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सिरसा में 22 घंटे चली सीबीआई की जांच, एफसीआइ से चार गोदामों से भरे सैंपल

सीबीआई ने गोदाम में रखे अनाज तथा रिकॉर्ड का मिलान किया। गोदाम में करीब 150 स्टैग में रखे करीब 4 लाख बैग में से काफी सारे बैग का वजन करवाया। बाद में अधिकारियों ने लाखों बैग में से सिर्फ 13 सैंपल भरे।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sat, 30 Jan 2021 05:41 PM (IST)Updated: Sat, 30 Jan 2021 05:41 PM (IST)
सिरसा में 22 घंटे चली सीबीआई की जांच, एफसीआइ से चार गोदामों से भरे सैंपल
गोदाम में करीब 150 स्टैग में रखे करीब 4 लाख बैग में से कई का वजन करवाया।

हिसार/सिरसा, जेएनएन। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम करीब 22 घंटे तक डबवाली के सावंतखेड़ा, पन्नीवाला मोटा, नीमला और मंगाला गांव में स्थित भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के गोदाम में जांच करती रही। सावंत खेड़ा में निजी उद्यमी गारंटी (पीईजी) योजना के तहत बने गोदाम की गहनता से जांच की। एफसीआई के डबवाली डिपो इंचार्ज समेत हैफेड के फील्ड निरीक्षक मौका पर मौजूद रहे। बताया जाता है कि सीबीआई ने गोदाम में रखे अनाज तथा रिकॉर्ड का मिलान किया। गोदाम में करीब 150 स्टैग में रखे करीब 4 लाख बैग में से काफी सारे बैग का वजन करवाया। सीबीआई अधिकारियों ने यह देखने का प्रयास किया कि 50 किलोग्राम बैग से गेहूं तो नहीं निकाली गई है। बाद में अधिकारियों ने लाखों बैग में से सिर्फ 13 सैंपल भरे। सीबीआई अब गुणवत्ता की जांच करवाएगी।

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गेट पर खड़े रहे सीबीआई अधिकारी

बताया जाता है कि रात करीब 11 बजे सीबीआई गोदाम में पहुंच गई थी। गेट बंद था, इसलिए भीतर प्रवेश नहीं किया। अधिकारियों ने हैफेड तथा एफसीआइ अधिकारियों को कॉल करके मौका पर बुलाया। उनके साथ ही भीतर प्रवेश किया था। बाद में उनके मोबाइल रख लिए। किसी से बातचीत नहीं करने दी। करीब 22 घंटे में जांच पूरी करने के बाद टीम गोदाम से बाहर आई।

जांच के बाद डबवाली में ठहरी टीम

बताया जाता है कि सीबीआई टीम में शामिल 6 अधिकारी करीब साढ़े 9 बजे डबवाली के बठिंडा रोड पर स्थित लोक निर्माण विभाग (भवन एवं पथ) में पहुंचे। सीआरपीएफ के जवान टीम के साथ नजर नहीं आए। शनिवार को सुबह करीब 8 बजे टीम वापिस रवाना हुई।

एफसीआई के पास आएगी जांच रिपोर्ट

सीबीआई जिस गोदाम में पहुंची थी। वह निजी उद्यमी गारंटी योजना के तहत बना हुआ है। इसमें एफसीआइ अनाज की स्टोरेज करती है। नोडल एजेंसी के तौर पर हैफेड कार्यरत रहती है। कह सकते हैं कि गुणवत्ता जांच या रखरखाव की जिम्मेदारी एफसीआई की होती है। स्टोरेज अनाज कम आता है तो जिम्मेवार हैफेड होती है। करीब 22 घंटे तक चली जांच की रिपोर्ट एसबीआई ने संबंधित अधिकारियों को नहीं सौंपी है। सीबीआई अधिकारियों का कहना था कि रिपोर्ट एफसीआई के डिपो इंचार्ज की ई-मेल आईडी पर आएगी।


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