ग्रामीण इलाकों में दिखा असर, लिक मार्गों और रेल ट्रैक पर बैठे रहे आंदोलनकारी
किसान संगठनों की ओर से बुलाए गए भारत बंद का असर शहरों की अपेक्षा गांवों में ज्यादा देखने को मिला।
संवाद सहयोगी, हांसी/बरवाला/नारनौंद/अग्रोहा/सिवानीमंडी/उकलाना/मंडी आदमपुर : शहरों में जहां किसान आंदोलन बेअसर दिखाई दिया तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भारत बंद का थोड़ा बहुत असर रहा। बंद को सफल बनाने के लिए आंदोलनकारियों ने लिक मार्गों पर जाम लगाया। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में ही रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारी टेंट लगाकर बैठ गए। जाम के कारण लोगों को परेशानी हुई। दैनिक कार्यों को भी लोग पूरा नहीं कर पाए। आंदोलनकारियों ने खेतों में जाने वाले किसानों को भी नहीं बख्शा और उनका भी रास्ता रोक दिया। इस दौरान कई महिलाओं व ग्रामीणों की आंदोलनकारियों से बहस भी हुई मगर रास्ता नहीं खोला गया। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हुई। आंदोलनकारियों के कारण जिन लोगों को परेशानी हुई उन्होंने कहा कि आंदोलन का मतलब दूसरों को परेशान करना नहीं है। आंदोलन का सबसे ज्यादा असर व्यापारी वर्ग पर पड़ा। दुकानदार दिनभर खाली बैठे रहे। अनाज मंडी, सब्जी मंडी, सभी परिवहन सुविधाएं, कृषि उत्पाद बेचने वाली सभी दुकानें बंद रहीं।
बरवाला क्षेत्र में हिसार लुधियाना रेलवे ट्रैक पर किसानों द्वारा धरना देकर रेल यातायात ठप करने के अलावा हिसार-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे को बाडोपट्टी टोल, राज्य राजमार्गों में हांसी रोड पर बरवाला ब्रांच नहर पुल, जींद रोड पर खरक पूनिया और ज्ञानपुरा समेत कई मार्ग आंदोलनकारियों द्वारा रोके गए। बरवाला में सुबह एक बार मार्केट खुली लेकिन आंदोलनकारियों ने बंद की अपील की।
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मंडी आदमपुर कस्बे के बाजार खुले रहे
मंडी आदमपुर: किसानों ने सुबह रेलवे ट्रेक को जाम किया वहीं आदमपुर-अग्रोहा बाईपास पर जाम लगाया। हालांकि कस्बे के बाजार पूर्णतया खुले रहे। आदमपुर में किसानों ने सुबह सवा 9 बजे धूरी-सिरसा पैसेंजर ट्रेन को करीब 25 मिनट रोककर रेलवे ट्रैक जाम किया उसके बाद आदमपुर बाईपास रोड व भादरा रेलवे फाटक पर जाम लगाकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वापसी में करीब एक बजे से शाम चार बजे तक सिरसा-धूरी ट्रेन आदमपुर स्टेशन पर खड़ी रही। रेल रोकने की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस व स्थानीय पुलिस थाना प्रभारी मनदीप सिंह, ड्यूटी मजिस्ट्रेट डा. मनमोहन जाजूदा के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन आंदोलनकारियों ने ट्रेन नहीं जाने दी। वहीं व्यापार मंडल के आह्वान पर व्यापारियों ने भारत बंद को समर्थन दिया। वहीं आदमपुर के सभी बाजार एवं सरकारी कार्यालय आम दिनों की तरह खुले रहे।
------------------ भारत बंद को लेकर नारनौंद क्षेत्र के सभी बाजार बंद रहे। हांसी जींद सड़क मार्ग पर अलग-अलग जगहों पर जाम रहा। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आंदोलनकारियों ने सुबह छह बजे ही हांसी-चंडीगढ़ मार्ग पर गांव राजथल, भैनी अमीरपुर, नारनौंद, माजरा प्याऊ और खेड़ी चोपटा पर जाम लगा दिया। सड़कों पर ट्रैक्टर-ट्राली लगाकर रास्ता रोक दिया। वहीं डीएसपी राज सिंह, थाना प्रभारी उमेद सिंह भारी पुलिस बल के साथ क्षेत्र में गश्त करते रहे ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घटे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर मार्केट कमेटी सचिव पवन चोपड़ा, राहुल कुंडू को तैनात किया गया था। बंद के कारण लोग सरकारी कार्यालयों में भीड़ नहीं दिखी। नारनौंद में रागनी प्रतियोगिता करवाई गई जिसका आंदोलनकारियों ने आनंद लिया।
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अग्रोहा: खंड अग्रोहा में किसानों ने नेशनल हाईवे नंबर 9 से लेकर गांवों के मुख्य आवाजाही के मार्गों और सड़कों पर नाके लगाकर अपना रोष प्रकट किया। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अग्रोहा थाना प्रभारी एंव उनका पूरा दल बल पूरी स्थिति पर नजर बनाए रखा। अग्रोहा चौक के दुकानदारों ने सुबह से ही अपनी दुकानें बंद रखी इसके साथ कई व्यापारी, मजदूर एंव दुकानदार एसोसिएशनों ने बंद में सहयोग दिया।
------- सिवानी मंडी : क्षेत्र सुबह 9 बजे ही नया बस अड्डा पर आंदोलनकारी एकत्रित होना शुरू हो गए। यहां आंदोलनकारियों ने मुख्य सड़क पर जाम लगाया। इसके अलावा नेशनल हाईवे 52 पर चौधरीवास टोल पर किसानों ने जाम लगाया और हिसार-राजगढ़ रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया। किसान सभा के राज्य सचिव दयानन्द पूनिया ने बताया की तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं पर सरकार बातचीत न करके किसान आंदोलन को कुचलना चाहती है। शहर में प्रदर्शन जाम व तहसील परिसर में धरना देने के बाद किसानों ने एसडीएम को अपना ज्ञापन पत्र भी सौंपा।