तीन माह पहले हुई भाई की मौत अब चार बेटियों के सिर से उठा पिता का साया
समुंद्र ही खेतीबाड़ी कर परिवार का गुजर बसर करता था। लेकिन समुंद्र की असमय मौत के बाद परिवार के सामने दो जून की रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है।
चरखी दादरी [सचिन गुप्ता] गांव बलाली में रविवार को हाई वोल्टेज बिजली तारों की चपेट में आने से किसान समुंद्र की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। बीती 19 नवंबर को उसके 14 वर्षीय बेटे का बीमारी के चलते निधन हो गया था। समुंद्र की बेटियां अभी अपने भाई की मौत के दुख से उभर नहीं सकी थी कि उनके सिर से पिता का साया भी उठ गया। मृतक किसान समुंद्र चार बेटियों तथा एक बेटे का पिता था। जिनमें एक बेटी विवाहित तथा तीन अविवाहित हैं।
समुंद्र ही खेतीबाड़ी कर परिवार का गुजर बसर करता था। लेकिन समुंद्र की असमय मौत के बाद परिवार के सामने दो जून की रोटी का भी संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा तथा दो बेटियों को डीसी रेट पर नौकरी देने की मांग की है। भाई तेजराम ने बताया कि समुंद्र की एक बेटी अभी बीएससी प्रथम वर्ष, एक बेटी 11वीं तथा सबसे छोटी बेटी पांचवीं कक्षा में पढ़ती है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में नीचे लटकते तारों की समस्या कई वर्ष पुरानी है। गांव के खेतों में काम करते समय बिजली करंट की चपेट में आकर अभी तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दो व्यक्ति करंट की चपेट में आकर झुलस हो चुके है।
हादसों के बाद भी सतर्क नहीं हुआ निगम
गांव बलाली में पिछले कई वर्षों में आधा दर्जन से अधिक ग्रामीणों की मौत हो चुकी है। करीब 20 वर्ष पहले गांव में दो सगे भाई बंसी तथा सुरेंद्र की करंट लगने से मौत हो गई थी। करीब एक वर्ष पहले 25 वर्षीय बजरंग भी करंट की चपेट में आकर अकाल मौत का ग्रास बना था। पिछले वर्ष दो जून की रात को 36 वर्षीय सुनील की भी पाइप लाइन बदलते समय करंट लगने से मौत हो गई थी। उस समय भी ग्रामीणों ने निगम पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। करीब 4 वर्ष पहले गांव निवासी सोमबीर करंट से झुलस गया था। जिसके बाद उसका एक हाथ काटना पड़ा था। करीब 6 साल पहले सतबीर भी करंट के कारण बुरी तरह झुलस गया था।
5 से 10 फुट ऊंचे है तार
गांव बलाली के सरपंच अमित कुमार ने बताया कि गांव में बिजली की 20 लाइनें ऐसी हैं जिनकी जमीन से महज 5 से 10 फुट तक ऊंचाई है। इन तारों को ऊंचा उठाने के लिए कई बार निगम के एक्सईएन, एसडीओ को पत्र लिखे जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने मौके का मुआयना कर एस्टीमेट भी बनाया था। लेकिन बाद में उसे रद्द कर दिया गया। उन्होंने बताया कि पहले हुए हादसों के समय भी अधिकारियों द्वारा समाधान का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं किया गया।
15 फुट ऊंचे होने चाहिए तार: एसडीओ
बिजली निगम झोझू कलां के एसडीओ रामपाल दहिया ने बताया कि गांव में कुछ तारों को ऊंचा करवाया गया है। बाकि बचे तारों को एक महीने में ऊंचा करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं उनके संज्ञान में आई, उसका समाधान करवाया गया। उन्होंने बताया कि नियमानुसार हाई वोल्टेज व लो वोल्टेज तारों की ऊंचाई जमीन से कम से कम 15 फुट होनी चाहिए। ग्रामीण जो भी डेंजर प्वाइंट््स बताएंगे, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सही करवाया जाएगा।