आनलाइन खरीदारी करते समय सावधान रहें, किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंक संबंधित जानकारी न करें साझा
पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने कहा है कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए खुद को जागरूक करें ताकि की किसी भी प्रकार की साइबर ठगी से बचा जा सके। गूगल पेपेटीएमफोन पे आदि के माध्यम से रुपए का लेन देन करते समय धोखाधड़ी हो सकती है।
जागरण संवाददाता, सिरसा। पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने कहा कि त्योहार का सीजन शुरू हो गया है और इस दौरान बड़ी कंपनियों द्वारा आनलाइन शापिंग के लिए आफर दिए जा रहे है ताकि लोग आनलाइन शापिंग कर सकें। त्योहारों के सीजन में बाजारों में काफी रौनक है, इसलिए लोग खरीदारी में मशगूल हैं, वहीं दूसरी तरफ साइबर अपराधी भी आनलाइन शापिंग पर घात लगाए बैठे है।
पुलिस अधीक्षक डा. अर्पित जैन ने कहा है कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए खुद को जागरूक करें ताकि की किसी भी प्रकार की साइबर ठगी से बचा जा सके। गूगल पे,पेटीएम,फोन पे आदि के माध्यम से रुपए का लेन देन करते समय धोखाधड़ी हो सकती है। ऐसे में सावधानी बरत कर थर्ड पार्टी एप का इस्तेमाल करने से बचें।
उन्होंने आमजन से अपील कि है गई है की व्हाट्सएप या ई-मेल पर आए किसी भी संदिग्ध लिंक को न खोलें और बैंक संबंधी किसी भी प्रकार की जानकारी साझा न करें, क्योंकि ऐसा करने से वे साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो सकते है। इसलिए लोगों को अपने ई-मेल या वाट्सएप पर ऐसे लिंक पर क्लिक करते समय आवश्यक सावधानी बरतनी चाहिए ।
उन्होंने कहा है कि साइबर ठगों द्वारा आमजन को घर बैठे हजारों व लाखों रुपए कमाने का झांसा देकर से बैंक सम्बंधित जानकारी हासिल कर ठगी का शिकार कर सकते है । पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आपके साथ किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी हो जाती है तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर काल करें।
साइबर ठगी से बचने के लिए बरतें ये सावधानी
- अज्ञात नंबर से भेजे गए किसी भी मैसेज पर क्लिक ना करें
- एटीएम बूथ पर रुपए निकालते वक्त सावधान रहें, अपना ओटीपी पिन किसी को
ना बताएं ना दिखाएं
- ट्रांजेक्शन करने में असमर्थ होने पर किसी भी अपरिचित व्यक्ति की सहायता न लें
- एटीएम बूथ के आसपास खड़ा कोई भी व्यक्ति मदद करने का आफर देता है तो
सहायता न लें
- कभी मदद लेनी पड़े तो केवल बैंक के कर्मचारियों या एटीएम बूथ में मौजूद
गार्ड की सहायता लें
- किसी भी व्यक्ति के साथ अपने बैंक डिटेल, एटीएम कार्ड नंबर, कार्ड की
एक्सपायरी एवं कार्ड पर पीछे लिखे तीन डिजिट के सीवीवी नंबर को शेयर न
करें
- आनलाइन नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते समय ध्यान रहे, ट्राजेक्शन हमेशा
अपने पर्सनल कंप्यूटर/लैपटाप या फोन से करें
- फोन पर कई जालसाज व्यक्ति आपको अपना परिचय बता सकते हैं, वे अपनी
मजबूरी बताकर रुपए भेजकर किसी अन्य को देने के नाम पर आपसे रुपए की मांग
करते हैं । ऐसे किसी प्रकार के झांसे में न आएं