तीन युवकों को अवैध हिरासत में रखने और 10 लाख की रंगदारी मांगने पर एवीटी टीम इंचार्ज और मुंशी पर केस दर्ज
करीब डेढ़ महीने पहले तीन युवकों को अवैध रूप से हिरासत में रखने और छोड़ने की एवज में 10 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में उकलाना थाना में एक एसआइ समेत दो पर केस दर्ज किया गया है।
जागरण संवाददाता, हिसार: करीब डेढ़ महीने पहले तीन युवकों को अवैध रूप से हिरासत में रखने और छोड़ने की एवज में 10 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में उकलाना थाना में एक एसआइ समेत दो पर केस दर्ज किया गया है। चुली खुर्द निवासी बंती देवी ने आइजी और एसपी को शिकायत दी थी। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत पर जांच कर करीब डेढ़ महीने बाद वाहन चोरी निरोधक टीम के इंचार्ज एसआइ महेंद्र सिंह और मुंशी कुलदीप के खिलाफ अवैध हिरासत में रखने और 10 लाख की रंगदारी मांगने के आरोपों पर केस दर्ज किया है।
तंग आकर हाई कोर्ट में पहुंची थी बंती देवी
बंती देवी ने बताया था कि 15 जून को चुली कलां के कुलदीप को करीब सात पुलिसकर्मियों ने बस स्टैंड के पास से उठाया था। इसके बाद उसके बेटे विजेंद्र उर्फ धोलु और मंडी आदमपुर के कुलदीप कुमार को भी उठा लिया था। तीनों को एक दिन सीआइए-1 स्टाफ ने हिसार में रखा और उसके बाद सुरेवाला चौक के पास बनी पुलिस चौकी में लेकर गए और तीनों को लगातार नग्न करके, उलटा लटकाकर मारपीट कर टार्चर किया गया। बंती देवी का आरोप है कि एवीटी इंचार्ज महेंद्र सिंह ने उससे 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगी। न देने पर उसके पति को उठाने और झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी। आरोप है कि महेंद्र सिंह इंचार्ज ने उसे चौकी में बुलाया और रुपये न देने पर उसके दूसरे बेटे देवेंद्र उर्फ डीके को भी पकड़ने की धमकी दी । इसके बाद उसने बेटे विजेंद्र उर्फ धोलु के फोन से 11,000 रूपये चौकी के मुंशी कुलदीप के मोबाइल नंबर पर भिजवाए थे। तंग आकर हाईकोर्ट पहुंची थी। वहां से वारंट अफसर लेकर आई थी। वारंट अफसर ने सुरेवाला चौक के पास बनी पुलिस चौकी से तीनों को अवैध हिरासत से छुड़वाया था। पीड़ितो के आठ मोबाइल फोन व उनसे लिए गए 27,000 रुपये भी वापिस दिलवाए थे।