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आनलाइन गेम्स और गेमिंग ऐप्स से रहें सावधान, हिसार में DIG बलवान ने कहा- हो रही है धोखाधड़ी

बलवान सिंह राणा ने आमजन को ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स जैसे फैंटेसी क्रिकेट और ऑनलाइन रम्मी आदि के इस्तेमाल से होने वाली धोखाधड़ी से सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा ऑनलाइन गेम्स की व्यक्ति को आदत हो जाती है और नागरिक बड़ी मात्रा में समय को बर्बाद करते हैं।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 16 Aug 2021 05:55 PM (IST)Updated: Mon, 16 Aug 2021 05:55 PM (IST)
आनलाइन गेम्स और गेमिंग ऐप्स से रहें सावधान, हिसार में DIG बलवान ने कहा- हो रही है धोखाधड़ी
किसी भी गेम्‍स एप को बिना जानकारी के डाउनलोड न करें, इससे आपके साथ ठगी हो सकती है

जागरण संवाददाता, हिसार। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा ने आमजन को ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स जैसे फैंटेसी क्रिकेट और ऑनलाइन रम्मी आदि के इस्तेमाल से होने वाली धोखाधड़ी से सावधान रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेम्स की व्यक्ति को आदत हो जाती है और नागरिक बड़ी मात्रा में समय को बर्बाद करते हैं। ऑनलाइन मल्टीप्लेयर गेमिंग चैट में ये भी हो सकता है कि आप किसी सहकर्मी को धमकाने, अपमानित करने या परेशान करने के लिए कंप्यूटर डिवाइस का उपयोग करें। इसके साथ ही ऑनलाइन गेमिंग में धोखाधडी करने का एक नया चलन देखा गया है।

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इसमें जालसाज ऑनलाइन गेम्स के माध्यम से धोखाधड़ी करते है। ऑनलाइन गेम्स कुछ सामग्री आपको मुफ्त में देते हैं, हालांकि पूर्ण गेम सुविधाओं, कार्यों और पहुंच के लिए भुगतान की आवश्यकता होती है। कुछ मामलों में इन खेलों के लिए उपयोगकर्ता को अपनी गेमिंग प्रोफाइल में एक क्रेडिट कार्ड संलग्न करने की आवश्यकता होती है और उपयोगकर्ता से ऑनलाइन गेम के दौरान नई वस्तुओं और सेवाओं के लिए उनके कार्ड से संचालित रूप से शुल्क लिया जाता है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जालसाज नाम मात्र के सत्यापन के साथ विभिन्न ऑनलाइन गेम पर पंजीकरण करते हैं क्योंकि इससे लाभार्थी के खाते का पता लगाना मुश्किल होता है।

लिंक के माध्यम से होता है फ्राड

ऐसे ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफार्म कार्ड लेनदेन, इंटरनेट बैंकिंग, यूपीआई, आईएमपीएस और पेमेंट गेटवे जैसे रेजर-पे, बिल डेस्क आदि के माध्यम से पेमेंट स्वीकार करते है। उन्होंने बताया कि अधिकतर गेमिंग ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं होते। इन ऐप्स को इंस्टाल करने के लिए उनकी वेबसाइट पर एक एपीके फाइल डाउनलोड करने का लिंक दिया जाता है। जालसाज इन प्लेटफार्म का इस्तेमाल एक वालेट के रूप में करते है और फिर अपने मनचाहे बैंक खाते से पैसे निकाल लेते है।

गेमिंग ऐप के वालेट में पैसा डालने से बचें

DIG ने कहा आमजन से अपील करते हुए कहा कि ऐसे ऑनलाइन गेमिंग ऐप के वॉलेट में अपना पैसा डालने से बचें क्योंकि ऑनलाइन गेमिंग ऐप के वॉलेट धोखेबाज के लिए एक आसान लक्ष्य होता हैं, जिससे इसमें धोखाधड़ी की संभावना अधिक होती है। अगर किसी भी नागरिक के साथ ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से धोखा धडी हो जाती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसी किसी भी घटना की जानकारी तुरंत https://cybercrime.gov.in पर दें।


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