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कमिश्नर की प्रतिक्रिया पर भड़के पार्षद, मेयर ने जांच के लिए मंगवाई फाइलें

जागरण संवाददाता हिसार नगर निगम कमिश्नर डा. जेके अभीर की प्रतिक्रिया पर पार्षद भड़क गए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Mar 2020 06:25 AM (IST)Updated: Sat, 21 Mar 2020 06:25 AM (IST)
कमिश्नर की प्रतिक्रिया पर भड़के पार्षद, मेयर ने जांच के लिए मंगवाई फाइलें
कमिश्नर की प्रतिक्रिया पर भड़के पार्षद, मेयर ने जांच के लिए मंगवाई फाइलें

जागरण संवाददाता, हिसार : नगर निगम कमिश्नर डा. जेके अभीर की प्रतिक्रिया पर पार्षद भड़क गए। कमिश्नर की बयानबाजी पर कमिश्नर ने वार्ड-2 की पार्षद कविता केडिया पर प्रतिक्रिया करते हुए आरोप जड़ा कि पार्षद ने अपना काम करवाने के लिए अफसरों पर दबाव बनाने की कोशिश की है। उधर पार्षद बोलीं कि कमिश्नर अपना आरोप साबित कर दें कि दबाव बनाकर मैंने कोई गलत काम करवाया है। मैं (बिल्डिग, रोड, रेगूलाइजेशन, विजिलेंस एंड इंक्रोचमेंट) सब कमेटी के चेयरमैन पर से इस्तीफा दे दूंगी। मैं साबित करती हूं कि अफसरों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार हुआ है। कमिश्नर इस्तीफा दें।

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चेयरमैन व पार्षद डेढ़ घंटे मांगते रहे फाइल, नहीं दिखाई, डीएमसी के आदेश पर एक मिनट में सौंपी

निगम में अफसरशाही किस कदर हावी हो चुकी है, इसका एक और उदाहरण शुक्रवार को नगर सुधार मंडल में देखने को मिला। मेयर गौतम सरदाना के कहने पर (बिल्डिग, रोड, रेगूलाइजेशन, विजिलेंस एंड इंक्रोचमेंट) सब कमेटी की चेयरमैन कविता केडिया व पार्षद नगर सुधार मंडल में फाइल देखने पहुंचे। डेढ़ घंटे मांगते रहे लेकिन कर्मचारियों ने नहीं दी। उधर मामला बढ़ा तो कमिश्नर ने उप निगम आयुक्त (डीएमसी) डा. प्रदीप हुड्डा को सुधार मंडल भेजा। जहां पर डीएससी के कहते ही कर्मचारी एक मिनट में फाइल लेकर आ गया। पार्षदों ने कहा कि फाइल में से दस्तावेज गायब हो सकते हैं, वहीं जब डीएमसी के सामने फाइल देखी तो उसमें से कुछ दस्तावेज नहीं थे। कर्मचारी बोला कि एक्सईएन ने निगम मंगवा रखे र्ह, देर सायं तक वह दस्तावेज नहीं आया।

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54 में से 11 फाइलें मंगवाई, पार्षदों के सामने होगी जांच

पार्षद के आरोप के बाद मेयर गौतम सरदाना ने नगर सुधार मंडल से 11 फाइलें मंगवा ली हैं। उन्होंने कहा कि अफसरों को सभी 50 से अधिक फाइलों की लिस्ट भेजकर मांगी हैं। पार्षद के कहे अनुसार पहले 11 फाइलों की अधिकारी व पार्षदों के सामने ही जांच की जाएगी। इसमें जो अधिकारी या कर्मचारी दोषी होंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी। उधर पार्षद प्रतिनिधि सुशील शर्मा ने भ्रष्टाचारियों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अब तो रिश्वत का नाम सुविधा शुल्क हो गया है।

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पार्षद व कमिश्नर के आरोप-प्रत्यारोप

कमिश्नर बोले : वार्ड-2 की पार्षद कविता केडिया ने सुधार मंडल के कार्यों पर गलत आरोप लगाए हैं। पार्षद पति प्रवीण केडिया ने व्यापार एवं व्यवसाय कुंज फेज 3 के प्लाट नंबर 260 की कंप्लीशन सर्टिफिकेट के लिए कार्यालय में आवेदन करवाकर प्रतिदिन कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश की। पूर्व में पार्षद पति प्रवीण केडिया द्वारा व्यापार एंड व्यवसाय कुंज फेज-3 में मुख्यगेट के साथ 17 फुट गुणा 25 फुट का अवैध कब्जा किया जा रहा था, जिसे हटाया गया। पार्षद ने निजी स्वार्थ एंव नगर सुधार मंडल को वित्तीय हानि पहुंचाने तथा स्टॉफ पर दबाव बनाने की नियत से शिकायत की गई है। रही बात इस्तीफा देने की तो यह पार्षद का व्यक्तिगत फैसला है।

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पार्षद : ऑटोमार्केट व उसके तीनों फेज में बड़े स्तर पर मिलीभगत कर अफसरों ने बेसमेंट बनवा दी। इसके अलावा कई और कार्यों में भ्रष्टाचार किया है। भ्रष्टाचार में फंसते दिखे तो बोखलाहट में मुझ पर दबाव बनाने का आरोप लगा रहे हैं। रही बात कब्जे की तो मेयर को लिखित अप्लिकेशन देकर ऑटो मार्केट में सामाजिक कार्य के लिए प्याऊ बनाई गई थी। मैं तो दावा करती हूं कि यह साबित कर दें कि दबाव बनाकर मैंने गलत कार्य किया है। हम भ्रष्टाचार साबित करते हैं, कमिश्नर साबित होने पर इस्तीफा दें। साथ ही निगम प्रशासन भ्रष्ट अफसरों पर कार्रवाई करें। साथ ही पार्षद ने कहा कि मुझे आशंका है कि जांच में भ्रष्ट अफसर फंसते दिख रहे हैं। फाइलें या उनमें से दस्तावेज गायब हो सकते हैं। या आग लगने की घटना दिखाकर रिकार्ड खत्म करने की कार्रवाई हो सकती है। इसलिए प्रशासन फाइलों को सुरक्षित रखवाए।

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जनप्रतिनिधियों के पास ये है पावर (एडवोकेट रमेश यादव)

- नगर निगम कानून 1994 की धारा 40 की उपधारा ए के तहत बनाई गई कमेटी के सदस्य, जिस विषय की कमेटी के सदस्य है उस विषय संबंधित मुद्दे की जांच कर सकते हैं। रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं और उसके बारे में सलाह भी दे सकते हैं।

- नगर निगम की कानूनी 1994 की धारा 50 की उपधारा 1 के तहत कमेटी के सदस्य कमिश्नर से किसी भी प्रकार उस कमेटी से संबधित रिकार्ड उपलब्ध करवाने, पत्राचार, प्लान से संबंधित दस्तावेज इत्यादि दस्तावेजों का निरीक्षण कर सकते हैं।

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पार्षद ने शिकायत की है। इस मामले में जांच होगी। मैंने 11 फाइलें मंगवा ली हैं। उनका रिकार्ड पार्षद की मौजूदगी में चेक करवाया जाएगा।

- गौतम सरदाना, मेयर, नगर निगम हिसार।


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