फिर विवादों में घिरी सोनाली फोगाट, मंच पर बैठने से रोका तो राज्यपाल को राम-राम कर कार्यक्रम से निकलीं
सोनाली फोगाट ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को राम-राम की और समारोह से लौट गई। भाजपा नेत्री जिस कुर्सी पर बैठी थी। उस कुर्सी पर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक की नेम प्लेट लगी थी। यह समारोह भी दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था।
हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार के गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के 25वें स्थापना दिवस पर चौ. रणबीर सिंह आडिटाेरियम में आयोजित समारोह में मंच पर बैठने को लेकर भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट एक बार फिर विवादों में घिर गई है। समारोह में मुख्यअतिथि राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्यअतिथि के तौर पर आए हुए थे।
सोनाली को नहीं मंच पर जगह
मंच पर राज्यपाल के साथ कुलपति, कुलसचिव, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक, डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा की नेम प्लेट के साथ कुर्सियां लगी हुई थी। भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट समारोह में आते ही कुलपति के साथ लगी निदेशक के सीट पर बैठ गई। इस बारे में दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक ने पहले कुलपति से विचार-विमर्श किया। इसके बाद सोनाली फोगाट को मंच से नीचे दूसरी जगह पर बैठने को कहा। इस पर सोनाली ने कहा कि वह कुछ देर के लिए आई थी और यह कहकर खड़ा हो गई।
राज्यपाल को राम राम कर लौटी सोनाली
फिर सोनाली फोगाट ने राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को राम-राम की और समारोह से लौट गई। भाजपा नेत्री जिस कुर्सी पर बैठी थी। उस कुर्सी पर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक की नेम प्लेट लगी थी। यह समारोह भी दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की 25वीं वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था। इसलिए निदेशक की नेम प्लेट लगाई गई थी। हालांकि, वहां पर दूसरी कुर्सी लगाने पर भी चर्चा हुई, पर भाजपा नेत्री ठहरी नहीं।
विवादों घिरी रहती है सोनाली
भाजपा नेत्री सोनाली फोगाट अक्सर विवादों में घिरी रहती है। सोनाली फोगाट का और विवादों का नाता गहरा होता जा रहा है। सोनाली कभी फेसबुक पर लाइव के दौरान अनुसूचित जाति से संबंधित प्रतिबंधित शब्द का इस्तेमाल कर देती हैं तो कभी अधिकारी को थप्पड़ जड़ दिया, तमाम विवादों में घिरी हैं। अब फिर सोनाली फोगाट नए विवाद में घिरती हुई नजर आ रही हैं। क्योंकि राज्यपाल के कार्यक्रम सोनाली स्टेज पर जगह नहीं मिली तो वह प्रोग्राम बीच में छोड़ चली गई।