Move to Jagran APP

हिसार में निगम सिटी बस ठेकेदार और आटो यूनियन के बीच स्टैंड को लेकर ठनी, बढ़ा विवाद

सिटी बस संचालकों और आटो यूनियन ठेकेदारों के बीच ठन गई है। करण है कि बस स्टैंड पर बस खड़ी करने को लेकर विवाद शुरु हुआ है। आटो यूनियन का आरोप है कि बस संचालक अपने निर्धारित काउंटर पर बसें नहीं लगाकर हमारे आटो के सामने सवारियां भर रहे है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Tue, 12 Oct 2021 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 12 Oct 2021 05:53 PM (IST)
हिसार में निगम सिटी बस ठेकेदार और आटो यूनियन के बीच स्टैंड को लेकर ठनी, बढ़ा विवाद
हिसार में सिटी बस संचालक और ऑटो यूनियन के बीच का विवाद खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है

हिसार : नगर निगम की ओर से चलाई गई सिटी बस संचालकों और आटो यूनियन ठेकेदारों के बीच ठन गई है। करण है कि बस स्टैंड पर बस खड़ी करने को लेकर विवाद शुरु हुआ है। आटो यूनियन का आरोप है कि बस संचालक अपने निर्धारित स्टैंड पर निर्धारित काउंटर पर बसें नहीं लगाकर हमारे आटो के सामने सवारियां भर रहे है। जिससे हमारा कारोबार प्रभावित हो रहा है। इस पर मंगलवार सुबह भी सिटी बस स्टाफ और आटों वालों में विवाद हो गया है। उधर सिटी बस संचालक राजबीर सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि रोडवेज के अफसर आटो यूनियन से मिलकर शहर में सिटी बस सर्विस बंद करवाना चाहते है इसलिए विवाद करवा रहे है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है।

loksabha election banner

ये है स्थिति

शहर में जनता की मांग पर नगर निगम प्रशासन ने विभिन्न रुटों पर करीब नौ बसें चलाई है। जिसमें जनता पांच रुपये और अधिकत्तम दस रुपये में यात्रा कर सकती है। ये बसें कैंट तक जाती है। उधर आटो में 20 रुपये प्रति सवारी किराया वसूला जाता है। ऐसे में सिटी बसें जनता के लिए बड़े स्तर पर सस्ती यात्रा का एक बेहतर विकल्प है। इसका सबसे अधिक लाभ स्कूल कालेज में जाने वाले विद्यार्थियों को है।

दोनों पक्षों का ये है तर्क

आटो यूनियन : सिटी बस संचालक को रोडवेज ने लोकल बस स्टैंड पर छह और सात नंबर काउंटर पर बसें लगाने की अनुमति दी हुई है। लेकिन ये हमारे आटो के सामने से ही बस में सवारी भर रहे है इससे हमारा रोजगार प्रभावित हो रहा है। इसलिए हमारी मांग है कि प्रशासन यहां से बसें हटवाए नहीं हो हम इस संबंध में आगामी सख्त कदम उठाएंगे।

- मानसिंह दुग्गल, प्रधान, हरियाणा भाईचारा आटो यूनियन, हिसार।

बस संचालक : रोडवेज स्टाफ अाटों से मिल गया है। हम 2700 रुपये प्रतिमाह प्रति बस का रोडवेज को भुगतान करते है। जबकि आटो संचालक फ्री में खड़े होते है। निगम कमिश्नर इन आटो को बस स्टैंड से बाहर करने के संबंध में रोडवेज प्रशासन को कह चुके है लेकिन समाधान नहीं कर रहे है। रोडवेज और आटो वाले मिलकर शहर में सिटी बस सर्विस बंद करवाने चाहते है ताकि आटो वाले जनता से मनमर्जी का किराया वसूल सकें। प्रशासन से मांग है कि इस संबंध में उचित कदम उठाए। नहीं तो मजबूरीवश शहर में सिटी बस सर्विस बंद होने की कगार पर पहुंच गई है।

- राजबीर सिंह, बस संचालक, सिटी बस, नगर निगम हिसार।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.