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सोनाली फौगाट के साथ फिर खड़ी हुई भाजपा, मारपीट की शिकायत करने वाले सुभाष पार्टी से बाहर

भाजपा नेत्री के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाने वाले मंडल अध्यक्ष और बालसमंद मंडल अध्यक्ष के बेटे अमित बिसला को भाजपा ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। ब्राह्मण वोटरों की नाराजगी के डर से पार्टी ने शशिकांत शर्मा को काजला मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया

By Manoj KumarEdited By: Published: Sun, 04 Oct 2020 09:10 AM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 09:10 AM (IST)
सुल्‍तान सिंह केस की तरह ही सुभाष शर्मा मारपीट प्रकरण में भाजपा ने सोनाली का साथ दिया है

हिसार, जेएनएन। भाजपा नेत्री के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाने वाले मंडल अध्यक्ष और बालसमंद मंडल अध्यक्ष के बेटे अमित बिसला को भाजपा ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। ब्राह्मण वोटरों की नाराजगी के डर से पार्टी ने शशिकांत शर्मा को काजला मंडल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। पार्टी द्वारा मना करने पर बार-बार मीडिया में बयानबाजी और पार्टी लाइन से हटकर चलने पर पहले तो सुभाष शर्मा को पद से हटाया, मगर इसका विरोध करने पर और जिला कार्यालय के बाहर गेट पर दरी बिछाकर बैठने पर पार्टी ने छह साल के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा भाजपा ने दो सदस्यीय कमेटी का गठन किया है जिसमें जिला प्रभारी डा. ओपी पहल और जिलाध्यक्ष कैप्टन भूपेंद्र ङ्क्षसह शामिल हैं। दोनों इस मामले में सुनवाई करेंगे और अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष को सौंपेंगे।

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पहले ही हटा दिया ता पद से, बैठक में जाने से रोका

शनिवार को भाजपा कार्यालय में सात जिलों के मंडल अध्यक्षों व किसान मोर्चा के जिला काडर की एक दिन की वर्कशॉप थी। इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ को सुभाष शर्मा और अमित बिसला से मुलाकात करने थी। प्रदेशाध्यक्ष तय समय से दो घंटे देरी से दोपहर करीब 12 बजे भाजपा कार्यालय आए और सीधा वर्कशॉप में चले गए। जब उनके पीछे सुभाष शर्मा जाने लगे तो उनको वर्कशॉप में जाने नहीं दिया और कहा कि आपका नाम मंडल अध्यक्ष की सूची में नहीं है। सुभाष शर्मा ने कहा कि वह काजला से मंडल अध्यक्ष हैं मगर सूची में काजला से शशिकांत शर्मा को मंडल अध्यक्ष बताकर एंट्री नहीं दी। जिला अध्यक्ष की तरफ से मैसेज दिया गया कि सुभाष शर्मा को पद हटा दिया गया है। वर्कशॉप के बाद उनसे बात की जाएगी। मगर इस बात पर सुभाष शर्मा नाराज हो गए।

दरी बिछाकर कार्यालय के बाहर बैठे

इसके बाद सुभाष शर्मा और अमित बिसला दरी बिछाकर भाजपा कार्यालय के मुख्य गेट पर बैठ गए। सुभाष शर्मा और अमित बिसला के धरने पर बैठने की खबर जैसे ही प्रदेशाध्यक्ष को लगी वैसे ही पार्टी से दोनों को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। सुभाष शर्मा ने आरोप लगाया कि सोनाली फौगाट पर कार्रवाई न करके और पार्टी से निकालकर उनका अपमान किया गया है। वहीं पुलिस ने भी शिकायत के इतने दिन बाद भी एफआइआर दर्ज नहीं की है।

पार्टी ने निष्कासन पत्र में यह लिखा

24 सितंबर को आपको कारण बताओ नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा गया था, मगर आपने स्पष्टीकरण देने के बजाय दोबारा से सार्वजनिक मंचों व मीडिया में जाकर लगातार अपनी बात रखी। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। 1 अक्टूबर को आपको पार्टी के पद से निलंबित कर दिया था। शनिवार को 3 अक्टूबर को प्रदेशाध्यक्ष के आगमन पर आपने पार्टी के नियम व संविधान के खिलाफ जाकर पार्टी कार्यालय के समक्ष धरना दिया व मीडिया में पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार किया। यह नियमों के खिलाफ है। इसलिए आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है।

पार्टी एक परिवार की तरह काम करती है। किसी को भी पार्टी के मसलों को पब्लिक डोमेन में ले जाने का अधिकार नहीं है। इस विषय में दो सदस्यीय कमेटी बना दी है।

- ओपी धनखड़, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा

सोनाली-सुभाष प्रकरण::: ये था मामला

23 सितंबर को आदमपुर हलके में आने वाले काजला क्षेत्र के मंडल अध्यक्ष सुभाष शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी रही सोनाली फौगाट और उनके पीए सुधीर सांगवान पर घर में बुरी तरह से पीटने का आरोप लगाया था। इसकी शिकायत भाजपा जिलाध्यक्ष व प्रदेशाध्यक्ष से की गई, मगर मीडिया में मामला उछलने के बाद भाजपा ने सुभाष शर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया। इसके बाद सुभाष शर्मा ने पूरे प्रकरण में ब्राह्मण समाज की मदद मांगी। उन्होंने लिखित शिकायत एसपी बलवान ङ्क्षसह राणा से भी की। इसके बाद एक और भाजपा कार्यकर्ता अमित बिसला ने भी सोनाली पर मारपीट के आरोप लगाते हुए एसपी को शिकायत दी थी।


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