कोरोना को हराने में जुटे इंडिया को विश्वकप जिताने वाले जोगेंद्र शर्मा, 24 घंटे कर रहे ड्यूटी
टी-20 किक्रेट वर्ल्ड कप जिताने वाले जोगेंद्र शर्मा लोगों से अनुरोध कर रहे हैं कि हम आपके लिए सड़क पर हैं आप घर में ही रहें। बतौर डीएसपी हिसार में कार्यरत हैं।
हिसार [अमित धवन] पहले टी-20 क्रिकेट विश्वकप के अंतिम ओवर की चौथी गेंद पर मिस्बाह-उल-हक को आउटकर भारत को विश्वकप जिताने वाले जोगेंद्र शर्मा लॉकडाउन के बीच सड़कों पर पुलिस उपाधीक्षक की वर्दी में कोराना से जंग लड़ रहे हैं। लोगों को समझाते हैं। घरों से बाहर न निकलें। यदि कोई परेशानहाल है तो उसकी मदद करते हैं। कहते हैं-क्रिकेट में लक्ष्य विरोधी टीम को हराने का होता है। इस बार का लक्ष्य बहुत ही बड़ा है। देश और समाज को बचाने की लड़ाई है। रोहतक के रहने वाले जोगेंद्र शर्मा हिसार में बतौर डीएसपी 24 घंटे ड्यूटी सड़क पर रहते हैं। उनकी इस कर्तव्य परायणता को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड ने भी सलाम किया है।
हिसार में डीएसपी लॉ एंड आर्डर के पद पर तैनात जोगेंद्र शर्मा कहते हैं कि कई देशों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बहुत दुखदायक स्थिति है। हमारे देश में ऐसा न हो इस लिए वह लगे हुए है। यह हर व्यक्ति के लिए परीक्षा की घड़ी है। कोरोना की जंग सभी को मिलकर जीतनी है। पुलिस प्रशासन से सहयोग कर हर व्यक्ति को साथ देना है। यदि आदमी को हर किसी की जिंदगी बचानी है तो उसको घर पर रहना होगा। जोगेंद्र बताते हैं कि वैसे तो लोग बाहर नहीं निकल रहे, लेकिन कुछ लोग आपात स्थितियों के कारण बाहर निकलते हैं। इनके अतिरिक्त जो दूसरे लोग बाहर आ रहे है उनके पुलिस चालान काट रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ड्यूटी कर हर किसी की सुरक्षा के लिए सड़क पर तैनात है, बस अपील है कोई दूसरा बाहर न आए।
परिवार से हर रोज करता हूं बात
जोगेंद्र शर्मा ने बताया कि वह हर रोज परिवार से वीडियो कॉल और सामान्य कॉल पर बातचीत करते है। उनकी पत्नी शिखा घर पर रहती है। दो बेटे है जो हर रोज घर में रहकर नया करते रहते है। उनकी माता धनपति देवी भी साथ है। उनके परिवार को थोड़ी चिंता होती है लेकिन यह उनकी ड्यूटी है। समाज को बचाने की। देश को इस महामारी से दूर करने की।
घर पर रहकर पढ़ें, योग करें स्वस्थ रहें
जोगेंद्र लोगों को सलाह देते हैं कि घर पर रहते हुए भी फिटनेस बनाए रखें। फिटनेस जरूरी है। घर में रहकर योग करें। खुद भी पढ़कर ज्ञान बढ़ाएं और बच्चों को भी पढऩे के लिए प्रेरित करें। घर में हवन कर सकते हैं। जोगेंद्र दिन भर सड़क पर रहते है। यदि कभी खाली समय मिल जाता है तो लॉ की किताबे पढ़ते हैं।
रोहतक के वैश्य स्कूल-कॉलेज से की पढ़ाई
जोगेंद्र ने बताया कि वह रोहतक में रेलवे स्टेशन के पास नया पड़ाव मोहल्ले में रहते थे। अब उन्होंने सेक्टर में घर बना लिया है। उनकी शिक्षा वैश्य स्कूल और कॉलेज से रही। शुरू से वह स्कूल की तरफ से होने वाली खेलों की गतिविधियों में भाग लेते थे। कोई खेल ऐसा नहीं था जिसमें वह न खेलते थे। उनके बड़े भाई अश्वनी क्रिकेट खेलते थे। उन्हीं से क्रिकेट खेलने की प्रेरणा मिली।
2007 में बने थे डीएसपी
हरियाणा सरकार ने सन 2007 में जागेंद्र शर्मा को डीएसपी बनाया था। उसके बाद वह लगातार दस साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते रहे । इस दौरान बीच में वह ड्यूटी देते रहते थे। सन 2017 से वह पूरी तरह से पुलिस ऑफिसर मोड में आ गए।
क्रिकेट करियर पर एक नजर
दाएं हाथ के मीडियम फास्ट बॉलर और बैट्समैन
जन्म : 23 अक्टूबर 1983, रोहतक
पहला वन डे : 23 दिसंबर 2004
अंतिम वन डे : 20 जनवरी 2007
पहला टी-20 : 18 सितंबर 2007
अंतिम टी-20 : 24 सितंबर 2007