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स्‍मॉग छंटने तक रद रहेंगी उड़ानें, रन-वे दिखने के लिए पांच किलोमीटर तक दृश्‍यता जरूरी

सुबह चंडीगढ़ से हिसार और शाम को हिसार से चंडीगढ़ उड़ान शुरू करने की प्लानिंग। एयरपोर्ट पर हुई सिविल एविएशन अधिकारियों व स्पाइस जेट विमान के अधिकारियों के बीच हुई बैठक।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 01 Nov 2019 11:00 AM (IST)Updated: Sat, 02 Nov 2019 12:05 PM (IST)
स्‍मॉग छंटने तक रद रहेंगी उड़ानें, रन-वे दिखने के लिए पांच किलोमीटर तक दृश्‍यता जरूरी
स्‍मॉग छंटने तक रद रहेंगी उड़ानें, रन-वे दिखने के लिए पांच किलोमीटर तक दृश्‍यता जरूरी

हिसार, जेएनएन। स्मॉग के कारण चंडीगढ़ जाने वाली फ्लाइट आगामी आदेशों तक बंद कर दी गई हैं। स्मॉग इतना है कि जहाज उड़ाने के लिए दोपहर 12 बजे तक विजिबलिटी नहीं मिल पा रही है। इसी ने एयरपोर्ट अधिकारियों व विमान कंपनी स्पाइस जेट को मुश्किल में डाला हुआ है। दिवाली वाले दिन से ही चंडीगढ़ के लिए हवाई सेवा बंद है।

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ऐसे में चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों को बसों से या फिर अपने नीजि साधन से जाने को मजबूर हैं। पराली जलने और दिवाली पर फैले प्रदूषण के कारण समॉग से हिसार बेहाल है। जहां आंखों में जलन और चर्म रोग के मरीज सिविल अस्पताल में बढ़ रहे हैं वहीं स्मॉग ने ङ्क्षजदगी की रफ्तार को थाम दिया है।

हिसार से चंडीगढ़ के लिए सुबह 9 बजे फ्लाइट उड़ती हैं जो पांच दिन से बंद है। एयरपोर्ट पर तकनीकी अधिकारियों की माने तो उड़ान के लिए पांच किमी की विजिबलिटी जरूरी है। मगर हालात ये हैं कि दोपहर 12 बजे तक भी यह विजिबलिटी नहीं मिल पा रही है। ऐसे में एयरपोर्ट अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को अनुबंधित विमान कंपनी के साथ मंथन किया कि कैसे फ्लाइट शुरू की जाए और इसका समय क्या रखा जाए ताकि बिना रूका विमान आ-जा सकें।

बैठक में अधिकारियों ने सुझाव दिया कि सुबह की फ्लाइट अगर शाम को शुरू की जाए और चंडीगढ़ से आनी वाली फ्लाइट शाम की बजाय सुबह आए तो संचालन हो सकता है। मगर सबसे बड़ा सवाल शाम के समय चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों के मिलने का है। ऐसे में बैठक बेनतीजा समाप्त हो गई और जब तक स्मॉग नहीं छटता तब तक फ्लाइट फिल्हाल बंद ही रहेगी। आइएमडी के अनुसार हिसार में विजिबलिटी काफी कम है। पांच नवंबर तक आसमान में स्मॉग छाया रह सकता है।

ऐसे आया स्मॉग

दिवाली के बाद धुंध, पटाखों व आग के धुंए से बने स्मॉग के कारण आम आदमी के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ऑक्सीजन में पटाखों व आग के धुंए के कारण जहरीली गैसे मिक्स हो गई हैं, जो सांस के साथ लोगों के शरीर में जा रही है। वहीं इन गैसों में कार्बनडाइऑक्साइड, नाइट्रोआक्साइड, सल्फर डाऑक्साइड, जैसी जहरीली गैसें इस स्मॉग में मौजूद हैं। ये सभी गैसे मिलकर एक वीक एसिड अथवा कमजोर तेजाब बनाती हैं, जिसके कारण हमें सांस लेने में तो तकलीफ होती है।

स्मॉग के कारण आ रही यह समस्या

- आंखो में जलन

- एलर्जी

- सांस लेने में तकलीफ

- वायरल बुखार के इंफेक्शन

यह सावधानी बरतें -

- किसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

- धुंए से दूर रहे।

- बाहर निकले तो मास्क पहनकर निकले।

- फ्रिज की ठंडी चीजें ना खाएं।

- बाजार में बाहरी व तली चीजों को खाने से बचें।

--शाम के समय चंडीगढ़ के लिए फ्लाइट शुरू करने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि यात्री सुबह के समय ही चंडीगढ़ जाते हैं। उम्मीद है कि एयरपोर्ट अधिकारी जल्द ही इस समस्या का हल निकालेंगे।

- डा. कमल गुप्ता, विधायक, हिसार

--सरकार को अपनी घोषणा के अनुसार रोजाना यात्रियों को सुविधा देनी चाहिए। पिछले कई दिनों से फ्लाइट बंद है। मुझे भी चंडीगढ़ जाना था मैं भी इसी कारण जहाज से नहीं जा पाया। सरकार को विकल्प जल्द ढूंढकर यात्रियों की परेशानी दूर करनी चाहिए।

- बजरंग दास गर्ग, मुख्य प्रवक्ता, प्रदेश कांग्रेस


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