मनचले समझ भाई-बहन को जबरन गाड़ी में बैठाने लगी पुलिस, आहत बहन बोली...
बाजार में भाई-बहन को जबरदस्ती ही दुर्गा शक्ति वाहिनी की गाड़ी में बैठाने लगे। युवती ने परिजनों को फोन कर सूचित कर विरोध किया तो पुलिस कर्मी गाड़ी ले वहां से एक दो तीन हो गए।
झज्जर, जेएनएन। सोचिए महिला सुरक्षा के लिए सुरू किए गए ऑपरेशन का दंश अगर एक युवती हो ही झेलना पड़ जाए तो क्या हो। सुनने में भले ही अजीब लगे, मगर एक ऐसा ही वाकया हरियाणा के झज्जर जिले में सामने आया है। जहां दुर्गा शक्ति की टीम पर की कार्रवाई पर ही सवालिया निशान लग गया है। बाजार में शॉपिंग करने आए भाई बहन हो ही दुर्गा शक्ति की टीम ने मनचले समझ लिया।
महज समझा ही नहीं बल्कि दोनों को जबरन गाड़ी में बैठाने लगे। युवती इस दौरान बार-बार कहती रही कि वो भाई-बहन है मगर उसकी किसी ने एक न सुनी। इतना ही नहीं युवती के विरोध करने पर महिला पुलिसकर्मी ताव में आ गई और युवती को ही खरी खोटी सुनाने लगी। मगर युवती ने झुकने को तैयार नहीं हुई और फोन कर अपने परिजनों को मामले की सूचना दी। मामले को तूल पकड़ता देख दुर्गा शक्ति की टीम वहां से रफूचक्कर हो गई। मगर यह पूरा घटनाक्रम पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। बता दें कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग की ओर से दुर्गा शक्ति टीम का गठन किया गया है। जो सार्वजनिक स्थलों पर मनचलों पर नकेल कसती है। मगर पुलिस ने भाई बहन के बारे में ही उलटा समझ लिया।
युवती बोली- अब क्या भाई-बहन भी कहीं साथ नहीं जा सकते
पुलिस के साथ झड़प होने पर युवती ने कहा कि क्या अब भाई-बहन भी बाजार में इकठ्ठे नहीं आ सकते। पुलिस इतनी सजग है तो उन आरोपितों को क्यूं नहीं पकड़ती। जिन्हें पकडऩे के लिए अक्सर शिकायत की जाती है। पकडऩे से पहले पूछताछ क्यूं नहीं की गई। अगर कोई शक है तो हमारे माता-पिता से फोन करते हुए क्यों नहीं पता किया गया। पीसीआर में बैठाने और दुर्व्यवहार करने का क्या मतलब है। ऐसे में बाजार वाले उनके बारे में क्या सोचते होगे? इसके बाद भी महिला पुलिस कर्मी तैश में आ गई।
...एक मिनट म्ह सुधार दूंगी तन्नै बी, के लागरी सै तूं
पुलिसिया अंदाज में युवती को धमकाते हुए बोली कि घणी देर हो गी है फालूत बोलते, एक मिनट में सुधार दूंगी तन्ने भी, के लाग् री सै तू, बुला ले किसने बुलावै गी। महिला पुलिस कर्मी द्वारा इतना कहने के बावजूद भी जब युवती ने हार नहीं मानी और फोन पर अपने परिजनों को सूचित किया तो दुर्गा शक्ति टीम अपनी गाड़ी को लेकर वहां से चली गई। पूरा मामला मेन बाजार लगे एक सीसीटीवी में भी कैद हो गया।
कुछ इस तरह से हुई शुरूआत
क्षेत्र के गांव की एक युवती अपने छोटे भाई और एक अन्य परिजन के साथ मंगलवार सुबह बाजार में स्वेटर बदलवाने के लिए आई थी। मेन बाजार में पुराना डाकखाना मैदान के पास जब तीनों खड़े हुए आपस में बातचीत कर रहे थे तो वहां से दुर्गा शक्ति टीम की गाड़ी गुजरी। वहां पर एक युवती और दो युवकों को खड़ा देखकर उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और युवक को थप्पड़ भी मारा। फिर दोनों युवकों को गाड़ी में बैठा लिया। युवती के विरोध के बावजूद भी पुलिस टीम नहीं मानी। युवती गाड़ी के पीछे-पीछे आंबेडकर चौक तक पहुंच गई और जमकर विरोध जताया। युवती के विरोध और बार-बार अपना छोटा भाई बताने की बात कहने और परिजनों को सूचित करने पर पुलिस की टीम वहां से चली गई।
लगा लोगों का जमावड़ा, मदद के लिए आए आगे
युवती को बीच चौराहे पर पुलिस टीम के साथ उलझता देख आस पास के दुकानदार सहित काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। लोगों ने कहा कि क्रिसमस डे के मौके पर स्कूल और कॉलेज की छुट्टी वाले दिन तो दुर्गा शक्ति टीम बाजार में चक्कर लगा रही है। जबकि अन्य दिनों में स्कूल कॉलेज के नजदीक यह टीम दिखाई तक नहीं देती। पूछताछ करना कोई गलत बात नहीं है, लेकिन किसी को नाजायज तंग नहीं करना चाहिए। इससे पहले ऐसा ही व्यवहार पुराना डाकखाना मैदान स्थित क्षेत्र में हुआ। जहां से पुलिस की गाड़ी ने इन्हें उठाया था।
महिला पुलिस बोली- आगे से ध्यान रखेंगे
एएसआई रीना ने कहा कि युवक युवती बात कर रहे थे। तो पूछताछ की थी। पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया। ना तो उन्हें मारा और ना ही ऐसा कोई व्यवहार किया। ऐन मौके पर मैं हाजिर तो नहीं थी। दूसरी लड़कियों का फोन आया था। जिन्होंने पूछताछ करके छोड़ दिया। आगे से ध्यान रखेंगे। भविष्य में आराम से पूछताछ करेंगे। महिला थाना प्रभारी सुदेश कुमारी ने कहा कि कैसे क्या हुआ। मुझे कुछ नहीं पता। किसने किसके साथ क्या व्यवहार किया। पता करने के बाद ही बताया जा सकेगा।