कोरोना वायरस से जंग जीत घर लौटी हिसार की महिला, लोगों ने फूलों से किया स्वागत
महिला के पति ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर भी पत्नी ने हिम्मत नहीं हारी मन में हौंसला था इसलिए वह ठीक हो रही है। कहा पत्नी की मौत की अफवाह सुनी तो टूट गया था पर अब खुश हूं
हिसार, जेएनएन। हिसारवासियों के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला की चौथी रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। ऐसे में महिला अब पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी है। हालांकि अभी एहतियात के तौर पर उन्हें अलग-थलग रहना होगा। सोमवार को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से महिला को छुट्टी दे गई और घर भेज दिया गया। वहीं क्वारंटाइन में रह रहे उसके पति की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय से उन्हें भी छुट्टी दे दी गई। वो पत्नी के साथ ही अपने घर पहुंचे।
मगर जब पति पत्नी घर पहुंचे तो पड़ोसियों और परिजनों ने उनका फूलों से स्वागत किया। इस नजारे को देख हर कोई जोश से भर गया। इससे पहले महिला जब हिसार पहुंची तो स्वास्थ्य कर्मियों ने भी महिला को गुलाब देकर हौसला बढ़ाया। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी नूर मोहम्मद ने पूरी प्रक्रिया समझाते हुए एहतियात बरतने की नसीहत दी और फूल भेंट किए। अब पति पत्नी अपने घर में ही 14 दिन के लिए क्वारंटाइन रहेंगे। महिला के स्वस्थ होने से अब हिसार में कोई दूसरा पॉजिटिव केस नहीं है।
कोरोना से जंग जीतने वाली महिला के घर के बाहर फूल बरसाते हुए स्वास्थ्य कर्मी व अन्य
क्योंकि महिला पहली कोरोना पॉजिटिव थी। महिला यूएसए से लौटी थी, अपने घर पर ही क्वांरटाइन थी और तबीयत खराब होने पर सैंपल लिया गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई और हिसार में हड़कंप मच गया था। मगर महिला की दूसरी और तीसरी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, वहीं पति की भी एक रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। अब दोनों की ही फाइनल रिपोर्ट नेगेटिव आई है। मगर महिला इतनी जल्दी ठीक कैसे हुई और इस दौरान उनकी जिंदगी में किस तरह के उतार चढ़ाव आए इस बारे में महिला के पति ने बताया.........
कोरोना पॉजिटिव महिला के ठीक होकर घर लौटने पर तालियां बजाकर स्वागत करते हुए पड़ोसी
उन्होंने बताया कि पत्नी कोरोना पॉजिटिव हुई तो भी उसने हिम्मत नहीं हारी। उसे मन में विश्वास था, इसलिए वह चिंतित भी नहीं थी। इसलिए वह कोरोना से जंग जीतने में कामयाब रही। महिला के पति ने बताया कि अपनी पत्नी को लेकर वह बहुत पैनिक था। क्योंकि इस बीमारी का बहुत अधिक प्रचार था। वहीं सोशल मीडिया पर पत्नी की मौत की अफवाहों ने बहुत पीड़ा दी। बीमारी से ज्यादा इमोशनल प्रॉब्लम थी, क्योंकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं था। इमोशनल ब्रेकडाउन था, क्योंकि पत्नी के पास भी नहीं रह सकते थे। वहीं पत्नी को आइसोलेशन में दाखिल करने के बाद करीब 18 घंटे फोन पर भी बात नहीं हो पाई थी। पड़ोसियों ने बताया कि लोगों ने उनकी मौत की खबरें भी वायरल कर दी थी। ऐसे में आप समझ सकते हैं कितना पैनिक होता है।
पड़ोसियों को बात करने से कालोनीवासियों ने कर दिया था मना
महिला के पति ने बताया कि उनके पड़ोस में रहने वाले लोग बालकनी से उनसे बात करते थे तो कालोनीवासियों ने उन्हें भी मना कर दिया था। हालांकि दूरी से बात करने पर कोरोना नहीं फैलता है, जब दूरी कई मीटर की हो तो बिल्कुल भी नहीं। मगर बावजूद इसके व्यवहार बेहद अजीब लगा।
दिनभर डॉक्टर और पत्नी से पूछ लेता था हालचाल
महिला के पति ने बताया कि उसे अपनी पत्नी की चिंता थी। इसलिए डा. रत्ना भारती, डा. सुभाष, सीएमओ, डा. रमेश पूनिया उन्हें फोन करके दिलासा देते रहे। वहीं मैं भी इन लोगों से लगातार फोन पर बात करके पत्नी के बारे में जानकारी लेता रहा। डॉक्टरों ने बीपी, आरसीबी सहित सारी मेडिकल रिपोर्ट मुझे वाट्सएप पर भेजी तब जाकर मेरा पैनिक थोड़ा कम हुआ। वहीं गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय में क्वारंटाइन में किए गए लोगों ने भी दिए जलाए और खुशी के गीत गाए।
महिला के घर को किया गया सैनिटाइज
रविवार को कोरोना से बचाव को लेकर की जा रही तैयारियों में एक और बात देखने में आई। स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव पाई गई सेक्टर निवासी महिला के घर को सैनिटाइज करवाया। लेकिन इस काम के लिए ना तो जिला प्रशासन से और ना ही नगर निगम से सहयोग मिला। वहीं स्वास्थ्य विभाग के भी कई कर्मचारियों ने भी घर को सैनिटाइज करने से मना करते हुए हाथ खड़े कर दिए। स्वास्थ्य विभाग की ओर से पहले नगर निगम से घर को सैनिटाइज करवाने के लिए कहा गया। लेकिन नगर निगम ने बाहर से ही सैनिटाइज करवाने के लिए कहा तो स्वास्थ्य विभाग ने ङ्क्षजदल हाउस से सैनिटाइज के लिए सैनिटाइज का वाहन सेक्टर में भेजा। वाहन आने पर सिविल अस्पताल से जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया और राजमल नाम के कर्मचारी ने स्वयं महिला के घर को सैनिटाइज किया। महिला के घर को सैनिटाइज करने का अभियान 4.30 से 6.45 तक चला।
हिसार कोरोना न्यूज बुलेटिन
सर्विलांस पर यात्री व अन्य, कुल - 357
सर्विलांस का 28 दिन का पीरियड पूरा करने वाले - 109
अब यात्री व अन्य सर्विलांस पर - 248
अस्पताल में दाखिल - 10
कुल सैंपल भेजे - 54
निगेटिव रिपोर्ट - 41
पॉजीटिव रिपोर्ट - 00
रिजल्ट पेंडिग - 04
रोहतक मेडिकल द्वारा नकारे गए सैंपल - 07
रविवार को 11 सैंपल भेजे
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रविवार को निजामुद्धीन से आन के शक में पकड़े और अन्य लोगों की कोरोना जांच के लिए कुल 11 सैंपल भेजे हैं। इनमें सिविल अस्पताल के आइसोलेशन में दाखिल मरीजों और अग्रोहा मेडिकल में दाखिल मरीजों के सैंपल भेजे गए हैं।