बहन के प्रेमी की गाड़ी से कुचलकर हत्या करने वाले भाई व दो दोस्तों को उम्रकैद, एक को पांच साल
फेसबुक के जरिए युवक युवती के बीच माह तक प्रेम प्रसंग चला। उसी दौरान लड़की के भाई को बात का पता चला तो उसने अपने दोस्तों को बात बताते हुए सुमित की हत्या करने की साजिश रची थी।
हिसार, जेएनएन। प्रेम प्रसंग में युवती के भाई द्वारा मदीना निवासी सुमित का अपहरण कर दोस्तों के साथ गाड़ी से कुचल कर हत्या करने के मामले में एडीजे वीपी सिरोही की अदालत ने चारों आरोपितों को दोषी करार दिया था तो अब अदालत ने लड़की के भाई सहित तीन को उम्रकैद की सजा सुनाई है। जबकि चौथे दोषी को पांच साल कैद की सजा सुनाई है। अदालत ने जुर्माना लगाते हुए उसे अदा नहीं करने की सूरत में तीन आरोपित को दो साल अतिरिक्त सजा काटने के आदेश दिए।
अदालत में चले अभियोग के अनुसार एक युवती के साथ मदीना के सुमित कुमार की फेसबुक के जरिए दोस्ती हो गई थी। दोनों के बीच कई माह तक प्रेम प्रसंग चला। उसी दौरान लड़की के भाई को बात का पता चला तो उसने अपने दोस्तों को बात बताते हुए सुमित की हत्या करने की साजिश रची। दोषी ने सुमित को मिलने के लिए बुलाया था और उसका चारों दोस्तों ने अपहरण कर लिया।
एक फरवरी 2017 को सुमित का शव घोड़ा फार्म रोड पर मिला था। सुमित के साथ दोषियों ने मारपीट भी की थी। उसके ऊपर से युवकों ने गाड़ी को बार-बार निकाला था। कुचल कर हत्या करने के चारों दोषियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हत्या में प्रयोग गाड़ी को भी पुलिस ने राजस्थान से बरामद किया था। अब अदालत ने चारों दोषियों को सजा सुनाई है।
नाबालिग से छेड़छाड़ के दोषी को पांच साल कैद
रोहतक : नाबालिग से छेड़छाड़ के दोषी को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश आरपी गोयल की कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है। मामले के अनुसार, सितंबर 2018 में सेक्टर में रहने वाली एक महिला ने अर्बन एस्टेट थाने में शिकायत दी। शिकायत में बताया कि उसके चार बच्चे है। पांचवीं क्लास में पढऩे वाली बेटी ने बताया कि वह गली में खेल रही थी। वहां से उसका ताऊ बुलाकर अपने घर पर ले गया। जहां पर कोई नहीं था। आरोपित ने नाबालिग के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। जिस पर नाबालिग ने शोर मचा दिया। तभी आरोपित ने उसे धमकी दी कि अगर इस बारे में किसी को बताया तो जान से मार देगा। शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।
हत्या करने के लिए बुना था जाल
भाई ने युवती की फेसबुक आईडी का पासवर्ड पता कर लिया था और सुमित से युवती बन बात करता था। फोन करने पर कॉल रिसीव नहीं करने की बात कहता था। फिर उसने सुमित को हिसार मिलने आने के लिए कहा। सुमित को जरा भी अंदेशा नहीं था कि उससे बात युवती नहीं बल्कि युवती का भाई करता है। सुमित हिसार आ गया और उसकी हत्या कर दी गई। जब सुमित अगले दिन भी घर नहीं पहुंचा और उसका फोन भी बंद आया तो उसके घर वालों को शक हुआ। उसके बाद जब शव मिला तो पहचान होने पर सारा मामला उजागर हुआ। पुलिस ने फोन कॉल के आधार पर ही आरोपित को पकड़ा था और राज खुला था।