकती नजर आई महिलाएं
बहन के पवित्र पर्व रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाईयों की कलाई पर राखी बांध रही हैं। रक्षा बंधन को लेकर महिलाएं अपने 15 साल तक के बच्चों के साथ मुफ्त यात्रा कर रही हैं। रक्षाबंधन पर्व को लेकर महिलाओं की बसों में भीड़ बढ़ रही है।
जागरण संवाददाता, सिरसा: हरियाणा समेत देशभर में भाई बहन के पवित्र पर्व रक्षा बंधन पर बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध रही है। रक्षा बंधन को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। वहीं हरियाणा में हर बार की तरह रक्षा बंधन पर महिलाएं अपने 15 साल तक के बच्चों के साथ मुफ्त यात्रा कर रही हैं। रक्षाबंधन पर्व को लेकर महिलाओं की बसों में भीड़ बढ़ रही है। भीड़ अधिक होने से महिलाएं खिड़की में भी लटकी दिखीं। बसों में बैठने के लिए सीट तक नहीं मिली। रोडवेज विभाग ने व्यवस्था जांचने व बसों की चेकिंग करने के लिए अधिकारियों के साथ 34 इंस्पेक्टर व कर्मचारी तैनात किए हुए हैं। विभाग के अधिकारी निजी बसें जो रूट मिस कर रही है। उसकी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं।
महिलाओं को वापस दिला रहे हैं किराया
रोडवेज विभाग के सिरसा जिले के जीएम खूब राम, बस स्टैंड इंचार्ज रतन लाल, टीआइ राकेश कुमार, एसआइ सुशील कुमार, विष्णू व ओमप्रकाश ने समय समय पर बसों की चेकिंग की। चेकिंग के दौरान कई निजी बसों में महिलाओं से किराया लिया हुआ मिला। इस पर महिलाओं को वापस किराया दिलवा दिया।
राइवेट बसों पर भी नजर, निर्धारित समय पर चल रही हैं या नहीं
झज्जर : रक्षा बंधन के पर्व पर जो प्राइवेट बसें अपने निर्धारित समय से नहीं चल रही है, उन पर नजर रखी जा रही हैं। ताकि उन बसों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। कई बसें ऐसी हैं, जो अपने निर्धारित समय व रूट पर नहीं चल रही। इसका एक कारण यह भी माना जा रहा है कि सरकार ने रक्षा बंधन पर महिलाओं के लिए निशुल्क यात्रा की हुई है। शनिवार दोपहर 12 बजे से रविवार रात 12 बजे तक महिलाएं अपने 15 साल तक के बच्चे के साथ बसों में निशुल्क यात्रा कर सकती है। महिलाओं निशुल्क यात्रा का लाभ प्राइवेट बसों में भी मिलने के चलते प्राइवेट बसों को निर्धारित समय पर नहीं चलाया जा रहा। अगर महिलाएं निशुल्क बसों में यात्रा करेंगी तो किराया कम आएगा। वहीं बसों में तेल आदि के खर्च में कोई कमी नहीं आएगी। जिससे प्राइवेट बसा संचालकों पर बोझ बढ़ेगा। इसको देखते हुए प्राइवेट बस संचालक रूटों पर बस चलाने से भी परहेज कर रहे हैं। ताकि उन्हें घाटा ना उठाना पड़े।
रक्षा बंधन पर्व मनाने के लिए महिलाएं अपने भाई के पास पहुंचती है। यात्रा के लिए महिलाएं बस के सफर को ही प्राथमिकता देती हैं। साथ ही सरकार ने महिलाओं की यात्रा को निशुल्क कर दिया है। जिससे रोडवेज बसों में यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है। सामान्य दिनों से करीब डेढ़ गुना तक अधिक महिलाएं रक्षा बंधन पर यात्रा कर रही हैं। जिसके चलते बस स्टैंड व बसों में भी सवारियों की काफी संख्या देखने को मिल रही है। यात्रा में कोई परेशानी ना हो, इसलिए रोडवेज विभाग ने भी पूरी तैयारी की हुई है। सुविधा को देखते हुए सभी बसों को चलाया गया है। वहीं अतिरिक्त स्टाफ को भी बुलाया गया है। जो बस स्टैंड पर पहुंचने वाली सवारियों की सुविधा अनुसार बसों को बुलाकर विभिन्न रूटों पर भेजा। झज्जर डिपो की कुल 102 बसें आन रूट रही और विभिन्न रूटों पर दौड़ती दिखाई दी।