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टिकरी बॉर्डर से आई किसान नेता की कॉल, सिरसा में निजी अस्पताल के आगे की नारेबाजी

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अस्पताल में उपचाराधीन एक महिला की मौत हो गई और अस्पताल प्रशासन रुपये देने के बाद ही डेडबॉडी देने की बात कह रहा है। उन्हाेंने बताया कि उनके पास टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में किसान नेता की कॉल आई है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 11 Jan 2021 05:14 PM (IST)Updated: Mon, 11 Jan 2021 05:14 PM (IST)
टिकरी बॉर्डर से आई किसान नेता की कॉल, सिरसा में निजी अस्पताल के आगे की नारेबाजी
महिला की मौत मामले में अस्‍पताल के बाहर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारी यूनियन के नेता व सदस्‍य

सिरसा, जेएनएन। सिरसा में डबवाली रोड स्थित मेडिसिटी अस्पताल के आगे सोमवार दोपहर को रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेताओं मदन लाल खोथ, सुरजीत अरोड़ा व अन्यों ने एकत्रित होकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अस्पताल में उपचाराधीन एक महिला की मौत हो गई और अस्पताल प्रशासन रुपये देने के बाद ही डेडबॉडी देने की बात कह रहा है। उन्हाेंने बताया कि उनके पास टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से किसान नेता रणधीर सिंह जोधकां को कॉल की और स्थिति बताई। उन्होंने बताया कि मृतक महिला का परिवार अत्यंत गरीब है। बाद में महिला के स्वजन उसके शव को लेकर रवाना हो गए।

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मामले की जानकारी देते हुए कर्मचारी नेता मदन लाल खोथ, सुरजीत अरोड़ा ने बताया कि उनके पास किसान नेता रणधीर सिंह जोधकां की टिकरी बॉर्डर से काॅल आई थी। किसान नेता ने उन्हें बताया कि हांसपुर निवासी 32 वर्षीय महिला खुशी की मेडिसिटी अस्पताल में माैत हाे गई है। मृतक के परिजन गरीब है। कर्मचरियों ने बताया कि वे इस संबंध में अस्पताल संचालक से मिले थे, जिसने उन्हें शव ले जाने की अनुमति दे दी परंतु अस्पताल के मेडिकल संचालक ने हिसाब क्लीयर करने की बात कही।

--------महिला के पति जसपाल सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी को गुर्दे में तकलीफ थी। छह दिन से वह अस्पताल में भर्ती थी। रात को उसकी मौत हो गई। अस्पताल वाले रुपयों की मांग कर रहे थे, लेकिन हम गरीब है, इसलिए हमें डेडबॉडी के लिए परेशान किया गया।

---रुपयों का कोई मामला नहीं था। महिला को अति गंभीर अवस्था में अस्पताल में लेकर आए थे, उस समय उसके शरीर में 40 फीसद आक्सीजन थी। महिला के लिए चौटाला हाऊस से अजय सिंह ने भी फोन किया था और बताया था कि वो गरीब है। हम उसका इलाज कर रहे थे। सुबह रोडवेज के नेता भी आकर मिले थे, हमने डेडबॉडी ले जाने को कहा था। हमने मरीज की पूरी मदद की है।

- डा. गुरदीप शेरगिल, संचालक मेडिसिटी अस्पताल


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