मुख्यमंत्री का रिश्तेदार हूं, सरकारी नौकरी लगवा दूंगा, लगा दी 34 लाख रुपये की चपत
हिसार में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लांधड़ी निवासी पंकज कुमार और हरिनगर निवासी अभिषेक ने चार लोगों से 34 लाख 30 हजार रुपये लेकर धोखाधड़ी की।
हिसार, जेएनएन। सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर तरह तरह के पैतरे अपना लोगों के साथ ठगी करने का मामला बदस्तूर जारी है। हिसार में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लांधड़ी निवासी पंकज कुमार और हरिनगर निवासी अभिषेक ने चार लोगों से 34 लाख 30 हजार रुपये लेकर धोखाधड़ी की। आरोपित अभिषेक खुद को मुख्यमंत्री का रिश्तेदार बताता है। पुलिस ने जींद के हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी हुकम सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार हुकम सिंह के अलावा आरोपितों ने जींद के मकखंड निवासी अमर लाल, खरड़ अलीपुर निवासी संदीप सिंह और आजाद नगर के शास्त्री नगर निवासी विपिन कुमार से यह पैसा लिया है। चारों शिकायतकर्ताओं को आरोपितों ने रेलवे भर्ती बोर्ड ग्रुप डी, एचएयू में क्लर्क या हरियाणा स्टॉफ सिलेक्शन बोर्ड ग्रुप डी में नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। नौकरी न लगने पर सभी आरोपितों से पैसा वापस मांगने लगे लेकिन न तो उन्हें पैसा मिला और न ही नौकर लगवाई। पंकज ने कहा कि अभिषेक ने उसको चेक दिया और कहा कि पैसा आते ही वह लौटा देगा। लेकिन बाद में वह मना कर गया। अब पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
प्लाट बेचने के नाम पर 33 लाख की धोखाधड़ी
हिसार: पुट्ठी समैण गांव के ईश्वर दास के साथ आजाद नगर के सोनू, कालवास के सितेंद्र और सुनील ने प्लॉट बेचने के नाम पर 33 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। पुलिस ने अब मामला दर्ज कर लिया है। ईश्वर ने कहा कि उसने प्लॉट लेकर पैसा दिया था लेकिन वह अब पैसा देने से मना कर रहे हैं। उसने यह पैसा अपने परिचित से लिया हुआ है।
करोड़ों रुपये का लोन लेकर किया चुकाने से इन्कार, प्रोपर्टी भी दूसरे के नाम की
हिसार: बवानी खेड़ा में वेयरहाउस के निर्माण को लेकर ग्रीन स्क्वेयर मार्केट स्थित इंडसइंड बैंक से करीब पांच करोड़ 45 लाख रुपये का लोन लेने के बाद उसे नहीं चुकाने पर मामला दर्ज किया है। इस दौरान आरोपितों ने जिस प्रॉपर्टी पर लोन लिया, उसको भी किसी दूसरे के नाम करवा दिया। बैंक ने अब हांसी के चौधरियान मोहल्ला निवासी कृष्णा रानी, सविता देवी, सुनीता रानी, प्रमोद कुमार गौड़, श्याम सुंदर, केशव गर्ग, विनोद, वासुदेव के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बैंक की तरफ से 2014 से आरोपित कृष्णा रानी और सविता देवी ने तीन करोड़ 80 लाख रुपये और सुनीता रानी ने एक करोड़ 65 लाख रुपये वेयर हाउस के निर्माण के लिए लोन लिया था। लेकिन आरोपितों ने काफी समय बाद बैंक के लोन की किश्त चुकानी बंद कर दी। आरोप है कि 2016 में आरोपितों ने कुछ अधिकारियों से मिलकर अपनी प्रॉपर्टी को दूसरे नाम कर दिया, जबकि सभी को पता था कि वह बैंक के पास रख कर पैसा लिया गया है।