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हिसार में DSP गीतिका जाखड़ पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप, परिवार के लोग और बिजली निगम कर्मचारी आपस में भिड़े

हिसार लाजपत नगर में डीएसपी गीतिका जाखड़ पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगा है। जिससे लेकर परिवार और बिजली निगम के कर्मचारी भिड़ गए। जमीन को लेकर दोनों पक्ष अपना दावा कर रही है। मामले में बिजली निगम के घायल कर्मियों ने पुलिस थाने में शिकायत दी है।

By Kuldeep SinghEdited By: Naveen DalalPublished: Fri, 30 Sep 2022 09:10 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 09:10 PM (IST)
हिसार में DSP गीतिका जाखड़ पर जमीन पर कब्जा करने का आरोप, परिवार के लोग और बिजली निगम कर्मचारी आपस में भिड़े
लाजपत नगर में 400 गज की जमीन का है मामला।

हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार के लाजपत नगर में जमीन पर कब्जे को लेकर डीएसपी गीतिका जाखड़ का परिवार और बिजली निगम के कर्मचारी आपस में भिड़ गए। गीतिका जाखड़ के पिता सतबीर जाखड़ के घर के साथ लगती 400 गज की जमीन पर अपना हक जता रहे हैं वहीं बिजली निगम इसे खुद की जमीन बता रहा है। इसी बात को लेकर दोनों पक्ष भिड़ गए। बिजली निगम के कर्मचारी सुबह जेसीबी लेकर पुरानी दीवार को गिराकर नई दीवार बना रहे थे।

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गीतिका के भाई ने की मारपीट

इस बात पर गीतिका के परिवार ने विरोध जताया तो बिजली निगम की महिला कर्मचारियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। आरोप है कि इस दौरान गीतिका के भाई नायब तहसीलदार बलराम जाखड़ ने महिला कर्मियों के साथ मारपीट की और दांतों और नाखुने से काटने का प्रयास भी किया। इतना ही नहीं नौबत यहां तक आ गई कि दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर पत्थर भी फेंके गए। इसमें दोनों पक्षों से कुछ लोग घायल हो गए। घायलों में गीतिका की मां ऊषा भी शामिल हैं। इसके बाद सभी घायलों को सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। उसके बाद दोनों पक्षों ने पुलिस में शिकायत दी है। गीतिका का परिवार इस मामले में प्रशासन से भी गुहार लगाएगा।

मामले में केस दर्ज

बिजली निगम की तरफ से दी गई शिकायत के आधार पर गीतिका के माता-पिता और भाई नायब तहसीलदार बलराम के खिलाफ सरकारी ड्यूटी में बाधा पहुंचाने सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। बिजली निगम का दावा है कि मास्क पहना हुआ व्यक्ति गीतिका का भाई बलराम जाखड़ है, जो नायब तहसीलदार है। अब सवाल यह भी है नायब तहसीलदार आन ड्यूटी पर था तो यहां क्या कर रहे थे।

इस पर भी बिजली निगम ने सवाल उठाए। हालांकि, 400 गज जमीन का मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है। बिजली निगम द्वारा मामले पर दोबारा से संज्ञान लिया गया है और जांच जारी है। बिजली निगम ने झगड़े के बाद भी कार्रवाई जारी रखी और पुरानी दीवार को तोड़कर नई दीवार बना दी है। साथ ही स्ट्रीट लाइट लगाकर ट्रांसफार्मर रखकर आसपास सीसीटीवी कैमरे लगा दिए हैं। इसके अलावा कालोनी में मुनादी कराई कि बिजली लाइन को कोई क्षति ना पहुंचाएं।

तसीहलदार की रिपोर्ट वायरल

वहीं इस मामले से जुड़ी तहसीलदार की रिपोर्ट भी वायरल हुई है, उसके अनुसार यह 400 गज जमीन गीतिका के पिता सतबीर जाखड़ व ऊषा के नाम है। बिजली निगम द्वारा उनकी जमीन पर नाजायज दीवार बनाकर कब्जा किया जा रहा है। जब इस बारे में तहसीलदार से बात की गई तो बोले कि यह मामला विवादित है। ऐसे में प्रशासन दोबारा से पैमाइश व जांच करवाएगा।

बिजली निगम की तरफ ये दी गई शिकायत

शुक्रवार सुबह 10 बजे राजगढ़ रोड स्थित डीएचबीवीएन मैन कैंपस की (लगभग 8.5 एकड़) की कंडम चाहरदीवारी की जगह नई चारदीवारी का कार्य करते समय लाजपत नगर निवासी सत्यवीर जाखड़ और अपनी पत्नी ऊषा के साथ कार्यस्थल पर कार्य में जुटे मजदूर, मिस्त्री एवं कर्मचारियों के साथ धक्का मुक्की और मारपीट करने लगे और सरकारी कार्य को रुकवा दिया। बलराम जाखड़ नाम का व्यक्ति आया और अपने मुंह पर काला मास्क लगाया हुआ था।

वह वीडियो बनाने लगा और तेज आवाज में कर्मचारियों को धमकाने लगा। कार्य में बाधा की सूचना पारक अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। सिविल लाइन सब डिवीजन की महिला कर्मचारी रंजना, आरजू व अन्य के साथ ऊषा एवं मुंह पर मास्क पहने हुए व्यक्ति ने बाल खींचें, मुंह से से काटा, नाखून से नोच कर व ईंट मारकर महिला कर्मचारियों को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

सत्यवीर जाखड ने कर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की और जान से मारने की धमकी दी। सरकारी कार्य में बाधा डालने एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट करने और अशांति पैदा करने के कारण सत्यवीर जाखड़ व उसकी पत्नी ऊषा और मुंह पर मास्क लगाए हुए व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएं। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ 332, 353, 506, 186, 34 आइपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज किया है।

गीतिका के पिता सतबीर का दावा यह जमीन उनकी

बलराम के पिता सतबीर फोगाट ने बताया कि यह जमीन उसके व उसकी पत्नी उषा के नाम है और इसकी बकायदा रजिस्ट्री है। पहले सन् 1965 में यह जमीन प्यारेलाल के नाम थी। जो लोग पाकिस्तान से यहां आए थे, उनके नाम यह जमीन थी। साल 2007 में यह जमीन उन्होंने ली थी। 2 सितंबर को उन्होंने डीसी व एडीसी को पैमाइश कराने के लिए शिकायत दी थी।

7 सितंबर को पैमाइश कराई थी और बिजली निगम ने सहमति भी जताई थी। इसके बाद उन्होंने जमीन पर पौधे लगाकर खंभे लगाकर तारें खिंचवाई थी। बिजली निगम ने कोई नोटिस नहीं दिया। सीधा शुक्रवार सुबह बिजली निगम के 400 कर्मी आए और खंभों को उखाड़ फेंका। उसकी पत्नी के साथ मारपीट की और फोन छीन लिया। हमें कोई आपत्ति नहीं। पैमाइश करवा लो।


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