छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़, कोरोना महामारी के वक्त बीडीएस परीक्षाएं
11 अगस्त से प्रस्तावित है बीडीएस की परीक्षाएं चार हजार विद्यार्थी। कंटेनमेंट जोन से बाहर निकलकर कैसे देंगे पहुंचेंगे छात्र परीक्षाएं।
रोहतक, जेएनएन। पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के बीडीएस (बैचलर इन डेंटल सर्जरी) की परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों में डर की भावना पैदा हो गई है। यह डर परीक्षाओं को लेकर नहीं बल्कि कोविड-19 का है। विश्वविद्यालय से संबद्ध आठ डेंटल कालेज में प्रदेश ही नहीं बल्कि प्रदेश के बाहर से विद्यार्थी भी परीक्षा देंगे। जिसमें दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र से अधिक है। काफी ऐसे विद्यार्थी हैं, जो अन्य प्रदेशों से हैं और उनके यहां आने के लिए न तो पर्याप्त साधन भी नहीं है। हैरानी की बात यह है कि कुछ विद्यार्थी को कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं, जिनका बाहर निकलना ही संभव नहीं है। ऐसे में विद्यार्थियों ने पुरजोर ढंग से परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग उठाई है।
फरीदाबाद स्थित डेंटल कालेज में फाइनल इयर की छात्रा ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश की रहने वाली है। वर्तमान में वह पिता के साथ कर्नाटका में है। बीडीएस की परीक्षाएं 11 अगस्त से शुरू होने जा रही है। ऐसे में उसका यहां पहुंचना ही संभव नहीं है। यह अकेली मेरी समस्या नहीं है बल्कि सैकड़ों विद्यार्थियों के सामने यही स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा दिल्ली और एनसीआर में ही है। दिल्ली के कई सहपाठियों से बात हुई है, उनमें से कई तो कंटेनमेंट जोन में फंसे हुए हैं।
पीजी में मांग रहे डबल रेंट, खाने भी नहीं कोई व्यवस्था
विद्यार्थियों का कहना है कोविड-19 को लेकर लॉकडाउन लगा तो पीजी खाली कर दिए थे। अब दोबारा से पीजी में संपर्क कर रहे हैं तो डबल रेंट मांगा जा रहा है। रेंट के अलावा खाना की व्यवस्था भी नहीं हो रही है। कालेज में हॉस्टल देने का ऑफर है, लेकिन एक अगस्त से हॉस्टल उपलब्ध होगा। ऐसे में 14 दिन का क्वारंटाइन भी पूरा नहीं कर पाएंगे। सबसे बड़ी दिक्कत यह भी है कि हॉस्टल में अब उन विद्यार्थियों ने भी आवेदन कर दिया होगा, जो एनसीआर में पीजी में रहते थे। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना रहेगा।
न सुन रहा कॉलेज प्रबंधन न विवि के अधिकारी
दैनिक जागरण को विद्यार्थियों ने फोन पर बताया कि कोरोना संक्रमण के खतरे से बचने के लिए कालेज प्रबंधन और विश्वविद्यालय अधिकारियों को मेल की गई है। लेकिन मेल का कोई जवाब ही नहीं मिल रहा। प्रबंधन की बात की जाती है तो जवाब मिलता है, परीक्षाएं तो देनी ही होगी। फिलहाल कोविड-19 का खतरा है। हालात सामान्य होने पर परीक्षाएं देने को तैयार हैं।
यहां- यहां है डेंटल कालेज
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट््यूट ऑफ डेंटल साइंस रोहतक
- मानव रचना डेंटल कालेज फरीदाबाद
- जेएन कपूर डीएवी सेंटेनरी डेंटल कालेज यमुनानगर
- स्वामी देवी दयाल हॉस्पिटल एंड डेंटल कालेज पंचकूला
- बीआरएस डेंटल कालेज एंड जनरल हॉस्पिटल पंचकूला
- सुधा रस्तोगी कालेज ऑफ डेंटल साइंस एंड रिसर्च फरीदाबाद
- यमुना इंस्टीट््यूट ऑफ डेंटल साइंस एंड रिसर्च यमुनानगर
-जननायक चौधरी देवीलाल डेंटल कालेज सिरसा
बीडीएस की परीक्षा को लेकर स्टेटमेंट देने की स्थिति में नहीं हूं। सोमवार को ही मुझे परीक्षा नियंत्रक का चार्ज देने के आदेश हुए है। इस संदर्भ में विवि के अधिकारियों से बातचीत की जाएगी ताकि कोई रास्ता निकाला जा सके।
डा. आरके शर्मा, कार्यवाहक परीक्षा नियंत्रक, पंडित बीडी शर्मा हेल्थ विवि, रोहतक
विश्वविद्यालय में बीडीएस की परीक्षाओं को लेकर विद्यार्थियों की लगातार शिकायतें मिल रही है। इन शिकायतों को लेकर जल्दी कोई निर्णय लिया जाएगा। हमारे लिए परीक्षाओं के साथ-साथ विद्यार्थियों की सुरक्षा भी जरूरी है।
डा. ओपी कालरा, कुलपति, पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय