पीजीआई रोहतक में कोरोना विस्फोट, एमबीबीएस की 26 छात्राएं, 6 डाक्टर सहित 45 कर्मी संक्रमित, हास्टल छोड़ने के आदेश
पीजीआई रोहतक में कोरोना विस्फोट हुआ है। पीजीआई में 26 एमबीबीएस छात्राओं व छह चिकित्सकों सहित 45 कर्मचारी एक साथ कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसके कारण परीक्षाएं रद कर दी गई। परीक्षाएं रद कर छात्रों को हास्टल छोड़ने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, रोहतक। हरियाणा में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। हालात बेकाबू हो चले हैं। रोहतक पीजीआई में कोरोना के 45 मामले सामने आए हैं। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में हालात चिंताजनक हो चले हैं। शनिवार को यहां के 26 एमबीबीएस छात्राओं व छह चिकित्सकों सहित 45 कर्मचारी एक साथ कोरोना संक्रमित मिले हैं। जिसके बाद हेल्थ विवि प्रबंधन में हड़कंप मच गया। क्योंकि रिपोर्ट आने के दो घंटे बाद ही इन छात्राओं को परीक्षा में शामिल होना था। प्रबंधन ने तुंरत इनको सूचित कर परीक्षा देने पर रोक लगाकर दूसरे छात्रों को सुरक्षित किया। वहीं बड़ी संख्या में स्टाफ सदस्य संक्रमित मिलने पर बैठक बुलाकर कड़े फैसले लिए गए।
सभी तरह की परीक्षाएं हुई रद
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में इन दिनों एमबीबीएस की परीक्षाएं चली हुई हैं। वहीं नर्सिंग की परीक्षाएं भी चल रही हैं। विवि प्रशासन ने तुंरत प्रभाव से सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है। वहीं सभी छात्रों को निर्देश दिया है कि वे अपने घरों को चले जाएं व रविवार शाम तक सभी हास्टल को खाली कर दें।
मरीज मैनेजमेंट में हिस्सा लेने वालों को छूट
नर्सिंग छात्रों व दूसरे इंटर्न को हास्टल में रहने की छूट केवल इस शर्त्त पर दी गई है कि अगर वे पीजीआइ में मरीज मैनेजमेंट में हिस्सा लेना चाहते हैं तो वे हास्टल में रह सकते हैं। अन्यथा उन्हें हास्टल खाली करना होगा। हेल्थ विवि प्रबंधन ने संबंधित सभी कालेज प्रचार्याें व हास्टल वार्डन को निर्देश की कापी भेज दी है।
छात्रों को हास्टल छोड़ने के निर्देश
हेल्थ विवि रोहतक के निदेशक डा. श्मशेर लोहचब ने कहा कि सभी तरह की परीक्षाएं रद कर छात्रों को हास्टल छोड़ने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। परीक्षाएं से पहले कोरोना संक्रमितों को सूचित कर परीक्षा देने से रोक दिया गया था। वे सभी के स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता से कार्य कर रहे हैं।