यहां प्रति घंटे के हिसाब से नहीं, दूल्हे ने दो दिन के लिए बुक कर लिया हेलीकॉप्टर
क्षेत्र में पहली बार हेलीकॉप्टर में सवार होकर दूल्हे के आने की सूचना मिलते ही काफी संख्या में लोग हेलीपैड पर पहुंच गए। दूल्हे की शादी मंगलवार की रात हो होगी और विदाई बुधवार को होगी।
चरखी दादरी/ जेएनएन। सत्तर के दशक में धूम मचा चुका गाना घोड़ी पे होके सवार, चला है दुल्हा यार, कमरिया में बांधे तलवार आज भी शादी समारोह में काफी बार सुनने को मिलता है। लेकिन मौजूदा समय में हो रही शादियों को देखते हुए इस गाने के शब्द कम ही मेल खा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि आधुनिक जमाने में दूल्हेअपनी दुल्हन को लेने के लिए घोड़े के बजाय हेलीकॉप्टर में आ रहे हैं। हाल में ही हरियाणा के सोनिपत के गोहाना का लड़का मजदूर की बेटी को दुल्हन बना हेलीकॉप्टर में लेकर गया था।
इसी कड़ी में मूलरूप से दादरी जिले के गांव डूडीवाला किशनपुरा तथा वर्तमान में मुंबई निवासी व्यवसायी हनुमान शर्मा का पुत्र सुमित दादरी के निवासी पं. रामसिंह शर्मा की नाती मोहिनी को जीवनसंगिनी बना कर साथ ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर से दादरी पहुंचा। दादरी के बलिदान स्मारक स्टेडियम में हेलीकॉप्टर उतरने के लिए हेलीपैड बनाया गया है। मगर इस शादी की खास बात ये भी है कि हेलीकॉप्टर आमतौर पर प्रतिघंटे के हिसाब से बुक किया जाता है, मगर यहां दूल्हे ने दो दिनों के लिए ही हेलीकॉप्टर बुक कर लिया।
क्षेत्र में पहली बार हेलीकॉप्टर में सवार होकर दूल्हे के आने की सूचना मिलते ही काफी संख्या में लोग हेलीपैड पर पहुंच गए। दादरी की सरस्वती वाटिका में मंगलवार रात को वैवाहिक रस्में पूरा करने के बाद बुधवार सुबह सुमित अपनी जीवनसंगिनी मोहिनी को लेकर हेलीकॉप्टर को ही डोली बनाकर अपने साथ ले जाएगा।
मंगलवार शाम को करीब साढ़े चार बजे सुमित हेलीकॉप्टर में सवार होकर हेलीपैड पर पहुंच गया था। जिस समय हेलीकॉप्टर यहां पर पहुंचा उस समय तक पुलिस नहीं पहुंच पाई थी। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पायलट ने दूल्हे व अन्य लोगों को पुलिस के आने तक हेलीकॉप्टर से नहीं उतरने दिया। करीब दस मिनट बाद दादरी सिटी थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जिसके बाद दूल्हा व अन्य हेलीकॉप्टर से उतर कर गाड़ी में सवार होकर विवाह स्थल तक पहुंचे।
सगाई के दौरान मौजूद सुमित और मोहिनी
बढ़ रहा है हेलीकॉप्टर का क्रेज
पिछले कुछ समय से देखने में आ रहा है कि शादी समारोह में दूल्हे द्वारा हेलीकॉप्टर में सवार होकर आने का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल ही में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए हिसार जिले में भी एक नवविवाहित जोड़ा हेलीकॉप्टर से रवाना हुआ था। दादरी जिले के गांव गोपी में भी वर्ष 2015 में हेलीकॉप्टर में सवार होकर दुल्हा व दुल्हन आए थे।