एंबुलेंस हादसा : गर्भ मे जुड़वां बच्चों समेत तीन का किया अंतिम संस्कार, गमगीन रहा माहौल
रामरति के प्रसव पीड़ा होने के कारण डिलीवरी के लिए सरकारी एंबुलेंस से अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ला रहे थे। बालक चौपटा में मुख्य चौराहे के पास एंबुलेंस स्पीड पर होने के कारण पलट गई थी।
अग्रोहा/हिसार, जेएनएन। एक साथ तीन चिताएं जलीं तो हर आंख नम हो गई। अग्रोहा बरवाला रोड पर बालक चौपटा पर बुधवार देर रात को एंबुलेंस के पलटने से हुए हादसे में मारे गए लोगों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। हादसे में सरसौद निवासी गर्भवती महिला रामरति, उसकी मां बरवाला के वार्ड नंबर सात निवासी माया देवी और सरकारी एंबुलेंस चालक डाटा निवासी चैन ङ्क्षसह की मौत हो गई। इसमें मृतक गर्भवती के भाई संदीप व तूफान के बयान पर इत्तेफाकिया कार्रवाई की गई है।
गौरतलब है कि बुधवार देर रात को को रामरति के प्रसव पीड़ा होने के कारण डिलीवरी के लिए सरकारी एंबुलेंस से अग्रोहा मेडिकल कॉलेज ला रहे थे। बालक चौपटा में मुख्य चौराहे के पास एंबुलेंस स्पीड पर होने के कारण हादसे के बाद पलट गई थी। हादसे में एंबुलेंस पर सहायक ढाणी गारण निवासी सतपाल अभी तक गंभीर रूप से घायल है। उसे अभी होश नहीं आया है। वहीं मृतक गर्भवती का पति दीपक भी ठीक है।
बच्चों के नामों को लेकर करते थे दोनों चर्चा
मृतका रामरति के पति दीपक ने बताया कि वो पत्नी रामरति के साथ अकसर होने वाले बच्चों के नामों को लेकर चर्चा करता था। हर रोज रामरति उसको नए-नए नाम बताती थी। लेकिन हादसे ने उसकी सभी खुशियां छीन लीं।
चिकित्सकों ने किया जुड़वां बच्चों को बचाने का प्रयास
अग्रोहा मेडिकल सीएमओ डा. आजाद ङ्क्षसह ने बताया कि हादसे के बाद पहुंची गर्भवती की मौत हो चुकी थी। अपनी टीम के साथ किसी तरह से जुड़वां बच्चों को भी बचाने का प्रयास किया लेकिन महिला को चोट लगने के कारण खून का बहाव अधिक हो गया। इससे गर्भ में बच्चों की धड़कन बंद हो गई और जुड़वां बच्चों को नहीं बचाया जा सका।