फतेहाबाद के नागरिकों को मिलेंगे प्रापर्टी से संबंधित फाइनल असेसमेंट, भरना होगा टैक्स
प्रापर्टी से संबंधित समस्या को दूर करने के लिए याशी कंपनी को ठेका दिया गया था। लेकिन पिछले दिनों शहरवासियों को जो प्रापर्टी से संबंधित असेसमेंट मिले थे उसमें अनेक कमियां थी। जिनके नाम प्लाट था उनका नाम तक नहीं था ऐसे में लोगों ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी।
विनोद कुमार, फतेहाबाद : शहर में प्रापर्टी से संबंधित समस्या को दूर करने के लिए याशी कंपनी को ठेका दिया गया था। लेकिन पिछले दिनों शहरवासियों को जो प्रापर्टी से संबंधित असेसमेंट मिले थे उसमें अनेक कमियां थी। जिनके नाम प्लाट था उनका नाम तक नहीं था, ऐसे में लोगों ने गड़बड़ी की आशंका जताई थी। अनेक सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध किया और एडीसी को ज्ञापन देकर सीएम को शिकायत भेजी थी। यहीं कारण है कि याशी कंपनी की तरफ से अब फाइनल असेसमेंट शहरवासियों को वितरित किए जाएंगे। नाम से संबंधित जो भी गड़बड़ियां थी उसे दूरुस्त कर दिया जाएगा।
इसके अलावा अब कोई कमी आती है तो शहरवासी खुशी जिम्मेदार होगी। याशी कंपनी की तरफ से नप कार्यालय में कैंप लगाया गया था, उसमें लोगों से आपत्तियां मांगी गई थी कि प्रापर्टी से संबंधित अगर कोई गड़बड़ी है तो वो शिकायत दे। शहरवासियों की तरफ से अनेक शिकायतें मिली थी, जिसका निपटान करने के साथ ही अब फानइल असेसमेंट तैयार कर लिए है। अगले सप्ताह सोमवार से प्रापर्टी असेसमेंट के बांटने का काम शुरू हो जाएगा।
प्रापर्टी टैक्स भी भरना होगा
प्रापर्टी असेसमेंट मिलने के बाद शहरवासियों के पास उनकी जमीन व मकान से संबंधित पूरा रिकार्ड आ जाएगा। इस असेसमेंट में प्रापर्टी टैक्स कितना बकाया है वो भी दिखाया गया है। ऐसे में शहरवासियों को यह प्रापर्टी टैक्स भरना होगा। जिससे नगरपरिषद को आए भी होगी। पिछले कई सालों से प्रापर्टी टैक्स भरने वालों की कमी आई थी, लेकिन पिछले दिनों जो छूट आई थी उसके बाद रिकवरी भी अच्छी हुई थी। ऐसे में अब शहरवासियों की तरफ करीब 10 करोड़ रुपये का प्रापर्टी टैक्स बकाया पड़ा है।
शहर में शामिल नई कालोनियों में छह महीने बाद दिए जाएंगे प्रापर्टी असेसमेंट
फतेहाबाद शहर की नई वार्डबंदी हुई थी, ऐसे में गांव से छह कालोनियों को शहर में शामिल किया गया है। नगरपरिषद की तरफ से यहां सर्वे पूरा कर लिया गया है। ऐसे में अब प्रापर्टी से संबंधित सभी दस्तावेज तैयार करने शुरू कर दिए है। यहां पर असेसमेंट देने में करीब छह महीने का समय लगेगा। ऐसे में छह महीने के बाद नई कालोनीवासियों को प्रापर्टी टैक्स देना होगा। सरकार ने जब नोटिफिकेशन जारी किया था कि ये कालोनियां शहर में शामिल हो गई तभी से प्रापर्टी टैक्स लगेगा।
ये कालोनियां शहर में हुई है शामिल
-हंस कालोनी
-स्वामी नगर
-आदर्श कालोनी
-कालीदास कालोनी
-आजाद नगर
-हरनाम सिंह कालोनी।
घरों के बाहर नहीं लगेंगे बार कोड
याशी कंपनी की तरफ से योजना तैयार की गई थी कि पूरे शहर में प्रापर्टी से संबंधित बार कोड लगाया जाएगा। इस बार कोड को स्कैन करने के बाद मकान मालिक प्रापर्टी से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी हासिल कर सकते थे। याशी कंपनी के सुपरवाइजर ने नप के सामने यह प्रपोजल रखा था। लेकिन नप अधिकारियों ने कहा कि अभी इसकी जरूरत नहीं है। ऐसे में अगले साल इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। अब केवल फाइनल असेसमेंट दिए जाएंगे।
इन आंकड़ों पर डाले नजर
शहरवासियों की तरफ बकाया पड़ा प्रापर्टी टैक्स : 10 करोड़
शहर में यूनिट : 27 हजार
आवास : 16 हजार
प्लाट : 6 हजार
अन्य : 5 हजार
ये भी हैं: दुकानें, कमर्शियल जगह व सरकारी आवास।
----अगले सप्ताह से फाइनल असेसमेंट बांटने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। पहले शहरवासियों से आपत्तियां ली गई थी। जिनकी असेसमेंट में गलतियां थी उसे दूर कर दिया गया है। बार कोर्ड अगले साल लगाया जाएगा। वहीं शहर में शामिल छह कालोनियों में छह महीने के बाद असेसमेंट दिए जाएंगे, जिसका डाटा तैयार किया जा रहा है।
कौशल, सुपरवाइजर याशी कंपनी।