प्रेमिका ने जीजा के साथ मिलकर की थी प्रेमी की हत्या, दोषी करार सुनते ही हुई बेहोश
रूबिना ने अपने जीजा को बताया कि जयपाल ने उससे संबंध बनाए और अब वह शादी करने से मना कर रहा है। दोनों ने जयपाल की हत्या की योजना बनाई। इस बार हत्या करवाई गई थी।
हिसार, जेएनएन। बरवाला में जेवरा के नजदीक डेढ़ साल पहले प्रेमी की हत्या करने के मामले में उसकी प्रेमिका पाबड़ा निवासी रूबिना उर्फ बीनू और उसके जीजा जींद के खरल गांव निवासी सुरेंद्र को दोषी करार दिया गया। हत्या का खुलासा एक परिचित द्वारा तीनों को साथ देखने और हत्या में प्रयोग देसी पिस्तौल में मिले गोली के खोल के मिलान से हुआ। एडीजे डीआर चालिया की अदालत ने जैसे ही रूबिना को दोषी करार दिया उसी समय वह कोर्ट रूम में बेहोश हो गई। बेहोश होने के बाद पुलिस ने सिविल अस्पताल से एंबुलेंस बुलाई मगर इसी दौरान उसकी हालत में सुधार हो गया। बाद में दोनों को जेल भेज दिया। आरोपितों को 16 फरवरी को सजा सुनाई जाएगी।
अदालत में चले अभियोग के अनुसार 27 अक्टूबर 2017 को फतेहाबाद के जांडली खुर्द निवासी जयपाल उर्फ सोनू की जेवरा के नजदीक गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने उस समय चाचा सतबीर की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बाद में पुलिस जांच में सामने आया कि जयपाल का पाबड़ा निवासी रूबिना और बीनू के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। जयपाल उर्फ सोनू ने बाद में रूबिना को शादी करने से इन्कार कर दिया था। रूबिना ने अपने जीजा को पूरी बात बताई। इस पर जींद के खरल निवासी सुरेंद्र भी गुस्से में आ गया और दोनों ने सोनू की हत्या करने योजना बनाई।
रूबिना ने अपने जीजा को बताया कि जयपाल ने उससे संबंध बनाए और अब वह शादी करने से मना कर रहा है। दोनों ने जयपाल की हत्या की योजना बनाई। योजना के अनुसार सुरेंद्र और रूबिना दोनों हिसार एक होटल में आ गए और वहां जयपाल उर्फ सोनू का इंतजार करने लगे। बाद में जयपाल ने रूबिना को फोन किया और अग्रोहा बुला लिया। वहां पर वह चाय पीकर बरवाला की तरफ चल दिए। रूबिना ने जयपाल को कह कर सरसौद रोड पर बाइक मुड़वा दी। जेवरा के करीब पहुंचने पर एक पेड़ नीचे दोनों बाइक रूक गई। मौका देखकर सुरेंद्र ने देसी पिस्तौल से जयपाल की पीठ पर गोली मार कर हत्या कर दी। उसके बाद वह अपने परिजनों के घर चले गए। पुलिस ने बाद में उनको पकड़ लिया था।
मृतक के परिजनों ने देखा था तीनों को साथ खड़े
जयपाल का शव मिलने के बाद हत्यारोपित का पता नहीं था। पुलिस लगातार जांच कर रही थी जो परिजनों ने भी अपने स्तर पर जांच की। इस दौरान एक परिचित मिला जिसने तीनों को एक साथ देखा था। बाद में परिजनों ने रूबिना और सुरेंद्र पर शक जाहिर किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उस समय ब्लाइंड हत्या की गुत्थी सुलझ गई थी। कोर्ट रूम में हुई बेहोश हत्या के मामले में आरोपित रूबिना बेल पर चल रही थी। बुधवार को एडीजे डीआर चालिया की अदालत में जैसे ही दोनों को दोषी करार दिया तो वह बात सुन रूबिना कोर्ट रूम में ही बेहोश हो गई। कोर्ट रूम में उसको संभाल कर बैंच पर लिटा दिया गया। उसी समय एंबुलेंस को भी बुला लिया गया। करीब 10 मिनट बाद उसकी हालत में सुधार होने पर उसे बाद उसे जेल भेज दिया गया।