बरसात के कारण मंडी में भीगा अनाज
धान खरीदने के लिए मिलर नहीं मिले वहीं अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। किसानों का अनाज भी खुले में पड़ा रहा। रविवार को आई बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।
संवाद सहयोगी, बरवाला : रविवार शाम को आई बरसात के कारण अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ा धान भीग गया। करीब 25 दिन से किसान धान बेचने के लिए मंडी में इंतजार कर रहे थे, लेकिन कभी बारदाना न होने और कभी खरीदार न होने की बात कहकर उन्हें परेशान किया गया। धान खरीदने के लिए मिलर नहीं मिले, वहीं अधिकारियों ने भी हाथ खड़े कर दिए। किसानों का अनाज भी खुले में पड़ा रहा। रविवार को आई बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।
एक क्विंटल पर आठ किलो की काट लगाकर धान खरीदा
दीपावली के दिन भी दो मिलर किसानों का धान खरीदने के लिए आए, परंतु धान सूखा होने के बावजूद भी उन्होंने एक क्विंटल पर आठ किलो की काट लगाकर इसे खरीदने की बात की गई। कुछ किसानों तो मजबूरी में अनाज बेच दिया, पर कुछ ने मना कर दिया। किसानों का आरोप है कि बरवाला अनाज मंडी में एमएसपी पर पीआर धान की खरीद नहीं की जा रही। यहां पर अधिकारियों से मिलीभगत करके किसानों को सरेआम चूना लगाया जा रहा है। पहले नमी का बहाना बनाया गया, हालांकि किसान अपना धान सूखा कर लाए थे। बाद में फिर बहाना बना दिया।
आसमान में छाया धूल का गुबार छंट गया
बरवाला शहर व आसपास के इलाके में रविवार शाम को बरसात के साथ ओलावृष्टि भी हुई। शहर की सड़कों पर पानी भर गया। वही आसमान में छाया धूल का गुबार भी छंट गया। प्रदूषण खत्म होने से लोगों ने राहत की सांस ली।