भीड़ के कारण ट्रेन में बेहोश हुई महिला के बैग से निकाली नकदी, पांच घंटे का सफर 9 घंटे का बना
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन के क्लर्क पद के लिए लोगों को सफर के दौरान उठानी पड़ रही परेशानी।
जेएनएन, हिसार : हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा रविवार को जिले में दो शिफ्टों में 30 हजार से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचे। परीक्षा सेंटर परीक्षार्थियों के गृहजिला से 250 से 400 किलोमीटर दूर होने के कारण परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों को सफर में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं एक ही परिवार के कई लोगों की परीक्षा एक साथ है तो ऐसे में लोगों को और अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है। सफर में लड़कियों व महिलाओं को तो और भी अधिक परेशानी उठानी पड़ी, क्योंकि ना तो उन्हें बैठने की जगह मिली और बस में चढऩे के लिए भीड़ का सामना पड़ा।
लोगों को क्या-क्या आ रहीं परेशानियां
भीड़ के कारण बेहोश हुई तो बैग से चुरा लिए 2 हजार रुपए
एनएसटीआइ पानीपत की छात्रा व हिसार निवासी ज्योति अपनी बहन प्रीति को परीक्षा दिलवाने 7 घंटे का सफर तय करके शनिवार सुबह सिरसा पहुंची थीं, लेकिन सिरसा से वापस जाने लगे तो ट्रेन में भीड़ के कारण बेहोश हो गई। ज्योति के हाथ में बैग था, जिसमें 2 हजार रुपये की नकदी भी थी, बेहोश होते ही किसी ने बैग से रुपये निकाल लिए।
पति फौज में था तो पत्नी को 6 साल की बेटी व ससुर को साथ आना पड़ा परीक्षा देने
पति गुरुग्राम में फौज में है, उन्हें छुट्टी नहीं मिली। अनुराधा ने बताया कि फतेहाबाद के एक स्कूल में क्लर्क की परीक्षा पिता ससुर मूलचंद व 6 साल की बेटी भूमिका के साथ शनिवार रात को फतेहाबाद पहुंचे। रात को किसी परिचित के घर रूके। फतेहाबाद में पेपर के बाद हिसार बस स्टैंड पहुंचे तो तीन घंटे लाइन में लगने के बाद रेवाड़ी के लिए बस मिली। उसमें भी भीड़ के कारण बैठने के लिए जगह नहीं मिली, खिड़की के पास खड़े होकर सफर करना पड़ा।
400 किलोमीटर का सफर और बस में नहीं मिली सीट
आगरा से 400 किलोमीटर का सफर तय कर हिसार बेटी को परीक्षा दिलवाने आए प्रमोद कुमार ने बताया कि वो बेटी को लेकर बस में सफर कर शनिवार रात हिसार पहुंचे थे। हिसार के एक निजी स्कूल में परीक्षा देकर वापस बस अड्डा पहुंचे तो वहां 2 घंटे लाइन में लगने के बाद बस मिली।
दो बहनों ने स्टेशन पर बैठकर बिताई रात
करनाल से हिसार के दो निजी स्कूलों में परीक्षा देने पहुंची सगी बहनों के लिए करनाल से हिसार का सफर काफी मुश्किलों भरा रहा। पिंकी व प्रीति ने बताया कि शनिवार सुबह 5 बजे घर से निकलीं थीं। लाडवा से बस में कुरूक्षेत्र पहुंचे। वहां तीन घंटे तक ट्रेन के लिए वेट करना पड़ा। ङ्क्षपकी ने बताया 8.30 बजे ट्रेन में बैठे तो भीड़ के कारण एक बार ट्रेन में चक्कर आने के कारण ट्रेन में गिर गई थी। ट्रेन में खड़े होकर सफर कर रात 2 बजे हिसार रेलवे स्टेशन पहुंचे। कोई ठिकाना नहीं था तो रेलवे स्टेशन पर बैठे-बैठे ही रात बिताई। परीक्षा के बाद वापस जाने के लिए बस अड्डे पहुंचे तो चार घंटे लाइन में लगे तो अनाउंसमेंट हुई कि बुकिंग बंद कर दी गई है।
महिला को सीट देने की बजाय कर रहे बदतमीजी
परीक्षा देने के लिए गुरुग्राम जाने के लिए हिसार बस अड्डे पर पहुंची फतेहाबाद निवासी महिला ने बताया कि उसने गुरुग्राम जाने के लिए काउंटर से बस में सीट नंबर भी लिया। लेकिन बस में गई तो बहुत भीड़ थी, उसकी सीट पर कुछ लड़के बैठे थे, उसने लड़कों को उठने के लिए कहा तो वह बदतमीजी से बोले। उसने उनसे लडऩे की बजाय बस से उतरना बेहतर समझा।
प्रेग्नेंट होने पर भी परीक्षा देने पहुंची
प्रेग्नेंट प्रीति ने बताया कि वह गुरुग्राम के फरूखनगर की रहने वाली है। शनिवार शाम 5 बजे क्लर्क परीक्षा के लिए पति के साथ हिसार आई थी। किसी परिचित के यहां ठहरे और सुबह की शिफ्ट में परीक्षा देने के बाद वापस आए तो बस के लिए तीन घंटे तक लाइन में लगना पड़ा, तब जाकर गुरुग्राम की बस मिली।
बेटे का एम्स में इलाज करवाने के लिए बस के लिए 4 घंटे इंतजार
वहीं आम यात्रियों को भी बसों में भीड़ के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लल्लन हिसार के सेक्टर 27-28 में रहता है। वह मजदूरी करता है। उसके बेटे को एम्स में इलाज लेकर जाने के लिए बस के लिए चार घंटे इंतजार करना पड़ा।