लॉकडाउन में ऑनलाइन नृत्य सीखा रहीं डॉ. राखी, लोगों को भा रहा अनूठा प्रयास
नृत्यांगना डा. राखी जोशी ने अनूठा प्रयास शुरू किया है। वे नियमित ऑनलाइन होकर देश के अलग-अलग राज्यों में नृत्य सीखने के इच्छुक लोगों को कथक की विभिन्न विधाओं को सीखा रही हैं।
हिसार, जेएनएन। कोरोना को हराने की मुहिम के चलते लॉकडाउन सफल बनाने के लिए देश की प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना डा. राखी जोशी ने अनूठा प्रयास शुरू किया है। वे नियमित ऑनलाइन होकर देश के अलग-अलग राज्यों में नृत्य सीखने के इच्छुक लोगों को कथक की विभिन्न विधाओं को सीखा रही हैं। डा. राखी जोशी सेक्टर 15 निवासी है। वे कोलकाता की सर्व भारती संगीत विश्वविद्यालय से गोल्ड मेडलिस्ट हैं और नृत्य रतन उपाधि से सम्मानित हैं। उन्होंने रायगढ़ के राजा चक्रधर सिंह के रायगढ़ की रचनाओं में नृत्य संयोजन पर पीएचडी की है।
डा. राशी जोशी इंडोनेशिया, मलेशिया और जकार्ता सहित विदेशों में कई जगह अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। साथ ही वहां के युवाओं को नृत्य सिखाकर भारतीय संस्कृति से रूबरू करवा रही हैं। इस समय भोपाल में कलांधिका के कथक गुरू सूरज शर्मा के साथ लोगों को कारोनो से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए वे अपनी प्रस्तुति दे रही हैं। यू-ट्यूब पर करीब 20 वीडियो डाल चुकी हैं, जिनसे युवा नृत्य सीख रहे हैं। डा. राखी जोशी का नृत्य के प्रति प्रेम ने उन्हें नारी सम्मान दिलाया। राखी जोशी को बचपन से ही नृत्य सीखने का शौक था। उन्होंने दिल्ली में उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत अकादमी में आठ साल तक कथक में छात्रावृति हासिल की। अब देश विदेश में कथक नृत्य सीखा रही हैं।
ऑनलाइन करवा रहीं रियाज
देश के कला प्रेमियों को डा. राखी जोशी ऑनलाइन कत्थक का रियाज करवा रही हैं। साथ ही ऑनलाइन कत्थक सीखकर जो छात्र या छात्रा उन्हें अपने नृत्य की वीडियो क्लिप भेज रहे हंै, उन्हें वाट्सएप के माध्यम से उनकी कमियां बताते हुए उन्हें नृत्य की वीडियो भेजकर उन कमियों को दूर करना सीखा रही है। डा. जोशी ने कहा कि हमारे शिष्यों में ज्यादातर संगीत व नृत्य में मास्टर डिग्री करने वाले है। लॉकडाउन में ऑनलाइन नृत्य गुर सीखाकर डा. राखी जोशी लोगों से घर की लक्ष्मण रेखा में ही रहने का आग्रह कर रही हैं।