पारदर्शी हुई योजना, आय का स्त्रोत छिपा नहीं ले सकेंगे पेंशन : डीसी
समाज कल्याण विभाग के तहत मिलने वाली पेंशनों में अब फैमिली आइडी (परिवार पहचान पत्र) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। अब आय का स्त्रोत छिपाकर पेंशन लेना संभव नहीं होगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी आसान हो जाएगी। यह बातें उपायुक्त डा प्रियंका सोनी ने कही।
जागरण संवाददाता, हिसार : समाज कल्याण विभाग के तहत मिलने वाली पेंशनों में अब फैमिली आइडी (परिवार पहचान पत्र) की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। अब आय का स्त्रोत छिपाकर पेंशन लेना संभव नहीं होगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी आसान हो जाएगी। यह बातें उपायुक्त डा प्रियंका सोनी ने कही।
उन्होंने बताया कि गलत तथ्यों के आधार पर या आय छिपाकर पेंशन प्राप्त करने वालों को योजना से बाहर करने में परिवार पहचान पत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इससे समाज के जरूरतमंद तथा वास्तविक लाभपात्रों तक योजनाओं का लाभ पहुंच सकेगा। सरकार व संबंधित विभाग द्वारा पेंशन योजना को फैमिली आइडी से जोड़ने का काम तेजी से किया जा रहा है।
फैमिली आइडी बताएगी पूरे परिवार की आय
उपायुक्त ने बताया कि फैमिली आइडी का डेटाबेस तैयार होने के बाद पेंशन योजना में काफी सुधार होगा। इसमें दर्ज आधार कार्ड से पता लग सकेगा कि परिवार के मुख्य सदस्य किसी सरकारी नौकरी में रहते हुए वेतन या सेवानिवृत्ति उपरांत पेंशन तो नहीं ले रहे हैं। यदि ऐसा है और उनकी वार्षिक आय दो लाख रुपये से अधिक पाई जाती है तो वह खुद या उसकी पत्नी पेंशन की हकदार नहीं है।
जिले में फर्जी पेंशन के सामने आ चुके हैं मामले
उपायुक्त ने बताया कि जिले में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कुछ लोग तथ्य छिपाकर पेंशन प्राप्त कर रहे हैं। पेंशन योजना को फैमिली आइडी से जोड़ने की चर्चा शुरू कुछ लोगों ने स्वेच्छा से पेंशन कटवाई है। जिले में इस समय 2 लाख 15 हजार से ज्यादा पेंशन लाभपात्र हैं, जिनमें वृद्ध, लाडली, दिव्यांगजन, विधवा व अन्य श्रेणियों के लाभपात्र शामिल हैं।
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नई पेंशन बनवाने के लिए भी फैमिली आइडी में पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। परिवार के पूरे ब्योरे के अभाव में विभाग को सही पता नहीं चल पाता कि परिवार की वार्षिक आय कितनी है। योजना लागू होने के बाद आय को छिपाकर पेंशन प्राप्त करना संभव नहीं होगा।
डा. डीएस सैनी, जिला समाज कल्याण अधिकारी