पीजी के बाथरूम में संदिग्ध हालात में मिली युवक की लाश
जागरण संवाददाता हिसार डाबड़ा ओवरब्रिज के बगल में स्थित एक निजी अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ म
जागरण संवाददाता, हिसार : डाबड़ा ओवरब्रिज के बगल में स्थित एक निजी अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ में कार्यरत भादरा के पास स्थित ढाणी बेरवाल के निवासी नरेंद्र की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह बैंक कालोनी स्थित एक पीजी की छत पर बने बाथरूम में वह मृत अवस्था में पाया गया। उसकी मौत का पता तब लगा, जब पीजी में रहने वाला एक अन्य युवक छत पर बने बाथरूम में जाने लगा। बाथरूम की अंदर से कुंडी लगी हुई थी। दरवाजे के ऊपर से झांक कर देखा तो नरेंद्र मुंह के बल फर्श पर गिरा हुआ दिखा। बाद में इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई। अर्बन एस्टेट पुलिस ने सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर युवक के शव को कब्जे में लिया और प्राथमिक जांच के दौरान मिले ट्रामाडोल इंजेक्शन की टूटी शीशियां और सीरिज कब्जे में लेकर शव को सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया। जहां दोपहर 2.30 बजे के करीब पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया। पोस्टमार्टम में युवक की मौत जहरीले पदार्थ के सेवन से बताई जा रही है, वहीं पुलिस के अनुसार ट्रामाडोल इंजेक्शन की ओवरडोज भी उसकी मौत का कारण हो सकती है।
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कुछ दिन पहले बेड पर पेशाब करने के बाद रूम कर दिया था चेंज -
बैंक कालोनी स्थित जिस पीजी में उक्त युवक रह रहा था, उस पीजी के संचालक व पीजी में रह रहे अन्य युवकों ने बताया कि नरेंद्र पिछले करीब एक महीने से ही इस पीजी में आया था। पीजी संचालक का कहना है कि नरेंद्र दो अन्य युवकों के साथ एक रूम में रहता था, लेकिन करीब 8 दिन पहले उसने रूम में बेड पर खड़े होकर पेशाब कर दिया। उसने कहा था कि मेरी डे-नाइट डयूटी लगी हुई है। जिसके कारण ऐसा हो गया। जिसके बाद उसे दूसरे रूम में शिफ्ट किया गया। पीजी संचालक ने बताया कि नरेंद्र गुरुवार रात 12 बजे के करीब पीजी में आया था। अन्य युवक भी उसके साथ रहते थे। वह ज्यादा घुलता-मिलता नहीं था। अधिकतर नाइट ड्यूटी करता था, जिसके कारण दोपहर के समय सोया रहता था। छत पर बने बाथरूम में कोई आता-जाता नहीं है। रात को वह कमरे में नहीं आया, एंट्री गेट में प्रवेश करके वह सीढियों की ओर बने रास्ते से छत पर गया था।
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जिस निजी अस्पताल में नरेंद्र काम करता था उसके आइसीयू इंचार्ज रामकिशन धनखड़ ने बताया कि नरेंद्र 21 नवंबर को 8 से 12 की नाइट डयूटी करके गया था। शुक्रवार को उसकी दोपहर 1.30 बजे से रात 8.30 बजे तक डयूटी थी। लेकिन इससे पहले ही सुबह 10.30 बजे के करीब इमरजेंसी में फोन पर उसकी मौत की सूचना मिली। नरेंद्र हंसमुख स्वभाव का था। यहां पर सबके साथ उसका अच्छा व्यवहार था। वहीं रिश्ते में उसके भाई हरिपाल ने बताया कि वह करीब तीन साल से घर से बाहर रह रहा है। मौजूदा अस्पताल में काम करने से पहले वह तोशाम रोड पर नहर के पास एक अन्य निजी अस्पताल में काम करता था।
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वर्जन -
पोस्टमार्टम में मृतक की मौत पॉयजन के प्रभाव से हुई है। मृतक के शरीर पर नशे के इंजेक्शन के बहुत से निशान मिले हैं। मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए सैंपल रिपोर्ट करनाल भेजी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही यह पता लग सकेगा कि वह नशे का आदी था या नहीं।
- डा. रिप्पन, सिविल अस्पताल, हिसार।
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वर्जन -
मृतक के पास सीरिज और ट्रामाडोल इंजेक्शन की टूटी शीशियां मिली हैं, जिससे लगता है कि इंजेक्शन के ओवरडोज के कारण उसकी मौत हुई है। मामले में इत्तफाकिया कार्रवाई कर पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंपा गया है। जांच के दौरान उसके बैग से इंजेक्शन और दवाइयां मिली हैं।
- दलबीर, इंचार्ज, अर्बन एस्टेट चौकी, हिसार।